स्थिर वैश्विक संकेतों के बीच कच्चे तेल का वायदा भाव 0.63 प्रतिशत तेज

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नई दिल्‍ली। स्थिर वैश्विक संकेतों के बीच कच्चे तेल का वायदा भाव आज 21 रुपये बढ़कर 3,380 रुपये प्रति बैरल हो गया। एमसीएक्स पर अप्रैल डिलिवरी के लिए कच्चे तेल का वायदा भाव 21 रुपये यानी 0.63 प्रतिशत बढ़कर 3,380 रुपये प्रति बैरल रहा। इसके लिए 1,196 लॉट का कारोबार हुआ। इसी प्रकार मई डिलिवरी के लिए इसका वायदा भाव 19 रुपये यानी 0.56 प्रतिशत चढ़कर 3,417 रुपये प्रति बैरल हो गया जिसके लिए 23 लॉट का कारोबार हुआ। इसी बीच अमेरिकी मानक वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चे तेल का भाव 0.23 प्रतिशत चढ़कर 52.36 डॉलर प्रति बैरल और ब्रेंट कच्चे तेल का भाव 0.13 प्रतिशत बढ़कर 55.31 डॉलर प्रति बैरल रहा।

19 मंजिला इमारत के बीच से निकलती है ट्रेन

बीजिंग। दक्षिणी चीन में 19 मंजिला आवासीय इमारत के बीच में एक लाइट रेलवे ट्रैक बनाया गया है। चूंगचींग शहर की आबादी करीब 49 लाख है, जो यहां के 31,000 वर्ग मील में बसे शहर में रहती है। जगह की कमी की समस्या से निपटने के लिए शहरी नियोजक ने रचनात्मक तरीके को अपनाया है।डेली मेल में प्रकाशित एक खबर के अनुसार, यहां एक विशेष रेलवे स्टेशन को बनाया गया है, जो इमारत की छठवीं से आठवीं मंजिल के बीच में बना हुआ है। इस इमारत में रहने वाले लोगों के लिए खास किस्म के उपकरण लगाए गए हैं, ताकि ट्रेन के कारण होने वाले शोर को कम किया जा सके।इस बिल्डिंग में रहने वाले लोगों का कहना है कि उनको ट्रेन की आवाज उतना ही परेशान करती है, जितना एक डिशवॉशर से होने वाले शोर के कारण होता है। इस रचनात्मक काम के जरिए नियोजकों ने पूरी इमारत को गिराने के बजाए ट्रेन के लिए आसानी से रास्ता निकाल लिया।
सिटी ट्रांसपोर्ट की एक प्रवक्ता ने कहा कि हमारा शहर काफी सघन बसा है। ऐसे में सड़कों और रेलवे लाइनों के लिए जगह खोजना वास्तव में एक चुनौती है। बंदरगाह शहर चूंगचींग चीन में चार नगर पालिकाओं में से एक है और यांग्त्ज नदी के तट पर स्थित है। इस शहर को माउंटेन सिटी के नाम से जाना जाता है क्योंकि यह वन और पहाड़ियों के गहरे झुकाव के आस-पास स्थित है।

