पाक विमानों के लिए भारत ने बंद किया अपना एयरस्पेस, पाकिस्तान को झटका

नई दिल्ली। India Closes Airspace For Pakistan Flights: पहलगाम हमले के बाद आतंकियों को शह देने के लिए रडार पर आए पाकिस्तान को भारत ने एक और बड़ा झटका दे दिया है। भारत ने पाकिस्तान की सभी उड़ानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद करने का ऐलान किया है। बुधवार को भारत ने एक NOTAM (नोटिस टू एयरमैन) जारी कर पाकिस्तान में रजिस्टर्ड, संचालित और स्वामित्व वाले सभी विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद करने की घोषणा की है। पाकिस्तानी विमानों पर 30 अप्रैल से 23 मई 2025 तक यह प्रतिबंध जारी रहेंगे।

भारत के इस फैसले से पाकिस्तान की कमर्शियल और सैन्य दोनों तरह के विमानों पर असर पड़ेगा। बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए पाकिस्तानी एयलाइंस ने पहले ही भारतीय हवाई क्षेत्र से बचना शुरू कर दिया था। वहीं भारत के ताबड़तोड़ एक्शन से बौखलाए पाकिस्तान ने पहले ही भारतीय उड़ानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने का ऐलान किया था। अब भारत ने भी अपना एयरस्पेस बंद कर पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है।

पाक के लिए खड़ी होगी मुश्किल
वहीं इंडिया टुडे ने अधिकारियों के हवाले से बताया है कि भारत द्वारा आधिकारिक रूप से अपने हवाई क्षेत्र को प्रतिबंधित करने के बाद अब पाकिस्तानी एयरलाइंस को मलेशिया जैसे दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों तक पहुंचने के लिए चीन या श्रीलंका जैसे देशों से होकर गुजरना पड़ेगा। यह पाकिस्तान के लिए बेहद लंबा रास्ता होगा और इससे आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान पर आर्थिक बोझ भी बढ़ेगा।

भारत ने दिए हैं कई झटके
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को एक के बाद एक कई झटके दिए हैं। पहलगाम में आतंकियों ने 26 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए सिंधु जल संधि को स्थगित करने, अटारी चेक पोस्ट को बंद करने और पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द करने समेत कई कदम उठाए हैं।

ब्राजील में सोयाबीन का रिकॉर्ड उत्पादन, सीपीओ के वायदा में नरमी के संकेत

मुम्बई। लैटिन अमरीकी देश ब्राजील में सोयाबीन का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है और फसल की कटाई-तैयारी लगभग समाप्त हो चुकी है। अर्जेन्टीना में नई फसल की जोरदार कटाई आरंभ हो गई है।

अमरीका में नई फसल के लिए सोयाबीन की बिजाई हो रही है। अमरीकी राष्ट्रपति ने पहले कहा था कि टैरिफ मुद्दे पर अमरीका और चीन के बीच बातचीत चल रही है मगर चीन ने इसका खंडन करते हुए कहा है कि कोई द्विपक्षीय वार्ता नहीं हो रही है।

इससे शिकागो एक्सचेंज में सोयाबीन एवं इसके उत्पादों के वायदा मूल्य में नरमी आ गई। चीन ने अमरीका से सोयाबीन का आयात रोककर ब्राजील से आयात बढ़ाना शुरू कर दिया है जिससे अमरीकी निर्यातक काफी चिंतित हैं।

इधर मलेशिया में उत्पादन बढ़ने की उम्मीद से क्रूड पाम तेल का वायदा नरम पड़ने लगा है। मलेशिया अपने पाम तेल का निर्यात प्रदर्शन सुधारने का हर संभव प्रयास कर रहा है। सीपीओ का भाव पहले सोया तेल से ऊपर पहुंच गया था जो अब नीचे आने लगा है।

चालू सप्ताह के पहले दिन कुआलालम्पुर स्थित बुर्सा मलेशिया डेरीवेटिव्स (बीएमडी) एक्सचेंज में बेंचमार्क जुलाई अनुबंध के लिए क्रूड पाम तेल का वायदा मूल्य 2.37 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3961 रिंगिट (908.49 डॉलर) प्रति टन पर बंद हुआ था। समझा जाता है कि यदि सोया तेल में नरमी आती है तो सीपीओ का वायदा भाव आगे कुछ और गिर सकता है।

