Kota Band: पहलगाम में हिन्दुओं की हत्या के विरोध में विहिप का आज कोटा बंद

कोटा। Kota Band Today: कश्मीर के पहलगाम के बैरसन में पाक समर्थित आतंकवादियों द्वारा 28 हिन्दुओं की हत्या के विरोध में शुक्रवार को विश्व हिन्दू परिषद् कोटा महानगर ने कोटा बन्द का आह्वान किया गया है। बंद के दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी व्यापारिक संस्थाएं बंद रहेंगी। इस बंद का शहर की सामाजिक, राजनीतिक एवं व्यापारियों की सबसे बड़ी संस्था कोटा व्यापार महासंघ ने समर्थन किया है।

यह जानकारी देते हुए परिषद के महानगर अध्यक्ष श्रीनाथ मित्तल ने बताया कि इस दिन सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान और शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। इस बंद के आह्वान को देखते हुए निजी स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी गई है। उनके पेरेंट्स को स्कूल प्रबंधन ने मैसेज भेज दिया है। इसमें सीबीएसई स्कूल भी शामिल हैं। हॉस्टल, मैस, मेडिकल दुकानों को इस बंद से अलग रखा गया है।

कोटा व्यापार महासंघ का बंद को समर्थन
कोटा व्यापार महासंघ अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने जम्मू कश्मीर के पहलगांव में हुए निर्दोष पर्यटकों पर जघन्य हत्याकांड के विरोध में 25 अप्रैल को किये जा रहे कोटा बंद को अपना समर्थन दिया है। जैन व माहेश्वरी ने इस घटना की कडी निंदा करते हुए केंद्र सरकार से घटना को अजांम देने वाले आतंकवादियों को पकड़कर सरेआम फांसी देने की मांग की है। उन्होंने बताया कि इस घटना ने पूरे देश को झंझोड़ दिया है आतंकवादियों ने जिस तरह से मानवता पर क्रूर प्रहार किया है जिससे पूरा देश स्तब्घ है।

शिवसेना का समर्थन
शिवसेना राजस्थान के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रमोद चतुर्वेदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदुओं पर हुए कायराना हमले को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पाकिस्तान द्वारा लगातार हिंदुओं पर अत्याचार और जुल्म किया जा रहे हैं, इसको लेकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन स्वीकृत किया जाएगा। वही कोटा बंद का समर्थन किया जाएगा। कार्यकर्ता अलग-अलग वाहनो के साथ रैली के रूप में सुबह से ही बाजार बंद करने के लिए निकलेंगे।

पेट्रोल पंप रहेंगे बंद: कोटा पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष तरुमीत सिंह बेदी ने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद के आहवान पर किए जा रहे कोटा बंद में सुबह 10 से 12 बजे तक पेट्रोल पंप पूरी तरह से बंद रहेंगे। इसी तरह से अभिभाषक परिषद कोटा के अध्यक्ष मनोज पुरी ने भी संपूर्ण न्याय कार्य बंद करने की घोषणा की है। उन्होंने यह भी कहा कि कोई अधिवक्ता इस दौरान न्यायालय में कार्य करेगा, तो उस पर 5 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। उसे एसोसिएशन से निष्कासित किया जाएगा. वकील 11 बजे से अपनी अगली सुनवाई की तारीख ले सकेंगे।

कांग्रेस ने भी किया बंद को समर्थन : राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की महासचिव राखी गौतम ने भी कोटा बंद को समर्थन की अपील की है। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से कहा है कि बंद को सफल बनाएं।इस हमले में शिकार लोगों के परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की और कहा कि आतंकियों को जड़ मूल से नाश करने के लिए सरकार को कड़ा एक्शन उठाने की जरूरत है।

आतंकी हमले के विरोध में मौन बीजेपी का प्रदर्शन
बीजेपी शहर जिलाध्यक्ष राकेश जैन ने बताया कि पहलगांव में हुए कायराना आतंकी हमले के विरोध में भाजपा शहर जिला कोटा द्वारा 25 अप्रैल सुबह 7:30 बजे नयापुरा चौराहे पर मानव श्रृंखला का निर्माण कर, मौन विरोध प्रदर्शन किया जायेगा।

मुकुंदरा अभ्यारण्य के लिए नया व हैंगिंग ब्रिज से चंबल नोका विहार का रूट शुरू होगा

