सांगोद क्षेत्र के जीएसएस पूरे प्रदेश में मॉडल के तौर पर विकसित किए जाएं: मंत्री नागर

ऊर्जा मंत्री ने डाबरी और कुराडिया खुर्द स्थित 33/11 केवी जीएसएस का निरीक्षण किया

कोटा/ सांगोद। ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने डाबरी और कुराडिया खुर्द स्थित जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के 33/11 केवी जीएसएस का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अपने साथ मौजूद ऊर्जा विभाग के अधिकारियों से कुछ जीएसएस को मॉडल के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि हमारे जीएसएस पूरे प्रदेश में मॉडल के तौर पर विकसित किए जाने चाहिए। जहां पर ऑपरेशन से लेकर साफ सफाई तक हर चीज का ध्यान रखा जाता है। मंत्री श्री नागर ने डाबरी कुराडिया खुर्द जीएसएस पर स्थित कंट्रोल पैनल को देखा।

उन्होंने कहा कि इस प्रकार के पैनल सभी जीएसएस में लगाई जा सकते हैं। जहां मैन्युअल ऑपरेशन करने के बजाय ऑटोमेटिक ऑपरेशन किया जा सके। उन्होंने इसकी लागत का आंकलन करने के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया।

मंत्री श्री नागर ने कहा कि जीएसएस के उचित रखरखाव के लिए सरकार प्रयासरत है। जीएसएस पर कर्मचारी के सलेक्शन के लिए कमेटी का गठन किया जाएगा। बायोमेट्रिक हाजिरी दिन में तीन बार फेस रीडिंग के जरिए कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि बिना ऑनलाइन रिक्वेस्ट के शटडाउन नहीं देने का नियम बना रहे हैं। विद्युत तंत्र में सुधार और निर्बाध बिजली वितरण के लिए जनता के भी सुझाव ले रहे हैं।

किसानों की शिकायत पर गेहूं खरीद केन्द्र पर अनियमितता की जांच के निर्देश

ऊर्जा मंत्री ने सांगोद में की जनसुनवाई, मौके पर ही किया परिवादों का निस्तारण

कोटा/ सांगोद। ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने रविवार को सांगोद सांगोद स्थित निजी आवास पर जनसुनवाई की। इस दौरान उप प्रधान ओम नागर अडूसा, क्रय विक्रय सहकारी समिति के अध्यक्ष ओम महता, भाजपा जिला उपाध्यक्ष दिलीप गर्ग, देहात मण्डल अध्यक्ष मुरारी मेहता, नागर मण्डल अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सोनी, रामावतार वर्मा समेत क्षेत्र के प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

ऊर्जा मंत्री ने जन समस्याओं को लेकर अधिकारियों को तुरंत निराकरण के निर्देश दिए। वहीं काम में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को सख्त निर्देश देते हुए लताड़ भी लगाई। ऊर्जा मंत्री ने ग्रामीणों के साथ दुर्व्यवहार करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की चेतावनी दी।

इस दौरान बड़ी संख्या में किसानों ने गेहूं खरीद में अनियमितता, भ्रष्टाचार समेत अन्य शिकायतें की। किसानों ने बताया कि खरीद केंद्र पर कर्मचारियों द्वारा तुलाई के लिए पैसे की मांग की जाती है। वहीं बुहारी के नाम पर भी किसानों के साथ ठगी हो रही है।

इस पर ऊर्जा मंत्री श्री हीरालाल नागर ने एफसीआई, राजफेड के अधिकारियों और खरीद ठेकेदार को बुलाकर उन्हें सख्त निर्देश दिए। साथ ही जिला कलेक्टर से भी बात की। उन्होंने प्रदेश के सहकारिता मंत्री गौतम कुमार दक से बात कर हाड़ौती में गेहूं खरीद में हो रही गड़बड़ी और किसानों की शिकायत से अवगत कराया।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए किसानों की शिकायत की विस्तृत जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाया जाता है, उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए।

मंत्री श्री नागर ने कहा कि मापदंडों का बहाना बनाकर किसी भी किसान का गेहूं खरीद से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। गेहूं खरीद में व्यावहारिक शिथिलता बरती जा सकती है। उन्होंने कहा कि खरीद केंद्रों पर किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।