घरेलू प्रभाग में सोयाबीन एवं सोया तेल के दाम में सीमित उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। सरसों की आवक सामान्य स्तर से कम हो रही है। मूंगफली की सरकारी बिक्री शुरू होने से बाजार में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है।

स्वदेशी उद्योग संगठनों के आग्रह पर सरकारी स्टॉक से सोयाबीन की बिक्री फिलहाल स्थगित हो गई है, इसलिए अब आपूर्ति के बजाए मांग पर इसका भाव निर्भर करेगा। अन्य तेल-तेलहन के बाजार में उठा-पटक नहीं है। चीन में कैनोला के आयात पर 100 प्रतिशत का सीमा शुल्क लगने से कनाडा में भाव स्थिर हो गया है।

Dry fruits: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव से सूखे मेवों का आयात प्रभावित

नई दिल्ली। Dry fruits Price: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव एवं युद्ध जैसे हालात के कारण अफगानिस्तान से पाकिस्तान के रास्ते (सीमा सड़क मार्ग से) भारत में सूखे मेवों का आयात बुरी तरह प्रभावित होने की आशंका है।

समझा जाता है कि बाघा-अटारी बॉर्डर पर पाकिस्तानी सीमा में लगभग 30 ट्रकों पर सूखे मेवों का स्टॉक अटका हुआ है जिसे अफगानिस्तान से भारत के लिए भेजा गया है। लेकिन बॉर्डर को बंद कर दिए जाने से इन ट्रकों को भारत की सीमा में प्रवेश करने का अवसर नहीं मिल रहा है। ट्रक वाले आगे बढ़ने के लिए पाकिस्तानी अधिकारियों से इजाजत मांग रहे हैं।

व्यापार विश्लेषकों का कहना है कि भारत में अगले कुछ महीनों तक घरेलू मांग एवं जरूरत को पूरा करने के लिए सूखे मेवों का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है इसलिए लग्नसरा एवं मांगलिक उत्सवों के सीजन में इसका कोई अभाव महसूस नहीं होगा।

लग्नसरा का सीजन लगभग शुरू हो चुका है। विदेशों से समुद्री मार्ग एवं हवाई मार्ग से सूखे मेवों का आयात जारी है। अफगानिस्तान से आयात अटकने लगा है लेकिन जल्दी ही दुबई के रास्ते आयात आरंभ हो सकता है। इससे खर्च कुछ बढ़ जाएगा। इसका असर अगस्त से आरंभ होने वाले त्यौहारी सीजन के दौरान पड़ सकता है और उस समय सूखे मेवों का घरेलू बाजार भाव कुछ ऊंचा हो सकता है।

अफगानिस्तान से सड़क मार्ग के जरिए ड्राई फ्रूट्स की खेपों को भारत पहुंचने में करीब तीन-चार दिन का समय लगता है जबकि अफगानिस्तान से समुद्री मार्ग से इन खेपों को भारत पहुंचने में लगभग एक माह तक का समय लग सकता है

क्योंकि इसे पहले ईरान भेजा जाएगा, वहां से दुबई भेजा जाएगा और फिर दुबई से भारत के लिए रवाना किया जाएगा। शिपमेंट की यह लम्बी प्रक्रिया स्वाभाविक रूप से आयात खर्च और समय को बढ़ा देगी।

अप्रैल में सूखे मेवों की घरेलू मांग कमजोर रही मगर मई से उत्तरी भारत में वेडिंग सीजन चालू होगा और तब ड्राई फ्रूट्स की खपत बढ़ेगी। अफगानिस्तान से माल को भेने में लम्बा समय लगने पर सूखे मेवों की क्वालिटी प्रभावित हो सकती है।

अंजीर और मुनक्का पर इसका विशेष असर पड़ सकता है। अफगानिस्तान से भारत में करीब 2000 टन सूखे मेवों का वार्षिक आयात होता है। मामरा बादाम, पिस्ता, पिसौरी, सूखा अंजीर तथा काला एवं हरा मुनक्का का भारत में अफगानिस्तान से भारी मात्रा में आयात किया जाता है।