कोटा महोत्सव को पर्यटन कैलेंडर एवं कोटा में ट्रैवल मार्ट के प्रयास किए जाएंगे

कोटा। पर्यटन विकास समिति की बैठक गुरुवार को जिला कलेक्टर कार्यालय के टैगोर हाल में अतिरिक्त जिला कलेक्टर सीलिंग कृष्णा शुक्ला की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में वन विभाग के मुख्य वन संरक्षक मुथु एस पर्यटन विभाग के उपनिदेशक विकास पांडे, सहायक निदेशक संदीप श्रीवास्तव, होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा डिवीजन के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी, महासचिव संदीप पाडिया, सलाहकार बोर्ड के निखलेश सेठी, टूयूर एंड ट्रेवल्स के नीरज भटनागर सहित कई अधिकारी मौजूद थे।

होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा डिवीजन के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी एवं महासचिव संदीप पाडिया ने बताया कि चंबल नदी पर नौकायन के लिए गडरिया महादेव के लंबे रूट के साथ-साथ एक छोटे रूट पर भी नौकायन शुरू करवाई जानी चाहिए।

साथ ही मुकुंदरा अभ्यारण्य के लिए नए रास्तों पर बफर सफारी शुरू की जानी चाहिए। इस अवसर पर वन विभाग के मुख्य वन संरक्षक मुथु एस ने बताया कि मुकुंदरा अभ्यारण्य की सफारी हेतु दौलतगंज से एक बफर जोन में सफारी शुरू करने की तैयारी की जा रही है। इस क्षेत्र में लेपर्ड, भालू, हिरण, नीलगाय, बर्ड, मगरमच्छ आदि को देखा जा सकेगा एवं गेपरनाथ महादेव एवं चंबल के किनारो का भी पर्यटक आनंद ले सकेंगे।

इसके लिए सफारी वाहनों को भी पंजीकृत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हैंगिंग ब्रिज के पास एक नया नौकायन स्थल बनाया जाएगा, जहां से कम दरो एवं कम समय के लिए चंबल में नौकायन का भ्रमण कर पर्यटक चंबल नदी के आकर्षक दृश्यों का आनंद ले सकेंगे।

बैठक मे पर्यटन विभाग के उपनिदेशक विकास पांडे एवं सहायक निदेशक संदीप श्रीवास्तव ने मई माह मे जयपुर में आयोजित ग्रेट इंडियन ट्रैवल बाजार में पर्यटन विभाग द्वारा कोटा के पर्यटन स्थलों चंबल रिवर फ्रंट सिटी पार्क गरडिया महादेव के साथ- साथ प्रसिद्ध कोटा दशहरे मेले को भी राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए स्टॉल लगाए जाने के बारे मे बताया।

बैठक में होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा डिवीजन के सलाहकार निखिलेश शेट्टी एवं ट्यूर एण्ड ट्रैवल के नीरज भटनागर ने कोटा विकास प्राधिकरण द्वारा निर्मित ग्रामीण हाट को शुरू करने पर भी चर्चा की, ताकि यहां आने वाले पर्यटकों के लिए यह आकर्षण का केंद्र बन सके। साथ ही बैठक में सूरजपोल गेट से केथूनीपोल गेट तक सौंदर्यीकरण कार्य एवं डेकोरेटिव विद्युत पोल लगाए जाने के कार्यों पर भी चर्चा हुई।

अतिरिक्त जिला कलेक्टर सीलिंग कृष्णा शुक्ला ने बताया कि हाड़ोती के पर्यटन विकास को लेकर हम पूरी तरह से कटिबद्ध हैं। कोटा महोत्सव को राज्य के पर्यटन कैलेंडर में शामिल करवाने का हम पूरा प्रयास करेंगे। कोटा में डोमेस्टिक कोटा ट्रैवल मार्ट का आयोजन कर कोटा के पर्यटन को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाने के भी लिए भी हम कटिबद्ध हैं, जिससे संपूर्ण हाड़ोती का पर्यटन विकास हो सकेगा।

होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा डिवीजन के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी एवं सचिव संदीप पाडिया ने कहा कि होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान द्वारा कोटा में ट्रेवल मार्ट के आयोजन करने के लिए प्रदेश अध्यक्ष द्वारा पर्यटन मंत्री एवं उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी के साथ मजबूती से कोटा का पक्ष रखा गया है, जिस पर निरंतर कार्य चल रहा है। शीघ्र ही कोटा में डोमेस्टिक कोटा ट्रैवल मार्ट के आयोजन की घोषणा राज्य सरकार द्वारा किए जाने की संभावना है।

इस आयोजन को अनंत चतुर्दशी और दशहरे मेले के समय पर जोड़े जाने का भी प्रस्ताव भेजा गया है। ताकि हाड़ोती मे पर्यटन स्थलों के प्रचार के साथ-साथ के लिए यहां की सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक आयोजन में भी पर्यटकों की भागीदारी निश्चित की जा सकेगी।