केन्द्रों पर छाया, पानी, विश्राम और शौचालय समेत सभी प्राथमिक सुविधाएं दी जाए। वहीं गर्मी की भीषणता को देखते हुए भी समुचित व्यवस्थाएं चौक बंद की जानी चाहिए। दूसरी ओर, खरीदी के बाद पेमेंट की व्यवस्था भी समय पर की जानी चाहिए।

ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को जनता के साथ सदव्यवहार करने की सीख दी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अपनी समस्या लेकर के अधिकारियों और कर्मचारियों के पास आते हैं तो उनके साथ में बुरा बर्ताव किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के लिए फायर एनओसी तीन वर्ष किए जाने का स्वागत

हॉस्टलों में भी फायर एनओसी दो वर्ष की जगह तीन वर्ष की जाए: होटल फेडरेशन

कोटा। होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा डिवीजन के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी एवं महासचिव संदीप पाडिया बताया कि हॉस्पिटैलिटी सेक्टर एवं होटल- रिर्सोट के लिए ली जाने वाली फायर एनओसी अब 3 वर्ष तक कर दी गयी है। यह समस्त होटल फेडरेशन के लिए गर्व का क्षण है।

राजस्थान के हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के लिए 3 वर्ष का फायर एनओसी प्राप्त करना एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। यह उन प्रमुख मांगों में से एक थी जिसे होटल फेडरेशन ऑफ़ राजस्थान द्वारा लगातार उठाई जा रही थी ।

उन्होंने बताया कि इस सफलता का श्रेय होटल फेडरेशन ऑफ़ राजस्थान कोटा डिवीजन एवं होटल फेडरेशन ऑफ़ राजस्थान की टीम को जाता है, जिसमें विशेष रूप से प्रदेश अध्यक्ष हुसैन खान, संरक्षक सुरेन्द्र सिंह शाहपुरा जिनके मार्गदर्शन और निरंतर प्रयासों ने इसे संभव बनाया।

इससे राजस्थान के पर्यटन होटल एवं हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगा। होटल फेडरेशन ऑफ़ राजस्थान कोटा डिवीजन के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने बताया कि इसी तरह हॉस्टलों पर भी फायर एनओसी 1 वर्ष की जगह 2 वर्ष कर दी गई है, जिसे भी 3 वर्ष किया जाना चाहिए ताकि हॉस्टल व्यवसाईयों को भी इसका फायदा मिल सके।

भारत न छोड़ने वाले पाकिस्तानियों को तीन साल की जेल, 3 लाख जुर्माना या दोनों सजाएं

नई दिल्ली। Pahalgam terror attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत की तरफ से पाकिस्तान पर कड़ी कार्रवाई की गई है। जिसमें भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों (अलग-अलग वीजा रखने वालों) को देश छोड़ने का निर्देश दिया गया था। जिसमें कुछ चले गए हैं और कुछ दो दिन कुछ और भी वापस देश से भेजे जाएंगे।

वहीं इस नियम को न मानने वाले पाकिस्तानियों पर बड़ी कार्रवाई की जा सकती है। जानकारी के मुताबिक, कोई भी पाकिस्तानी नागरिक, जो सरकार की तरफ से निर्धारित समय-सीमा के भीतर भारत छोड़ने में विफल रहता है, उसे गिरफ्तार किया जाएगा, उस पर मुकदमा चलाया जाएगा और उसे तीन साल तक की जेल या अधिकतम तीन लाख रुपये का जुर्माना या दोनों सजाओं का सामना करना पड़ सकता है।

बता दें कि, सार्क वीजा रखने वालों के लिए भारत छोड़ने की समय-सीमा 26 अप्रैल थी। मेडिकल वीजा रखने वालों के लिए समय-सीमा 29 अप्रैल है। जिन 12 श्रेणियों के वीजा धारकों को रविवार तक भारत छोड़ना है, वे हैं – आगमन पर वीजा, व्यवसाय, फिल्म, पत्रकार, पारगमन, सम्मेलन, पर्वतारोहण, छात्र, आगंतुक, समूह पर्यटक, तीर्थयात्री और समूह तीर्थयात्री।