सीमित आयात होने एवं स्टाकिस्ट सक्रिय होने से कालीमिर्च के भाव में तेजी के आसार

कोच्चि। Black Pepper Price: केरल में कालीमिर्च की नई फसल की तुड़ाई-तैयारी दिसम्बर 2024 में ही आरंभ हो गई थी और अब इसकी प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच गई है। दूसरी ओर कर्नाटक में नए माल की तुड़ाई-तैयारी आरंभ हो गई है

और उत्पादक मंडियों में आवक बढ़ने लगी है। वैसे इन मंडियों पर आपूर्ति का ज्यादा दबाव नहीं देखा जा रहा है जिससे संकेत मिलता है कि पिछले साल के मुकाबले इस बार या तो उत्पादन कम हो रहा है या फिर उत्पादक अपने स्टॉक को दबाने का प्रयास कर रहे हैं।

कालीमिर्च का भाव पिछले कुछ समय से थोड़ा -बहुत उतार-चढ़ाव के साथ एवं निश्चित सीमा में लगभग स्थिर बना हुआ है। उत्पादकों एवं व्यापारियों का कहना है कि पिछले साल केरल और कर्नाटक में कालीमिर्च की फसल के लिए मौसम की हालत पूरी तरह अनुकूल नहीं रही और उसे कुछ प्राकृतिक आपदाओं का भी सामना करना पड़ा।

इसके फलस्वरूप उत्पादन में 20-30 प्रतिशत तक की गिरावट आने की आशंका है। यदि विदेशों और खासकर श्रीलंका तथा वियतनाम से आयात को सीमित रखा गया तो आगामी महीनों के दौरान कालीमिर्च का घरेलू बाजार भाव ऊंचा एवं तेज हो सकता है।

भारत कालीमिर्च का सबसे प्रमुख खपतकर्ता देश है। देश के अंदर करीब 55 प्रतिशत कालीमिर्च का उत्पादन कर्नाटक में तथा 40 प्रतिशत का उत्पादन केरल में होता है जबकि शेष 5 प्रतिशत का योगदान तमिलनाडु सहित अन्य राज्य देता है।

केरल के कोच्चि टर्मिनल मार्केट में कालीमिर्च की सीमित आवक हो रही है और वहां इसका भाव 700 रुपए प्रति किलो से ऊपर चल रहा है। दरअसल उत्पादक अब सीधे दिसावरी व्यापारियों, निर्यातकों एवं मसाला निर्यातकों को ऊंचे दाम पर कालीमिर्च बेच रहे हैं इसलिए थोक मंडियों में इसकी आवक बहुत कम हो रही है। उत्पादकों को आगे कालीमिर्च का घरेलू बाजार भाव सुधरने का भरोसा है क्योंकि उत्पादन घटने से इसकी उपलब्धता कम रहेगी।

ऊर्जा मंत्री के निर्देश पर नए कोटा को मिली 132 केवी जीएसएस की सौगात

सुभाषनगर में नया 132/33 केवी सब स्टेशन बनाने के लिए 33 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति

कोटा। ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर के निर्देश पर नए कोटा को 132 केवी जीएसएस की सौगात मिली है। नए कोटा क्षेत्र में लोड बढ़ने पर बिजली की ट्रिपिंग की समस्या के चलते विधायक संदीप शर्मा नए जीएसएस की स्वीकृति के लिए प्रयासरत थे।

उनके आग्रह पर ऊर्जा मंत्री ने सर्वे के आदेश दिए थे। जिसके बाद सुभाषनगर में नया 132/33 केवी सब स्टेशन बनाने के लिए 33 करोड़ रुपए से अधिक की वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी गई है।

विधायक संदीप शर्मा ने बताया कि नए कोटा क्षैत्र में भीषण गर्मी और विवाह आदि के कारण से लोड बढ़ जाता था। विद्युत लाइन की कम क्षमता इस बढ़े हुए लोड को सहन नहीं कर पा रही थी। ऐसे में क्षैत्र वासियों को अघोषित विद्युत कटौती का सामना करना पड़ रहा था। इससे निजात दिलाने के लिए ऊर्जा मंत्री से आग्रह किया था।