Kota Mandi: मांग कमजोर पड़ने से कोटा मंडी में धान व सोयाबीन 50 रुपये टूटी

कोटा। Kota Mandi Price Today: भामाशाह अनाज मंडी में गुरुवार को मिलर्स की मांग कमजोर पड़ने से धान एवं सोयाबीन 50 रुपये और टूट गई। मंडी में सभी कृषि जिन्सो की मिलाकर करीब डेढ़ लाख कट्टे की आवक रही। जिंसों के भाव रुपये प्रति क्विंटल इस प्रकार रहे-

गेहूं नया 2400 से 2751 ज्वार शंकर 2200 से 2700, ज्वार सफेद 4000 से 4500, बाजरा 2100 से 2300, मक्का 2000 से 2300, जौ 1800 से 2100 रुपये प्रति क्विंटल। धान सुगन्धा 2200 से 2551, धान (1509) 2200 से 2751 धान (1718) 2800 से 3251, धान पूसा 2700 से 2821 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन 3800 से 4351, सरसों नई 5500 से 6150, अलसी 6000 से 7000 तिल्ली 8500 से 11000 रुपये प्रति क्विंटल। मूंग 6500 से 7200, उड़द 4000 से 7200, चना देशी 5000 से 5391, चना मौसमी 5000 से 5400, चना पेप्सी 5200 से 5400 रुपये प्रति क्विंटल।

मैथी 4000 से 4700 कलौंजी 13000 से 17850 रुपये प्रति क्विंटल। धनिया नया सूखा बादामी 5800 से 6500 धनिया नया ईगल 6500 से 7000 रंगदार 7100 से 10500 रुपये प्रति क्विंटल।

Gold Silver Price: सोना और चांदी दोनों की कीमतें फिर एक लाख के करीब पहुंची

नई दिल्ली। Gold Silver Price Today: सोना गुरुवार को दिल्ली में 200 रुपये बढ़कर 99,400 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर पहुंच गया। स्टॉकिस्टों और आभूषण विक्रेताओं की ताजा खरीदारी व डॉलर के कमजोर होने से सोने की कीमतों में यह बढ़त दिखी। अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने इसकी पुष्टि की।

बुधवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत ऐतिहासिक एक लाख रुपये के स्तर से फिसल गई थी। इसके भाव 2,400 रुपये घटकर 99,200 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गए। सोना 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 200 रुपए बढ़कर 98,900 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। पिछले सत्र में यह सोना 98,700 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।

इस बीच, चांदी की कीमत गुरुवार को 700 रुपये बढ़कर 99,900 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। पिछले बंद भाव में चांदी 99,200 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। वायदा कारोबार में मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में जून डिलीवरी वाले सोने के अनुबंध की कीमत 1,046 रुपये अथवा 1.1 प्रतिशत की तेजी के साथ 95,768 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई।

कॉमेक्स पर सोना 3,300 डॉलर से ऊपर मजबूती के साथ टिका रहा और एमसीएक्स पर सोना 1,000 रुपये से अधिक की तेजी के साथ 95,700 रुपये पर पहुंच गया। ट्रंप प्रशासन के रुख में आए तेज बदलाव के बाद कीमतों में यह तेजी आई है। ट्रंप प्रशासन के रुख में यह बदलाव इस बात का संकेत है कि चीन के साथ कोई ठोस व्यापार वार्ता शुरू होने से पहले टैरिफ अभी भी बातचीत का केंद्रीय मुद्दा बना रह सकता है।

एलकेपी सिक्योरिटीज के कमोडिटी व करेंसी के उपाध्यक्ष शोध विश्लेषक जतीन त्रिवेदी ने कहा, “कूटनीतिक प्रगति में देरी तथा चीन की आधिकारिक प्रतिक्रिया के बारे में अनिश्चितता के कारण जोखिम की भावना लगातार बढ़ रही है।”

त्रिवेदी ने कहा कि विशेष रूप से, चीन ने व्यापार चर्चाओं पर अभी तक कोई मजबूत या स्पष्ट रुख जारी नहीं किया है, जिससे भू-राजनीतिक धुंध और बढ़ गई है। वैश्विक स्तर पर सोना हाजिर 47.16 डॉलर यानी 1.43 प्रतिशत बढ़कर 3,335.50 डॉलर प्रति औंस हो गया।

Stock Market: सेंसेक्स 315 अंक गिरकर 79801 पर बंद, निफ्टी 24250 से नीचे

नई दिल्ली। Stock Market Closed: भारतीय शेयर बाजार में पिछले सात दिनों से जारी बढ़त गुरुवार को थम गई। हफ्ते के चौथे कारोबारी दिन 30 शेयरों का सेंसेक्स 315.06 (0.39%) अंक गिरकर 79,801.43 के स्तर पर बंद हुआ। दूसरी ओर, निफ्टी 82.25 (0.34%) अंक फिसलकर 24,246.70 पर बंद हुआ।