4 अप्रैल को लागू हुए आव्रजन एवं विदेशी अधिनियम 2025 के अनुसार, निर्धारित समय से अधिक समय तक रहना, वीजा शर्तों का उल्लंघन करना या प्रतिबंधित क्षेत्रों में अनाधिकार प्रवेश करने पर तीन साल की जेल और 3 लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है।

अधिनियम में कहा गया है, ‘जो कोई भी, (क) विदेशी होते हुए, भारत के किसी क्षेत्र में उस अवधि से अधिक अवधि तक रहता है, जिसके लिए उसे वीजा जारी किया गया था या धारा 3 के प्रावधानों का उल्लंघन करते हुए वैध पासपोर्ट या अन्य वैध यात्रा दस्तावेज के बिना भारत में रहता है या भारत या उसके अंतर्गत किसी भाग में प्रवेश और रहने के लिए उसे जारी किए गए वैध वीजा की शर्तों का उल्लंघन करते हुए कोई कार्य करता है’।

‘(ख) धारा 17 और 19 के अलावा इस अधिनियम के किसी अन्य प्रावधान का उल्लंघन करता है, या इसके अंतर्गत बनाए गए किसी नियम या आदेश या इस अधिनियम के अनुसरण में दिए गए किसी निर्देश या अनुदेश या ऐसे आदेश या अनुदेश या अनुदेश का उल्लंघन करता है, जिसके लिए इस अधिनियम के अंतर्गत कोई विशिष्ट दंड का प्रावधान नहीं है, तो उसे तीन वर्ष तक के कारावास या तीन लाख रुपये तक के जुर्माने या दोनों से दंडित किया जा सकता है।’

बीमा संशोधन विधेयक संसद के मानसून सत्र में पेश होगा, FDI 100% करने की तैयारी

नई दिल्ली। संसद के आगामी मानसून सत्र में बीमा संशोधन विधेयक पेश किया जा सकता है। विधेयक में बीमा क्षेत्र में एफडीआई की सीमा बढ़ाकर 100 प्रतिशत करने की तैयारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विधेयक का मसौदा तैयार है और इसे जल्द ही मंजूरी के लिए कैबिनेट के सामने पेश किया जाएगा। कैबिनेट की मंजूरी के बाद वित्त मंत्रालय के तहत वित्तीय सेवा विभाग विधेयक को संसद में पेश करने की प्रक्रिया शुरू करेगा।

संसद का मानसून सत्र आमतौर पर जुलाई में शुरू होता है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस साल के बजट भाषण में कहा कि वित्तीय क्षेत्र सुधारों के तहत बीमा क्षेत्र में विदेशी निवेश की सीमा को मौजूदा 74 प्रतिशत से बढ़ाकर 100 प्रतिशत करने का प्रस्ताव रखा। वित्त मंत्री ने कहा था कि, ‘यह बढ़ी हुई सीमा उन कंपनियों के लिए उपलब्ध होगी जो भारत में पूरा प्रीमियम निवेश करती हैं। साथ ही विदेशी निवेश से जुड़ी मौजूदा शर्तों और सुरक्षा की समीक्षा की जाएगी और उन्हें सरल बनाया जाएगा।’

ये किए जा सकते हैं बदलाव
रिपोर्ट्स के अनुसार, वित्त मंत्रालय ने बीमा अधिनियम, 1938 के विभिन्न प्रावधानों में संशोधन करने का प्रस्ताव दिया है, जिसमें बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को बढ़ाकर 100 प्रतिशत करना, और समग्र लाइसेंस का प्रावधान शामिल है। प्रस्तावित संशोधन पॉलिसीधारकों के हितों को बढ़ावा देने, उनकी वित्तीय सुरक्षा बढ़ाने और बीमा बाजार में अधिक खिलाड़ियों के प्रवेश को सुविधाजनक बनाने पर केंद्रित है। जिससे आर्थिक विकास और रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा।

दिगंबर जैन सोशल ग्रुप फेडरेशन ने पहलगाम नरसंहार के खिलाफ निकाला कैंडल मार्च

कोटा। पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा 26 निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या के खिलाफ दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप फेडरेशन कोटा रीजन के तत्वावधान में शनिवार को एक कैंडल मार्च निकाला गया। कार्यक्रम का आयोजन दादाबाड़ी छोटे चौराहे से बड़े चौराहे तक किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।