सड़क पर हुई गाय तो ड्राइवर को अलर्ट करेगी कार

नई दिल्ली । ड्राइविंग के दौरान आपका भी जानवरों से आमना-सामना हो जाता होगा। भारतीय इंजिनियरों ने इस समस्या से निपटने के लिए काम शुरू कर दिया है। सड़क पर बैठीं गायें अब अगर डाइवर को न भी दिखीं, तो कार में लगा रियल टाइम ऑटो डिटेक्शन अलर्ट सिस्टम सक्रिय हो जाएगा। यह अलर्ट सिस्टम ड्राइवर को वक्त रहते ब्रेक लगाने में मददगार साबित होगा।
यह सिस्टम डैशबोर्ड कैमरा का इस्तेमाल करते हुए सेंसर्स के जरिए सामने आने वाले जानवर व अन्य बाधाओं की जानकारी ड्राइवर को अलर्ट के जरिए देगा। ऑडियो-विजुअल इंडिकेटर के जरिए अगर ड्राइवर को आगे कुछ नहीं भी दिख रहा है, तब भी वह ब्रेक लगाने में खुद को सक्षम पाएगा।
शोधकर्ताओं ने इंडोनेशियाई जर्नल ऑफ इलेक्ट्रिकल इंजिनियरिंग व कम्प्यूटर सायेंस में छपे अध्ययन में बताया, ‘इस उपकरण की 80 प्रतिशत सक्रियता गायों को लेकर रहेगी, जो देशभर की सड़कों पर दुर्घटना का शिकार होती हैं।”
इस मॉडल का प्रस्ताव जीटीयू अहमदाबाद के शोधकर्ता सचिन शर्मा और धर्मेश शाह ने दिया है। उनके मुताबिक, ‘यह कम कीमत व उच्च विश्वसनीयता वाला सिस्टम है, जो बकायदा टेस्टिंग के बाद वाहनों में लगाया जा सकता है। इससे हाइवे पर गायों व अन्य जानवरों के साथ होने वाली दुर्घटनाएं थमेंगी।’

देशी गाय के दूध में मिलता है A2, और विदेशी में A1

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नयी दिल्ली। कृषि एवं किसान कल्‍याण मंत्री, राधा मोहन सिंह ने कहा कि पैदा होने से बुजुर्ग अवस्‍था तक दूध मनुष्‍य के लिए अनिवार्य खाद्य पदार्थ है। दूध एवं दूध के पदार्थों के स्‍वास्‍थ्‍य के लिए अनगिनत फायदे हैं। विश्‍व भर में लोगों की प्रोटीन की 13 प्रतिशत आवश्‍यकता दूध व दुग्‍ध उत्‍पादों से ही पूरी होती है। सदियों से दूध को अच्‍छे स्‍वास्‍थ्‍य के लिए अमृत माना गया है। पिछले कुछ वर्षों से उपभोक्‍ताओं के बीच A1 एवं A2 दूध चर्चा का विषय बना हुआ है। सिंह ने कहा कि वर्तमान में शोध से पाया गया है कि A2 टाइप दूध A1 टाइप दूध से कई गुणा ज्‍यादा स्‍वास्‍थ्‍यवर्धक है। देसी नस्‍ल की गायों में A2 टाइप दूध प्रोटीन प्राकृतिक रूप से पाया जाता है। ये कई बीमारियों जैसे कि हृदय रोग, डायबिटिज एवं न्‍
यह है हमारी देशी गाय जिसके दूध में पाया जाता है A2
यूरोलॉजीकल डिसऑर्डर से बचाता है एवं शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता पैदा करता है। इस विषय पर चर्चा करते हुए कृषि एवं किसान कल्‍याण मंत्री ने बैठक में निर्देश दिये कि देशी गाय के दूध की अलग से खरीद, प्रसंस्‍करण एवं विपणन करने को प्राथमिकता दी जाय। साथ ही इस दूध को प्रीमियम (उच्‍चतर) कीमत मिलनी चाहिए। इससे न केवल ग्रामीण अर्थव्‍यवस्‍था का सुधार होगा बल्‍कि हमारी देसी गाय का संरक्षण एवं विकास भी होगा। मंत्री जी ने इस बात पर जोर दिया कि A2 टाइप दूध के परीक्षण के लिए सरल, सस्‍ती एवं त्‍वरित प्रणाली विकसित की जाय जो कि किसान के द्वार पर उपलब्‍ध हो सके। कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार की योजनाओं को इस तरह संशोधित किया जाए कि देशी गाय के दूध के प्रसंस्‍करण एवं विपणन के लिए डेयरी यूनिट/मिल्‍क प्‍लांट की स्‍थापना को प्रोत्‍साहित किया जाय।

नोटबंदी में क्रेडिट कार्ड बिल का 2 लाख कैश पेमेंट किया है तो ITR में देना होगा ब्योरा…