गुरुवार को अदाणी एनर्जी ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही के नतीजे जारी किए। कंपनी ने इस दौरान अपने मुनाफे में 79% बढ़त के साथ 647 करोड़ होने की जानकारी दी। कंपनी का राजस्व 35% बढ़ा है।

तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) गुरुवार को गिरावट के साथ 80,058 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान यह 79,724 अंक तक फिसल गया था। अंत में सेंसेक्स 315.06 अंक या 0.39% गिरकर 79,801.43 पर बंद हुआ।

पावरफुल प्रोसेसर, 6260mAh बैटरी, 16GB रैम के साथ OnePlus 13T फोन लॉन्च

नई दिल्ली। OnePlus कम्पनी ने आखिरकार अपने मोस्ट अवेटेड स्मार्टफोन OnePlus 13T को लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने फिलहाल इसे चीन के बाजार में उतारा है। नया वनप्लस 13T स्मार्टफोन स्नैपड्रैगन 8 एलीट चिपसेट से लैस है।

OnePlus ने आखिरकार अपने मोस्ट अवेटेड स्मार्टफोन OnePlus 13T को लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने फिलहाल इसे चीन के बाजार में उतारा है। नया वनप्लस 13T स्मार्टफोन स्नैपड्रैगन 8 एलीट चिपसेट से लैस है। फोन एकदम नए रियर कैमरा डिजाइन के साथ आता है, जो इसे एक नया लुक देता है। फोन में 6260mAh की बड़ी बैटरी मिलती है।

इस फोन में फ्लैट डिस्प्ले है और गोल कोनों के साथ एक कॉम्पैक्ट डिजाइन है। इस फोन के बैक पैनल में एक बदलाव किया गया है। दरअसल, कंपनी ने इस फोन का नया लुक देने के लिए इसमें नया “मेटल क्यूब डेको” कैमरा लेआउट दिया है, जो इसे वनप्लस के अन्य फोन से अलग बनाता है। अलर्ट स्लाइडर को भी साउंड या अन्य कामों को टॉगल करने के लिए एक कस्टमाइजेबल बटन से बदल दिया गया है। कितनी है नए फोन की कीमत और क्या है खास, चलिए डिटेल में बताते हैं सबकुछ…

दमदार प्रोसेसर और हैवी रैम
वनप्लस 13T फोन डुअल (नैनो+नैनो) सिम सपोर्ट के साथ आता है और इसमें 6.32 इंच का कॉम्पैक्ट OLED डिस्प्ले है, जो 120 हर्ट्ज रिफ्रेश रेट को सपोर्ट करता है। इसके अलावा, यह 1.5K पैनल है, वही रिजॉल्यूशन जो हमें वनप्लस 13R पर मिलता है। परफॉर्मेंस की बात करें तो यह स्मार्टफोन स्नैपड्रैगन 8 एलीट चिपसेट से लैस है, जिसने AnTuTu स्कोर में 3 मिलियन से ज्यादा का स्कोर हासिल किया है। फोन में 12GB/16GB LPDDR5X रैम और 256GB/512GB/1TB (UFS 4.0) स्टोरेज ऑप्शन मिलता है। फोन एंड्रॉयड 15 पर बेस्ड कलरओएस 15 पर चलता है।

कैमरा और बैटरी
फोटोग्राफी के लिए, इसमें अन्य वनप्लस 13 सीरीज फोन के विपरीत केवल दो कैमरे हैं और दोनों ही OIS सपोर्ट के साथ आते हैं। इसके डुअल रियर कैमरा सेटअप में 50-मेगापिक्सेल का मेन कैमरा और 50-मेगापिक्सेल का टेलीफोटो सेंसर है, जिसमें 2x ऑप्टिकल जूम है। फोन में अल्ट्रा-वाइड कैमरा नहीं है। सेल्फी के लिए, फोन में 16 मेगापिक्सेल कैमरा मिलता है। फोन में 90W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट के साथ जोड़ी गई 6260mAh की बड़ी बैटरी दी गई है। फोन इंफ्रारेड सेंसर, इन-डिस्प्ले ऑप्टिकल फिंगरप्रिंट सेंसर और IP65 डस्ट और वॉटर रेजिस्टेंट रेटिंग के साथ आता है। चार्जिंग के लिए, फोन में टाइप-सी पोर्ट मिलता है। दमदार साउंड के लिए, फोन में डोल्बी एटमॉस के साथ स्टीरियो स्पीकर मिलते हैं। फोन में 5G, 4G, वाई-फाई 7, ब्लूटूथ 5.4, जीपीएस, एनएफसी जैसे फीचर्स से लैस है।