कार्यक्रम के संयोजक मनोज नैना सोनी और राजेंद्र रेखा जैन (एसबीबीजे) ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मार्च के समापन पर उपस्थित सभी लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर मृतकों को श्रद्धांजलि दी और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करने का संकल्प लिया।

कोटा रीजन अध्यक्ष अनिल जैन ने बताया कि फेडरेशन के निर्णयानुसार देशभर के सभी रीजन व ग्रुप्स ने एक ही तिथि और एक ही समय पर अपने-अपने नगर में कैंडल मार्च निकालकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। कोटा में भी रात्रि 8:00 बजे शांतिपूर्वक मोमबत्तियाँ जलाकर मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।

ड्रेस कोड में दिखा अनुशासन और एकता
कैंडल मार्च में पुरुषों ने सफेद वस्त्र एवं महिलाओं ने क्रीम रंग के वस्त्र धारण किए, जिससे कार्यक्रम में एकता और अनुशासन का सुंदर उदाहरण प्रस्तुत हुआ। शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित इस मार्च ने समूचे वातावरण को श्रद्धा और करुणा से भर दिया। दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप फेडरेशन कोटा रीजन के अध्यक्ष अनिल ठोरा ने कहा कि आतंकवाद न केवल निर्दोष लोगों की जान लेता है, बल्कि मानवता को भी लहूलुहान करता है। आज हम सब एकजुट होकर इस कृत्य की निंदा करते हैं और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

प्रमुख गणमान्य उपस्थित रहे
कैंडल मार्च में अनेक प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। प्रमुख रूप से विमल जैन नाता, राकेश मडिया, विमल जैन वर्धमान, पदम बडला, राजेंद्र जैन बैंक, मनोज जैन सोनी, हेमंत पाटनी, पीयूष जैन, अनिल ठोरा, जे.के. जैन, सुरेश चांदवड, सुरेश हरसोरा, उमेश अजमेरा, विजय दुगरिया, जीवनधर सोगानी, मधु शाह, नैना जैन, रेखा ठग और सीमा बगड़िया के नाम शामिल हैं।

ट्रांसपोर्ट कंपनीज एसोसिएशन की आम सभा में शंभुपुरा के निरस्त भूखण्डों का मुद्दा उठाया

कोटा। ट्रांसपोर्ट कंपनीज एसोसिएशन कोटा की वार्षिक आम सभा रविवार को पोरवाल भवन, सुभाष नगर में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई। बैठक में शंभुपुरा ग्रोथ सेंटर में निरस्त किए गए भूखण्डों की बहाली का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया। आरंभ में पूर्व सभी सदस्यों ने बैसरन घाटी (पहलगाम) में आतंकवादियों द्वारा 26 निर्दोष पर्यटकों की निर्मम हत्या पर दो मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि दी गई।

सभा में सबसे अहम मुद्दा शंभुपुरा ग्रोथ सेंटर में आवंटित भूखण्डों के निरस्त होने का रहा। अध्यक्ष मधुसूदन खण्डेवाल ने इस समस्या पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए सभी सदस्यों से एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया। वरिष्ठ सदस्यों पूर्व सचिव चंद्रखेशर रामचंदानी, जितेन्द्र जैन, सोहन लाल जैन, सुंदर लाल जैन, निगम शर्मा, महावीर बाहेती, मनोज रायका और रमेश विजय ने भी निरस्त भूखण्डों के लिए आंदोलन की आवश्यकता पर बल दिया और सभी ट्रांसपोर्ट सदस्यों को एक झंडे के नीचे संघर्ष करने की वकालत की।

एसोसिएशन के अध्यक्ष मधुसूदन खण्डेवाल एवं संरक्षक जे.पी. शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा, “ट्रांसपोर्ट कंपनीज एसोसिएशन वर्ष 1969 से कोटा में कार्यरत है और हर ट्रांसपोर्ट कंपनी के सुख-दुख की साथी रही है। हमारा संगठन एक लोकतांत्रिक संस्था है, जहां पिछले चार कार्यकालों से निरंतर चुनाव के माध्यम से पदाधिकारियों का चयन किया जा रहा है।