नई दिल्ली. नोटबंदी के दौरान 50 दिनों में अगर आपने लोन की ईएमआई या क्रेडिट कार्ड का बिल चुकाने के लिए 2 लाख रुपए या उससे ज्यादा का कैश भुगतान किया है तो इसकी जानकारी आईटीआर के 1 पेज वाले नए फॉर्म में देनी होगी। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने हाल ही में असेसमेंट ईयर 2017-18 के लिए नए आईटीआर फॉर्म.नोटिफाई किए थे। असल में नोटबंदी के बाद ऐसी खबरें आई थीं कि बहुत से लोगों ने ब्लैकमनी का इस्तेमाल हैवी परचेजिंग के बाद क्रेडिड कार्ड का बिल सेटलमेंट करने.या लोन का पेमेंट करने में किया है। अब ऐसे ट्रांजैक्शन का पता लगाया जा रहा है। इसके लिए नए फॉर्म में होगा अलग कॉलम… – नए फॉर्म में इनकम डिक्लेरेशन, टैक्स का भुगतान और छूट का दावा करने के अलावा एक नया कॉलम होगा। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के एक सीनियर अफसर के मुताबिक, अगर 9 नवंबर से 30 दिसंबर के बीच.आपने अपने लोन चुकाने के लिए या क्रेडिट कार्ड का बिल भरने के लिए 2 लाख या इससे ज्यादा कैश भुगतान किया है तो यह जानकारी नए कॉलम में देनी होगी। इसके अलावा इन 50 दिनों में अगर बैंक में 2 लाख रुपए डिपॉजिट किए हैं, तो भी इसी कॉलम के जरिए आईटी डिपार्टमेंट को यह बात बतानी होगी। – सभी क्रेडिट कार्ड पैन से लिंक होते हैं। ज्यादातर बैंक पैन की जानकारी लेने के बाद ही लोन प्रोवाइड करते हैं। ऐसे में यह पता लगाना आसान होगा कि कि ये पेमेंट एनुअल इनकम से मैच कर रही है या नहीं। नया फॉर्म हो चुका है नोटिफाई – इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने असेसमेंट ईयर 2017-18 के लिए यह नया फॉर्म नोटिफाई कर कर दिया है। इनमें सबसे बड़ा बदलाव यह किया गया है कि अब फॉर्म आईटीआर-1 तीन के बजाय एक पेज का हो गया है। इस फॉर्म को सहज नाम दिया इसे वो टैक्सपेयर्स भर सकेंगे, जिनकी सालाना इनकम 50 लाख रुपए तक है। यह इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर अवेलेबल है। ये किए गए हैं बदलाव – इनकम टैक्स डिपार्टमेंटने आईटीआर-1 फार्म में कुछ प्वॉइंट्स हटा दिए हैं, जिससे यह छोटा और ज्यादा आसान बन गया है। – मौजूदा आईटीआर-2, आईटीआर-2ए और आईटीआर-3 को मिलाकर एक अकेला आईटीआर-2 फॉर्म लाया गया है। – आईटीआर फॉर्म्स की तादाद भी कम कर दी गई है। अब 9 की जगह 7 रिटर्न फॉर्म रह गए हैं। – अब आईटीआर-4 को आईटीआर-3 कहा जाएगा और आईटीआर-4एस.फॉर्म को आईटीआर-4 कहा जाएगा। आईटीआर-1 फॉर्म में पहले से कम बॉक्स – फाइनेंशियल ईयर 2017-18 के आईटीआर-1 रिटर्न फॉर्म में पर्सनल टैक्सपेयर्स के लिए इन्फॉर्मेशन भरने के बॉक्स पहले से कम… होंगे। – इसमें सिर्फ उन्हीं प्वॉइंट्स को रखा गया है जिन्हें आमतौर पर इस्तेमाल में लाया जाता है। इस फार्म का नाम ‘सहज’ रखा गया है। 31 जुलाई तक भरा तक भरा जा सकता है । – रिटर्न फॉर्म भरते वक्त टैक्स पेयर को अपना पैन, आधार नंबर, पर्सनल इन्फॉर्मेशन देनी होगी। – इसके साथ ही उसकी ओर से भरे गए टैक्स, टीडीएस.की जानकारी खुद ही उसमें आ जाएगी। – 1 जुलाई के बाद से टैक्सपेयर्स के लिए आधार नंबर या आधार नंबर के लिए एप्लाई किया गया है, उसकी जानकारी भी देना जरूरी है। पैन रखने वाले सिर्फ 21% भरते हैं रिटर्न – इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर आईटीआर-1 से लेकर आईटीआर-6 तक फॉर्म मौजूद हैं। सरकार की इस. पहल का मकसद लोगों को रिटर्न दाखिल करने के लिए इंस्पायर करना भी है। – अभी पैन रखने वाले 29 करोड़ लोगों में से सिर्फ 6 करोड़ यानी करीब 21%.भरते हैं रिटर्न – इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर आईटीआर-1 से लेकर आईटीआर-6 तक फॉर्म मौजूद हैं। सरकार की इस पहल का मकसद लोगों को रिटर्न दाखिल करने केरिटर्न दाखिल करने के लिए इंस्पायर करना भी है। – अभी पैन रखने वाले 29 करोड़ लोगों में से सिर्फ 6 करोड़ यानी करीब 21% लोग ही इनकम टैक्स रिटर्न फाइल  करते हैं।.. पैन रखने वाले सिर्फ 21% भरते हैं रिटर्न – इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर आईटीआर-1 से लेकर आईटीआर-6 तक फॉर्म मौजूद हैं। सरकार की इस पहल का मकसद लोगों को रिटर्न दाखिल करने के लिए इंस्पायर करना भी है। – अभी पैन रखने वाले 29 करोड़ लोगों में से सिर्फ 6 करोड़ यानी करीब 21% लोग ही इनकम टैक्स रिटर्न…