OnePlus 13T की कीमत
वनप्लस 13T को चीन में CNY 3,199 की शुरुआती कीमत पर लॉन्च किया गया है। कंपनी ने फोन को तीन सॉफ्ट मैट कलर – मॉर्निंग मिस्ट ग्रे, क्लाउड इंक ब्लैक और पिंक में लॉन्च किया है। भारत में इसकी कीमत लगभग 40,000 रुपये होगी। हालांकि, भारत में इसे कब लॉन्च किया जाए, इस बारे में फिलहाल कोई जानकारी सामने नहीं आई है। अलग-अलग रैम और स्टोरेज के हिसाब से फोन को पांच वेरिएंट में लॉन्च किया गया है। फोन 30 अप्रैल से चीन में खरीदने के लिए उपलब्ध होगा।

अलग-अलग वेरिएंट की कीमत…

  • 12GB+256GB वेरिएंट की कीमत 3399 युआन (करीब 39,800 रुपये)
  • 16GB+256GB वेरिएंट की कीमत 3599 युआन (करीब 42,150 रुपये)
  • 12GB+512GB वेरिएंट की कीमत 3799 युआन (करीब 44,490 रुपये)
  • 16GB+512GB वेरिएंट की कीमत 3999 युआन (करीब 46,840 रुपये)
  • 16GB+1TB वेरिएंट की कीमत 4499 युआन (करीब 52,690 रुपये)

Oppo का रफ एंड टफ बॉडी वाला नया 5G फोन 18 हजार रु. से कम में भारत में लॉन्च

नई दिल्ली। Oppo कम्पनी ने भारत में अपना नया बजट 5G स्मार्टफोन Oppo A5 Pro को आज भारत में लॉन्च कर दिया है। ओप्पो का यह नया A-सीरीज स्मार्टफोन कई बेहतरीन फीचर्स के साथ आता है इसमें 50MP कैमरा, 120Hz रिफ्रेश रेट डिस्प्ले और मिलिट्री ग्रेड सर्टिफाइड बॉडी है। फोन बढ़िया durability के साथ आता है जो पानी, धूल और गिरने जैसे झटकों को सहने में सक्षम है।

कीमत और उपलब्धता: Oppo A5 Pro को दो वेरिएंट्स में लॉन्च किया गया है। इसके 8GB RAM + 128GB स्टोरेज मॉडल की कीमत 17,999 रुपये और 8GB RAM + 256GB स्टोरेज फोन की 19,999 रुपये रखी गई है। यह दो रंगों में मिलेगा: Feather Blue और Mocha Brown हैं। फोन को आप Amazon, Flipkart, Oppo की ऑफिशियल वेबसाइट और देशभर के रिटेल स्टोर्स से खरीद सकते हैं।

लॉन्च ऑफर्स के तहत Oppo A5 Pro की खरीद पर ग्राहकों को कई ऑफर्स भी मिलेंगे। जैसे आप SBI, IDFC FIRST Bank, BOB Financial, Federal Bank और DBS क्रेडिट कार्ड पर 10% तक (1,500 रुपये तक) का इंस्टेंट कैशबैक पा सकते हैं। फोन पर 6 महीने तक की नो-कॉस्ट EMI है।

फीचर्स: Oppo A5 Pro की सबसे बड़ी खासियत इसकी मजबूती है। फोन में “360 Armour Body” दी गई है जो 14 मिलिट्री ग्रेड टेस्ट पास कर चुकी है। यह IP66, IP68 और IP69 रेटिंग्स के साथ आता है, जिससे यह धूल, पानी और दूध या कॉफी जैसी लिक्विड स्पिल्स से भी सुरक्षित रहता है। डिस्प्ले को Gorilla Glass 7i की सुरक्षा दी गई है।

इसमें 6.67-इंच का HD+ LCD डिस्प्ले है जो 120Hz रिफ्रेश रेट और 1000 निट्स ब्राइटनेस सपोर्ट करता है। बैटरी की बात करें तो फोन में 5800mAh की बड़ी बैटरी है जो 45W SUPERVOOC फास्ट चार्जिंग सपोर्ट करती है। सिक्योरिटी के लिए इसमें साइड-माउंटेड फिंगरप्रिंट स्कैनर दिया गया है।