उन्होने सदस्यों को आश्वासन दिया कि वे एक संयुक्त संघर्ष समिति के माध्यम से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को इस समस्या से अवगत कराकर उचित समाधान निकालने का प्रयास करेंगे। उपाध्यक्ष पंकज बजाज ने सदस्यों से एकजुटता बनाए रखने का आग्रह करते हुए कहा कि केवल संगठित प्रयासों से ही हम अपने अधिकारों की रक्षा कर सकते हैं और निरस्त भूखण्डों की बहाली सुनिश्चित कर सकते हैं।

एसोसिएशन की गतिविधियों की समीक्षा
सचिव प्रमोद कुमार गर्ग ने बताया कि आम सभा का मुख्य उद्देश्य वर्ष भर की गतिविधियों की समीक्षा करना, आगामी योजनाओं पर चर्चा करना तथा सदस्यों से सुझाव प्राप्त करना था। पूर्व महामंत्री चंद्रशेखर रामचंदानी ने अपने कार्यकाल के दौरान किए गए कार्यों और भूखण्ड आवंटन संबंधी मुद्दों पर प्रकाश डाला। वरिष्ठ सदस्य जितेंद्र जैन ने संगठन की मजबूती पर सवाल उठाए, जिस पर अध्यक्ष खण्डेवाल ने आश्वासन दिया कि सभी सुझावों को गंभीरता से लिया जाएगा।

बैठक में संरक्षक जेपी शर्मा, अध्यक्ष मधुसूदन खण्डेवाल, उपाध्यक्ष पंकज बजाज, सचिव प्रमोद कुमार गर्ग, कोषाध्यक्ष दीपक बाहेती सहित अन्य कार्यकारिणी सदस्य भी मंचासीन रहे।

रन द माइल, वाक विद स्टाइल: मोशन वॉक ओ रन में हजारों बच्चे व पैरंट्स हुए शामिल

कोटा। शहर के इंदप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र स्थित कोचिंग एरिया में रविवार सुबह का नज़ारा कुछ खास था। डकनिया रेलवे स्टेशन के पास स्थित मोशन एजुकेशन के द्रोण-2 कैंपस से अलसुबह दौड़ते बच्चों का उत्साह देखने लायक था। यह मौका था मोशन एजुकेशन द्वारा आयोजित “रन द माइल, वॉक विद स्टाइल – वॉक ओ रन” इवेंट का।

इसमें हज़ारों बच्चों और उनके साथ आए भी दौड़ लगाई। हेल्थ एंड हैप्पीनेस से जुड़ा यह आयोजन मोशन एजुकेशन के फाउंडेशन डिवीजन की ओर से किया गया था। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना और फिटनेस को जीवनशैली का हिस्सा बनाना था।

स्पेशल जुंबा और डीजे कंसर्ट से आगाज़
फाउंडर और सीईओ नितिन विजय ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत एनर्जेटिक जुंबा सेशन और डीजे कंसर्ट से हुई, जिसमें बच्चे ही नहीं, बड़े भी झूमते नजर आए। जैसे ही सूरज की पहली किरणें फैलीं, बच्चों ने डीजे की धुनों पर पूरी एनर्जी के साथ दौड़ की शुरुआत की। माहौल पूरी तरह जोश से भरा हुआ था। कई स्थानों पर म्यूज़िक के माध्यम से बच्चों का उत्साहवर्धन किया गया। कुछ स्थानों पर देशभक्ति गीतों से समां बांध दिया।

तीन कैटेगरी में हुई मैराथन
मोशन की डायरेक्टर डॉ. स्वाति विजय ने बताया कि वॉक ओ रन तीन कैटेगरी में हुई। इसमें 1.5 किलोमीटर की मैराथन में सात से 9 साल, तीन किलोमीटर में 10 से 12 साल और 5 किलोमीटर की मैराथन में 13 से 15 साल के बच्चों ने भाग लिया। इस दौरान सभी प्रतिभागियों के लिए टी-शर्ट, बैगपैक उपहार और जलपान की व्यवस्था की गई थी। इसमें भाग लेने वाले सभी बच्चों को इ-प्रमाणपत्र दिए गए है। इस दौरान मोशन एजुकेशन के चेयरमैन सुरेंद्र विजय, डायरेक्टर सुशीला विजय और फाउंडेशन डिवीजन के एकेडमिक हेड मुकेश गौड़ भी मौजूद थे।