तत्काल टिकट कैंसिल करने पर मिलेगा 50% रिफंड, नया नियम 1 जुलाई से होगा लागू

नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है रेलवे। आपको बता दें की रेलवे 1 जुलाई से ट्रेन टिकट रिजर्वेशन नियमों के कई बड़े बदलाव करने जा रही है। तत्काल टिकट को कैंसिल करवाने पर आपको 50 फीसदी रिफंड मिलेगा। फिलहाल तत्काल टिकट कैंसिल करवाने पर कोई रिफंड नहीं मिलता है। इसके अलावा चलती ट्रेन में आरएसी टिकट को भी कंफर्म माना जाएगा। इतना ही नहीं रेलवे पेपरलेस टिकटिंग और कन्फर्म टिकट देने पर काम रही है। तत्काल टिकट कैंसिलेशन पर मिलेगा 50 फीसदी रिफंड 1 जुलाई से तत्काल के तहत बुक की गई ट्रेन टिकटों को कैंसिल करवाने पर आपको 50 फीसदी पैसे वापस मिल जाएंगे। फिलहाल टिकट कैंसिल करने पर रेलवे एक भी पैसा वापस नहीं लौटाती है। रेलवे यात्रियों का सफर सुगम बनाने के लिए नियमों में बदलाव कर रही है। लंबी दूरी के यात्रियों को मिलेगा कंफर्म टिकट यात्रियों की सुविधाओं ने रेलवे ने लंबी दूरी की ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट के टिकट खत्म करने का फैसला किया है। शताब्दी ट्रेनों में सफर के बढ़ते रुझान के मद्देनजर यात्रियों को कंफर्म सीट उपलब्ध करवाने के लिए कोचों की संख्या बढ़ाई जाएगी। रेलवे वेटिंग लिस्ट टिकट बुकिंग सिस्टम को 1 जुलाई से बंद करेगी। शताब्दी ट्रेनों के यात्रियों को पेपरलैस टिकटिंग की सुविधा मिलेगी, उनके दिए मोबाइल नंबर पर टिकट मिलेगी। बढ़ेगा तत्काल टिकट का बुकिंग टाइम रेलवे एसी और स्लीपर क्लास के लिए तत्काल टिकट का एक-एक घंटे तक बुकिंग समय बढ़ाएगी। अभी एसी क्लास में तत्काल टिकट की बुकिंग सुबह 10 से 11 जबकि स्लीपर क्लास के टिकट की बुकिंग 11 से 12 बजे तक होती है। दोनों के समय को एक-एक घंटे बढ़ाए जाने का प्रस्ताव है। हालांकि ट्रेन के चार्ट रिलीज होने तक तत्काल टिकट करवाने का प्रावधान है, बशर्ते तत्काल का कोटा बकाया हो।