खासियत: प्रोसेसर की बात करें तो इसमें 6nm MediaTek Dimensity 6300 चिपसेट दिया गया है, जो 8GB रैम और 128GB/256GB UFS 2.2 स्टोरेज के साथ आता है। यह फोन Android 15 आधारित ColorOS 15 पर चलता है। कैमरा सेटअप में पीछे की तरफ 50MP प्राइमरी सेंसर और 2MP मोनोक्रोम सेंसर मिलता है, वहीं फ्रंट में 8MP सेल्फी कैमरा है। फोन में कनेक्टिविटी के लिए 5G सपोर्ट, डुअल 4G VoLTE, डुअल-बैंड Wi-Fi, Bluetooth 5.3 और USB Type-C पोर्ट जैसे ऑप्शन मिलते हैं।

JEE Advanced 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू, ऐसे करें रजिस्ट्रेशन

नई दिल्ली। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर (IIT Kanpur) की ओर से जेईई एडवांस 2025 एग्जामिनेशन के लिए आवेदन प्रक्रिया 23 अप्रैल से स्टार्ट कर दी गई है। जो भी अभ्यर्थी जेईई मेंस में टॉप 2.5 लाख रैंक प्राप्त करके इस एग्जाम के लिए क्वालीफाई हुए हैं वे तुरंत ही ऑनलाइन माध्यम से आधिकारिक वेबसाइट jeeadv.ac.in पर जाकर फॉर्म भर सकते हैं। जेईई एडवांस एप्लीकेशन फॉर्म भरने की लास्ट डेट 2 मई एवं आवेदन शुल्क जमा करें की अंतिम तिथि 5 मई तय की गई है।

एप्लीकेशन प्रॉसेस एवं फीस
जेईई एडवांस एग्जाम में आवेदन केवल ऑनलाइन ही किया जा सकता है। सभी छात्र एप्लीकेशन फॉर्म स्वयं ही घर बैठे कर सकते हैं। फॉर्म भरने की स्टेप्स निम्नलिखित हैं-

  1. जेईई एडवांस 2024 में आवेदन के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट jeeadv.ac.in पर विजिट करें।
  2. वेबसाइट के होम पेज पर Online Registration for JEE (Advanced) 2025 is now open for all candidates. Please Click here to visit the Registration Portal. पर क्लिक करके आगे बढ़ें।
  3. अब यहां आपको JEE (Main) 2025 Candidates पर क्लिक करके नीचे मांगी गई डिटेल भरकर रजिस्ट्रेशन कर लेना है।
  4. इसके बाद अन्य डिटेल भरकर फॉर्म को पूरा कर लें।
  5. अंत में निर्धारित शुल्क जमा करना है और पूर्ण रूप से भरे हुए फॉर्म का एक प्रिंटआउट निकालकर सुरक्षित रख लेना है।

JEE Advanced 2025 Application Form link
JEE Advanced 2025 Information Brochure

कब होगी परीक्षा
जेईई एडवांस एग्जाम 2025 का आयोजन देशभर में निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर 18 मई 2025 को करवाया जायेगा। एग्जाम के लिए एडमिट कार्ड 11 मई को जारी किये जायेंगे जो 18 मई तक डाउनलोड के लिए उपलब्ध रहेंगे। छात्र इन्हीं डेट्स में अपना प्रवेश पत्र लॉग इन क्रेडेंशियल दर्ज करके डाउनलोड कर सकेंगे।

आईआईटी के बैचलर प्रोग्राम में ले सकेंगे प्रवेश
जेईई एडवांस एग्जाम के माध्यम से स्टूडेंट्स देश भर के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IITs) में संचालित होने वाले बैचलर डिग्री प्रोग्राम्स में प्रवेश प्राप्त कर सकेंगे। आईआईटी में प्रवेश परीक्षा में प्राप्त रैंक और सीटों के अनुसार प्रदान किया जायेगा। आपको बता दें कि जेईई एडवांस में वे ही अभ्यर्थी भाग ले सकते हैं जो जेईई मेन में टॉप 2.5 लाख रैंक प्राप्त करते हैं। एग्जाम से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए स्टूडेंट्स ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।

PM Modi warned terrorist: आतंकियों को कल्पना से बड़ी सजा देंगे: पीएम मोदी

मधुबनी। PM Modi Bihar Visit: पहलगाम में आतंकी हमले की घटना के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार से आतंकियों को सख्त संदेश दिया है। उन्होंने साफ शब्दों में इस हमले की साजिश रचने वालों और इसे अंजाम देने वालों को चेताते हुए कहा कि उन्हें सजा मिलकर रहेगी। अब आतंकियों की बची-खुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है।