इसके बाद 33 करोड़ की लागत से सुभाष नगर कोटा में 132/33 केवी जीएसएस की घोषणा हुई है l जिसकी प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी हो चुकी है। नए प्रस्तावित सुभाष नगर जीएसएस से केईडीएल द्वारा 50 मेगावाट के लोड की शिफ्टिंग होगी। जिससे आरकेपुरम, आरआईएमडीसी, मुकुंदरा विहार, कर्णेश्वर एवं नए कोटा के अन्य क्षेत्रों को निर्बाध और गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।

इसके बनने से महावीर नगर जीएसएस व इंडस्ट्रियल एरिया जीएसएस को भी लोड से राहत मिलेगी l इस जीएसएस के वोल्टेज को मेंटेन करने के लिए केपेसेटर बैंक बनेगा। सकतपुरा और रानपुर से लाइन शिफ्टिंग होगी। जीएसएस का निर्माण दिसंबर 2026 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।

कोटा में ट्रेवल मार्ट एवं कोटा महोत्सव को पर्यटन कैलेंडर में शामिल कराने के प्रयास

फायर एनओसी 3 वर्ष होने पर होटल फेडरेशन के प्रदेश पदाधिकारियों का अभिनंदन

कोटा। जयपुर मे होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान एवं होटल फेडरेशन ऑफ़ राजस्थान कोटा डिवीजन के पदाधिकारियों की एक बैठक बुधवार को प्रदेश अध्यक्ष हुसैन खान की अध्यक्षता में संपन्न हुई।

होटल फेडरेशन ऑफ़ राजस्थान कोटा डिवीजन के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने बताया की होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के अथक प्रयासों से हॉस्पिटैलिटी सेक्टर होटल रिर्सोट के लिए ली जाने वाली फायर एनओसी को एक वर्ष से बढ़ाकर तीन वर्ष करवाने पर होटल फेडरेशन ऑफ़ राजस्थान कोटा डिवीजन के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी द्वारा होटल फेडरेशन आफ राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष हुसैन खान, संरक्षक सुरेंद्र सिंह शाहपुरा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रण विजय सिंह, कोषाध्यक्ष संदीप गोंगिया, कृष्ण गोपाल खंडेलवाल और विपिन प्रकाश शर्मा का हार्दिक अभिनंदन किया ।

इस अवसर पर अशोक माहेश्वरी ने हाड़ौती में पर्यटन विकास को दृष्टिगत रखते हुए कोटा में कोटा ट्रैवल मार्ट आयोजित करवाने व कोटा महोत्सव को राज्य के पर्यटन कैलेंडर में शामिल करने के साथ राज्य के आरटीडीसी द्वारा संचालित ट्यूरिस्ट बगले कोटा में चंबल टूरिस्ट, बूंदी में वृंदावती, झालावाड़ में चंद्रावती और गांवडी तालाब के नवीनीकरण करने की बात कही। साथ ही बांरा में भी आरटीडीसी का टूरिस्ट बंगला स्थापित करने और पर्यटन विभाग का कार्यालय स्थापित करने की भी बात कही।

उन्होंने कहा कि होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान द्वारा हाड़ौती के पर्यटन को प्रमोट करने के लिए जयपुर, जोधपुर, उदयपुर एवं जैसलमेर के साथ-साथ हाड़ौती को भी पर्यटक आइटनरी में शामिल कर हाड़ौती में पांच दिवसीय आइटनरी का एक पैकेज बनाया जाए।

बैठक में होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के अध्यक्ष हुसैन खान ने कहा कि होटल फेडरेशन द्वारा हाड़ौती के पर्यटन स्थलों का अवलोकन करने के बाद हाड़ौती में पर्यटन विकास की विपुल संभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए हम इस वर्ष कोटा में डोमेस्टिक कोटा ट्रेवल मार्ट आयोजित करने की योजना बना चुके हैं। हमने इस योजना को सरकार के समक्ष भी प्रस्तुत कर दिया है, जिसे मंजूरी मिलने की पूरी संभावना है।