ग्यारह माह के दौरान 24 फीसद घटा सोने का आयात

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नई दिल्ली। देश में बीते वित्त वर्ष 2016-17 के पहले 11 महीनों के दौरान सोने के आयात में 24 फीसद की कमी आई। अप्रैल-फरवरी की अवधि में आयात का यह आंकड़ा 23.22 अरब डॉलर रह गया। इससे चालू खाते के घाटे (सीएडी) पर अंकुश रहने की उम्मीद है। वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि में कुल सोना आयात 30.71 अरब डॉलर रहा था। बीते दिन राष्ट्रीय राजधानी के सराफा बाजार में सोना 29 हजार 300 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ था। अगर मात्रा के लिहाज से तो बीते वित्त वर्ष के पहले दस महीनों में 560.32 टन सोना आयात किया गया। वर्ष 2015-16 के दौरान यह आंकड़ा 968 टन था। भारत सोने का सबसे बड़ा आयातक है। यह आयात मुख्य रूप से आभूषण उद्योग की मांग को पूरा करने के लिए किया जाता है। फिलहाल विदेश से सोना मंगाने पर 10 फीसद का आयात शुल्क लगता है। ज्वैलरी इंडस्ट्री और वाणिज्य मंत्रालय लगातार इस शुल्क को हटाने की मांग कर रहे हैं। सोने के आयात में गिरावट के कारण बीते वित्त वर्ष के पहले 11 महीनों के दौरान व्यापार घाटा (आयात और निर्यात का अंतर) घटकर 95.2 अरब डॉलर रह गया। इससे पूर्व वर्ष की समान अवधि में यह 114.3 अरब डॉलर था। हालांकि वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक मासिक आधार पर देखें तो सोने का आयात फरवरी में बढ़कर 3.48 अरब डॉलर हो गया। बीते वित्त वर्ष के समान माह में यह आंकड़ा 1.4 अरब डॉलर था। वित्त वर्ष 2015-16 में चालू खाते का घाटा 22.1 अरब डॉलर था। यह आंकड़ा देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 1.1 फीसद बैठता है। इससे पिछले वित्त वर्ष में चालू खाते का घाटा 1.3 फीसद रहा था।  