आज बिहार की सरजमीं से मैं पूरी दुनिया से यह कहना चाहता हूं कि भारत इन लोगों की पहचान करेगा, उन्हें ढूंढेगा और हर आतंकी तथा उनकी मदद करने वालों को सजा देगा। हम उन्हें पृथ्वी के अंतिम छोर तक खदेड़ देंगे। भारत की आत्मा को आतंकवाद कभी नहीं तोड़ सकता। इंसाफ मिले, इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। इस दुनिया में जो भी इंसानियत के पक्ष में है, वह हमारे साथ है। इस वक्त दुनिया में जो हमारे साथ खड़ा है, हम उनके शुक्रगुजार हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि यह हमला सिर्फ निहत्थे पर्यटकों पर नहीं हुआ है, देश के दुश्मनों ने भारत की आत्मा पर हमला करने का दुस्साहस किया है। मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि जिन्होंने यह हमला किया है, उन आतंकियों को और इस हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी। सजा मिलकर रहेगी। अब आतंकियों की बची-खुची जमीन को भी मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है। 140 करोड़ भारतीयों की इच्छाशक्ति अब आतंक के आकाओं की कमर तोड़कर रहेगी।

पाक सरकार की शिमला समझौता रद्द करने की धमकी, जानें किसको होगा फायदा

नई दिल्ली। Shimla Agreement: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। भारत सरकार ने इस हमले के जवाब में कड़े कदम उठाते हुए सिंधु जल समझौते को निलंबित कर दिया और पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सार्क वीजा छूट योजना (एसवीईएस) रद्द कर दी। इसके अलावा, नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के रक्षा, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को ‘अवांछित व्यक्ति’ घोषित किया गया है। इन कदमों से बौखलाए पाकिस्तान में अब शिमला समझौते को रद्द करने की चर्चा जोर पकड़ रही है।

पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गुरुवार सुबह नेशनल सिक्योरिटी कमेटी (एनएससी) की आपात बैठक बुलाई है, जिसमें शिमला समझौते से हटने पर विचार किया जा सकता है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, “भारत के हालिया बयानों और कदमों का जवाब देने के लिए यह बैठक बुलाई गई है।” पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक टीवी चैनल पर दावा किया कि पहलगाम हमला पाकिस्तान से जुड़ा नहीं है और भारत के कई हिस्सों में हिंसा “घरेलू विद्रोह” का नतीजा है।

पाकिस्तानी न्यूजपेपर द नेशन ने अपनी खबर में लिखा है कि अगर सिंधु नदी के पानी तक पाकिस्तान की पहुंच पर खतरा मंडराता है, तो अन्य द्विपक्षीय समझौतों की बुनियाद भी कमजोर पड़ सकती है। इसके जवाब में पाकिस्तान नियंत्रण रेखा (एलओसी) स्थापित करने वाले शिमला समझौते के साथ ही अन्य युद्धविराम व्यवस्थाओं को निलंबित करने पर विचार कर सकता है। पाकिस्तानी मीडिया में इस मुद्दे पर गर्मागर्म चर्चा हो रही है।

क्या है शिमला समझौता?
शिमला समझौता हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में 28 जून से 2 जुलाई 1972 तक चली कई दौर की वार्ताओं का परिणाम था। इसे भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति जुल्फिकार अली भुट्टो ने हस्ताक्षर किए। यह समझौता 1971 के युद्ध के बाद के तनाव को कम करने और दोनों देशों के बीच शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा देने के लिए किया गया था।

युद्ध में भारत ने न केवल पाकिस्तान को सैन्य रूप से परास्त किया था, बल्कि पूर्वी पाकिस्तान (आज का बांग्लादेश) को स्वतंत्र कराकर पाकिस्तान को दो हिस्सों में विभाजित कर दिया था। इसके अलावा, भारत ने 93,000 से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों को युद्धबंदी बनाया था और पाकिस्तान के लगभग 5,000 वर्ग मील क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था।

शिमला समझौता एक शांति संधि से कहीं अधिक है; यह दोनों देशों के बीच भविष्य के संबंधों के लिए एक ढांचा प्रदान करता है। इसका मुख्य उद्देश्य युद्ध के बाद उत्पन्न मुद्दों, जैसे युद्धबंदियों की वापसी, कब्जाए गए क्षेत्रों का आदान-प्रदान और कश्मीर विवाद को संबोधित करना है।

द्विपक्षीय समाधान का सिद्धांत: समझौते का सबसे महत्वपूर्ण प्रावधान यह था कि भारत और पाकिस्तान अपने सभी विवादों, विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर से संबंधित मुद्दों, को द्विपक्षीय बातचीत के माध्यम से हल करेंगे। यह कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय मंचों, जैसे संयुक्त राष्ट्र, पर उठाने से रोकने के लिए एक रणनीतिक कदम था।

नियंत्रण रेखा (LoC) का सम्मान: समझौते में यह तय हुआ कि 17 दिसंबर 1971 को युद्धविराम के बाद स्थापित नियंत्रण रेखा को दोनों देश सम्मान करेंगे। इसे वास्तविक नियंत्रण रेखा (LoC) के रूप में मान्यता दी गई, और दोनों पक्षों ने सहमति जताई कि वे इसे एकतरफा रूप से बदलने की कोशिश नहीं करेंगे।