विजेताओं को किया सम्मानित
वॉक-ओ-रन की शुरुआत डकनिया रेलवे स्टेशन के पास स्थित मोशन एजुकेशन के द्रोणा-2 कैम्पस से हुई। आगाज मोशन एजुकेशन के संस्थापक और सीईओ नितिन विजय ने हरी झंडी दिखाकर किया। दौड़ के अंत में पहले आयुवर्ग में मितांश जैन, वंश परालिया, विराट सिंह और तनिश, दूसरे में केशव मालव, दीक्षा और मृणाल और तीसरे आयुवर्ग के सबसे बड़े बच्चों में हितिक सिंह, जीवेश सिंह और अनुक्रान्त सिंह क्रमश विजेता रहे। इनको पुरस्कार और स्मृति चिह्न भेंट किए गए। अन्य विजेताओं को भी मैडल दिए गए।

सेहत के प्रति सजगता का संदेश
कार्यक्रम के प्रमोशनल पार्टनर कोटा हार्ट ग्रुप के डॉ. विपुल खंडेलवाल ने कहा कि सुबह जल्दी उठना न केवल शरीर को फिट रखता है बल्कि आंतरिक ऊर्जा को भी बढ़ाता है। हर किसी को अपने परिवार के साथ सुबह उठकर स्वास्थ्य से जुड़ी गतिविधियों में भाग लेना चाहिए।

पहलगाम हमले पर भारत के एक्शन के बाद पाक घुटनों के बल, बिलावल भुट्टो गिड़गिड़ाए

इस्लामाबाद। Pahalgam Terror attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। भारत के ऐक्शन से पाकिस्तान की हेकड़ी निकल चुकी है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में भारत पाकिस्तान के खिलाफ और बड़ी कार्रवाई कर सकता है। इस बीच, पाकिस्तान बैकफुट पर आ गया है और बातचीत से तनाव को कम करने के लिए गिड़गिड़ा रहा है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने दोनों देशों से विवादों के समाधान के लिए बातचीत का सहारा लेने का आग्रह किया है।

पाकिस्तान के एक निजी टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में बिलावल ने बातचीत के प्रति नई दिल्ली पर अफसोस जताया और कहा कि पाकिस्तानी सरकार ने बातचीत की पेशकश की, लेकिन भारत ने इसे अस्वीकार कर दिया। यानी कि साफ है कि हमला करने वाले पाकिस्तान की इस बातचीत वाली ‘नौटंकी’ करने का भारत पर कोई असर नहीं पड़ा है और भारत आतंकी हमले पर पाकिस्तान को करारा जवाब देने के लिए तैयार है।

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी। भारत ने इसके बाद सिंधु जल संधि को रोक दिया था, जिससे पाकिस्तान को पानी की कमी हो सकती है। साथ ही, भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा को भी रद्द करते हुए अटारी बॉर्डर भी बंद कर दिया। इस ऐक्शन से तिलमिलाए पाकिस्तान ने भी शहबाज शरीफ के नेतृत्व में हुई बैठक में भारतीय विमानों के लिए एयरस्पेस को बंद करने के साथ-साथ कई फैसले लिए। हालांकि, उससे भारत पर कोई बड़ा असर पड़ता नहीं दिख रहा है।

इससे पहले, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने धमकी दी थी कि अगर पानी रोका गया तो नदियों में खून बहेगा। यह धमकी पहलगाम आतंकी हमले के बाद सिंधु जल संधि (आईडब्ल्यूटी) को निलंबित करने के भारत के फैसले पर प्रतिक्रिया थी।

पूर्व विदेश मंत्री ने शुक्रवार को अपने गृह प्रांत सिंध के सुक्कुर इलाके में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए द न्यूज को दिए गए अपने बयान में कहा, “सिंधु हमारी है और हमारी ही रहेगी – या तो हमारा पानी इसमें बहेगा या उनका खून।” इस पर भारत की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई।

केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को पीपीपी अध्यक्ष की आलोचना करते हुए कहा कि दुनिया में ऐसे राजनेताओं की मौजूदगी दुर्भाग्यपूर्ण है। गोयल ने आगे कहा कि पाकिस्तान एक निराश देश है, जिसकी आतंक फैलाने के अलावा कोई प्राथमिकता नहीं है।