निजी पीएफ ट्रस्टों का हो विशेष ऑडिट, श्रम मंत्रालय सुधार समिति

नई दिल्ली। श्रम मंत्रालय प्राइवेट पीएफ ट्रस्टों का ऑडिट या विशेष जांच कराए। संसद की श्रम मामलों की स्थायी समिति ने अपनी रिपोर्ट में यह सिफारिश की है। ऐसा पाया गया है कि ये निजी ट्रस्ट कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की राशि अपनी कंपनियों में म्यूचुअल फंडों के जरिये निवेश कर रहे हैं। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) से रेगुलेट होने वाले निजी ट्रस्ट पीएफ खातों और रिटायरमेंट बचत का रखरखाव करते हैं। इन ट्रस्टों को सरकार की ओर से तय निवेश प्रारूप में इस फंड का निवेश करना होता है। ये ट्रस्ट छूट प्राप्त प्रतिष्ठान कहलाते हैं, क्योंकि वे कर्मियों का अंशदान कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के पास जमा नहीं करते। श्रम पर संसद की स्थायी समिति ने संसद में सात अप्रैल को अपनी रिपोर्ट पेश की थी। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी से जुड़े इन ट्रस्टों की ओर से अपने ही कारोबार में निवेश अनुचित है। अपने फायदे के लिए इसका इस्तेमाल किया जा रहा है। रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि इन निजी पीएफ ट्रस्टों को मिली छूट की निश्चित अवधि के बाद समीक्षा होनी चाहिए। इससेईपीएफओ को कंपनियों की वास्तविक वित्तीय स्थिति का पता चलेगा। साथ ही कर्मचारियों के हितों को महफूज रखने में मदद मिलेगी। समिति के मुताबिक इन ट्रस्टों के डीमैट खातों की भी अनिवार्य रूप से जांच की जानी चाहिए ताकि निवेश प्रारूप के साथ रिटर्न का सत्यापन हो सके। रिपोर्ट में कहा गया है कि बीते साल 31 दिसंबर तक इन ट्रस्टों के पास रिटायरमेंट फंड की कुल राशि 2.57 लाख करोड़ रुपये थी। इसमें 5,475 करोड़ की बिना दावे वाली राशि शामिल है। समिति ने स्कीम में उचित संशोधन करने को कहा है ताकि पीएफ फंड के सालाना बही-खाते में उस कर्मी का नाम हो, जिसकी राशि बिना दावे के पड़ी है। यही नहीं, इससे यह भी सुनिश्चित हो सकेगा कि ऐसी राशि एक समयसीमा के बाद ईपीएफओ के पास स्थानांरित हो जाए।

हाफ गर्लफ्रेंड’ का ट्रेलर आज होगा लांच

बॉलीवुड एक्टर श्रद्धा कपूर और अर्जुन कपूर की आगामी फिल्म ‘हाफ गर्लफ्रेंड’ अभी से फैंस को आकर्षित करने लगी है। सोमवार को फिल्म का ट्रेलर लांच किया जाएगा। इससे पूर्व फिल्म की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसमें श्रद्धा कपूर और अर्जुन कपूर लिप लॉक करते देखे जा सकते हैं। गौरतलब है कि यह फिल्म चेतन भगत की किताब ‘हाफ गर्लफ्रेंड’ पर आधारित है।कुछ दिन पूर्व फिल्म निर्माताओं ने टीजर रिलीज किया था जिसने हाफ-गर्लफ्रेंड शीर्षक पर सोचने को मजबूर कर दिया था। इस तस्वीर को चेतन भगत ने ट्विटर पर पोस्ट किया है। तस्वीर देखकर लगता है कि दर्शकों को दोनों की जोड़ी पसंद आएगी। अर्जुन ने अपने ट्विटर पर ये वीडियो शेयर किया है जिसमें वो अचानक से पूछ बैठते हैं कि ‘ये बात पूछना जरूरी हो गया है ये हाफ गर्लफ्रेंड होता क्या है?’ इस फिल्म में अर्जुन कपूर और श्रद्धा कपूर लीड रोल में नजर आएंगे। फिल्म का ट्रेलर 9 अप्रैल को रिलीज किया जाएगा।अर्जुन कपूर इस फिल्म में एक बिहार में रहने वाले लड़के की भूमिका में दिखाई देंगे। अर्जुन कपूर ने पहली बार बिहारी लड़के का किरदार निभाया है और इसके लिए उन्होंने जमकर मेहनत की है। फिल्म की शूटिंग शुरु होने से पहले अर्जुन करीब दस दिन बिहार में रहने के लिए गए थे, ताकि वो अपने रोल में फिट बैठ सकें। इस जोड़ी की साथ में ये पहली फिल्म हैं। आपके बता दें ये फिल्म लेखक चेतन भगत के ‘हाफ गर्लफ्रेंड’ नॉवेल पर आधारित है। अर्जुन कपूर इससे पहले भी चेतन की नॉवेल ‘2 स्टेट्स’ पर बनी फिल्म में आलिया भट्ट के साथ काम कर चुके हैं। दोनो के फैन्स इस फिल्म के रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार कर रहें हैं।