क्षेत्रों की वापसी और युद्धबंदियों का आदान-प्रदान: भारत ने युद्ध में कब्जाए गए पश्चिमी पाकिस्तान के क्षेत्रों को वापस करने और 90,000 पाकिस्तानी युद्धबंदियों को रिहा करने पर सहमति जताई। बदले में, पाकिस्तान ने बांग्लादेश को मान्यता देने और द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य करने का वादा किया।

शांति और सहयोग को बढ़ावा: दोनों देशों ने एक-दूसरे की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का सम्मान करने, बल प्रयोग से बचने और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के सिद्धांतों का पालन करने का वचन दिया। व्यापार, संचार, और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाने पर सहमति बनी।

परमाणु स्थिरता: समझौते ने परमाणु वृद्धि के जोखिम को कम करने और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देने पर जोर दिया। दोनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

शिमला समझौते का असर
शिमला समझौते ने कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंचों से हटाकर द्विपक्षीय स्तर पर लाने में भारत को महत्वपूर्ण सफलता दिलाई। इससे भारत ने यह सुनिश्चित किया कि कश्मीर पर कोई तीसरा पक्ष, जैसे संयुक्त राष्ट्र या कोई अन्य देश, हस्तक्षेप नहीं करेगा।

समझौते ने तत्काल सैन्य तनाव को कम करने और दक्षिण एशिया में स्थिरता को बढ़ावा देने में योगदान दिया। युद्धविराम व्यवस्था और नियंत्रण रेखा की स्थापना ने अनियोजित सैन्य वृद्धि को रोका।

1971 के युद्ध और शिमला समझौते ने भारत को एक क्षेत्रीय शक्ति के रूप में स्थापित किया। इंदिरा गांधी की दृढ़ नेतृत्व ने भारत को वैश्विक मंच पर एक गंभीर खिलाड़ी के रूप में उभारा।

पाकिस्तान ने अपने युद्धबंदियों और क्षेत्रों की वापसी हासिल की, लेकिन वह कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाने में असफल रहा। इसके अलावा, समझौते के प्रावधानों का बार-बार उल्लंघन, जैसे नियंत्रण रेखा पर संघर्ष और आतंकवाद को प्रायोजित करना, ने इसकी विश्वसनीयता को कमजोर किया।

तो भारत को ही होगा फायदा
पाकिस्तानी मीडिया में यह चर्चा है कि पाकिस्तान शिमला समझौते से पीछे हटने पर विचार कर सकता है। पाकिस्तानी मीडिया में यह चर्चा है कि पाकिस्तान शिमला समझौते से पीछे हटने पर विचार कर सकता है। यदि ऐसा होता है, तो इसके पाकिस्तान के लिए गंभीर परिणाम होंगे।

कश्मीर पर अंतरराष्ट्रीय दबाव से मुक्ति: शिमला समझौता कश्मीर को द्विपक्षीय मुद्दा बनाए रखने का आधार है। यदि पाकिस्तान इसे रद्द करता है, तो भारत यह तर्क दे सकता है कि पाकिस्तान ने स्वयं समझौते को अमान्य कर दिया, जिससे भारत को कश्मीर पर अपनी नीतियों को और मजबूत करने की स्वतंत्रता मिलेगी। भारत यह दावा कर सकता है कि कश्मीर उसका आंतरिक मामला है, और वह बिना किसी बाहरी दबाव के इस पर निर्णय ले सकता है।

कूटनीतिक अलगाव: समझौता रद्द करना पाकिस्तान की कूटनीतिक विश्वसनीयता को और कमजोर करेगा। वैश्विक समुदाय इसे एक गैर-जिम्मेदार कदम के रूप में देखेगा, जिससे पाकिस्तान का अंतरराष्ट्रीय अलगाव बढ़ सकता है। भारत इस स्थिति का लाभ उठाकर पाकिस्तान को आतंकवाद के प्रायोजक के रूप में और उजागर कर सकता है।

सैन्य और रणनीतिक स्वतंत्रता: शिमला समझौते ने नियंत्रण रेखा को एक स्थायी सीमा के रूप में मान्यता दी। यदि यह रद्द होता है, तो भारत इसे एक अवसर के रूप में देख सकता है और नियंत्रण रेखा के पार, विशेष रूप से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में, अधिक आक्रामक रणनीति अपना सकता है। भारत PoK में विकास परियोजनाओं को बढ़ावा दे सकता है या वहां के लोगों के साथ सीधा संपर्क स्थापित कर सकता है।