रॉयल एनफील्ड Hunter 350 मोटरसाइकल का भारत में अपडेटेड वर्जन लॉन्च

नई दिल्ली। New Royal Enfield Hunter 350 Price Features: भारत में 350 सीसी सेगमेंट की सबसे सस्ती मोटरसाइकल रॉयल एनफील्ड हंटर 350 का 2025 अपडेटेड वर्जन लॉन्च हो गया है और इस बार कंपनी ने ग्राहकों की जरूरतों को देखते हुए जहां इसके 3 नए कलर ऑप्शन पेश किए हैं, वहीं दूसरी तरफ एलईडी हेडलैंप, ट्रिपर नैविगेशन पॉड, यूएसबी टाइप-सी फास्ट चार्जिंग पोर्ट, बेहतर ग्राउंड क्लियरेंस, स्लिप असिस्ट क्लच, कंफर्टेबल सीट और रियर सस्पेंशन जैसी खूबियां भी दी गई हैं।

वेरिएंट और प्राइस
रॉयल एनफील्ड ने अपनी नई हंटर 350 को लंदन रेड, रियो वाइट और टोक्यो ब्लैक जैसे 3 नए आकर्षक कलर ऑप्शन में पेश किया है। अब प्राइस की बात करें तो इसके कुल 3 वेरिएंट हैं, जिनमें बेस वेरिएंट की कीमत 1,49,900 रुपये है और यह सिर्फ फैक्ट्री ब्लैक कलर ऑप्शन में है। इसका मिड वेरिएंट रिओ वाइट और डैपर ग्रे कलर ऑप्शन में है और इसकी एक्स शोरूम प्राइस 1,76,750 रुपये है। नई हंटर 350 का टॉप स्पेक वेरिएंट टोक्यो ब्लैक, लंदन रेड और मोस्ट डिमांडिंग रेबेल ब्लू कलर ऑप्शन में है और इसकी एक्स शोरूम प्राइस 1,81,750 रुपये है।

नए फीचर्स
2025 मॉडल रॉयल एनफील्ड हंटर 350 के अपडेटेड फीचर्स की बात करें तो सबसे पहले आपको फ्रंट में एलईडी हेडलैंप मिल जाते हैं। इसके साथ ही हैंडलबार के नीचे एक यूएसबी टाइप-सी फास्ट चार्जिंग पोर्ट भी दिया गया है। इस धांसू बाइक में अब आपको ट्रिपर नैविगेशन पॉड भी मिलेगा, जिसमें आप मैप का लाभ उठा सकेंगे। बाद बाकी इसमें अब 160 एमएम का ग्राउंड क्लियरेंस मिल जाता है। पहले इसमें 150 एमएम का ग्राउंड क्लियरेंस दिया गया था। रॉयल एनफील्ड ने नई हंटर के पिछले सस्पेंशन को भी बेहतर किया है और कंपनी का दावा है कि कंफर्टेबल सीट से अब राइडिंग और बेहतर हो जाएगी। एक और खूबी जो हंटर में जोड़ी गई है, वो है असिस्ट एंड स्लिप क्लच, जिससे राइडर को काफी सुविधा होगी।

इंजन और पावर
आपको बता दें कि नई हंटर 350 में पहले वाले मॉडल की तरह ही 349 सीसी का सिंगल सिलिंडर एयर कूल्ड जे सीरीज इंजन दिया गया है, जो कि 20.2 बीएचपी की पावर और 27 न्यूटन मीटर का टॉर्क जेनरेट करता है। इस बाइक में 5 स्पीड गियरबॉक्स मिलता है। रॉयल एनफील्ड ने युवाओं की जरूरत और सिटी राइड के लिए कंफर्टेबल 350 सीसी बाइक की डिमांड को देखते हुए हंटर को अपडेट किया है।

दुनियाभर में हंटर 350 का क्रेज
यहां एक और बात बताना जरूरी है कि रॉयल एनफील्ड ने 3 साल के अंदर दुनियाभर में हंटर 350 की 5 लाख यूनिट बेच दी है। कंपनी का कहना है कि हर 6 महीने में एक लाख हंटर ग्राहक बनते हैं, जिससे इसकी लोकप्रियता का अंदाजा होता है।