हुसैन खान ने कहा कि हम राज्य के अन्य क्षेत्रों में आयोजित पर्यटन महोत्सव जिनको राज्य के पर्यटन कैलेंडर में शामिल किया हुआ है कोटा महोत्सव को भी राज्य के पर्यटन कैलेंडर में शामिल किए जाने का प्रस्ताव भी हमने पर्यटन विभाग को दे दिया है। क्योंकि इन महोत्सवो के माध्यम से कई देसी- विदेशी पर्यटकों के आवागमन से इन क्षेत्रों में संस्कृति एवं पयर्टन विकास को गति मिलती है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पर्यटन विकास में आ रहे गतिरोधों को दूर करने के लिए कटिबद्ध है। जो भी समस्याएं फेडरेशन द्वारा रखी जाती है, उनका समाधान सरकार द्वारा कर दिया जाता है। होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के संरक्षक सुरेंद्र सिंह शाहपुरा ने कहा कि राज्य सरकार पूरे राजस्थान में पर्यटन विकास के लिए कार्य कर रही है और हाड़ौती में भी पर्यटन की विपुल संभावनाएं दिख रही हैं। अतः सरकार इन सभी क्षेत्रों में ट्रैवल मार्ट एवं पर्यटन महोत्सव के आयोजन के लिए सरकार तैयारी कर रही है।

उन्होंने कहा कि देश और विदेश से सबसे ज्यादा पर्यटक राजस्थान में आ रहे हैं, क्योंकि जो पर्यटन स्थलों की धरोहर राजस्थान में है ऐसी धरोहर पूरे विश्व में कहीं नहीं है। उन्होंने कहा कि होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा डिवीजन द्वारा पिछले एक वर्ष से हाड़ौती में पर्यटन विकास के लिए कार्य किया जा रहा है जो वह बेमिसाल है। हाड़ौती का अवलोकन करने के बाद हमने पाया कि हाडोती में पर्यटन भ्रमण के लिए 5 दिन की आइटनरी बनाई जा सकती है।

अभी तक हाड़ौती के पर्यटन क्षेत्र के पिछड़ने का सबसे बड़ा कारण इनका प्रचार प्रसार नहीं होना है। होटल फेडरेशन पूरे राज्य के पर्यटन विकास के लिए पूरी तरह से कटिबद्ध है और वर्तमान में राज्य के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उपमुख्यमंत्री एवं पर्यटन मंत्री दिया कुमारी भी पर्यटन की दिशा में तेजी से कार्य कर रहे हैं।

इन्वेस्टर सम्मिट में सबसे ज्यादा निवेश के MOU पर्यटन सेक्टर में हुए हैं। अगर यह MOU धरातल पर उतर जाते हैं तो संपूर्ण राजस्थान विश्व के पर्यटन मानचित्र पर तेजी से उभरेगा, जो राज्य की अर्थव्यवस्था रोजगार का मुख्य साधन बनेगा। जिससे राज्य के चहुमुखी विकास के साथ साथ विदेशी मुद्रा भी भरपूर मात्रा में प्राप्त होगी।

होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के कोटा डिवीजन के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने हाड़ौती के पर्यटन विकास को गति देने एवं हाड़ौती के पर्यटन सेक्टर को विकसित करने के लिए होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के प्रदेश पदाधिकारियों द्वारा किये जा रहे अथक प्रयासों के लिए उनका आभार व्यक्त किया ।

मथुराधीश प्रभु के मनमोहक स्वरूप को निहारने के लिए लगा भक्तों का तांता

शुद्धाद्वैत प्रथम पीठ श्री बड़े मथुराधीश मंदिर पर चंदन महोत्सव आयोजित

कोटा। शुद्धाद्वैत प्रथम पीठ श्री बड़े मथुराधीश मंदिर पाटनपोल पर अक्षय तृतीया पर बुधवार को चन्दन महोत्सव मनाया गया। चन्दन अधिवासन और अक्षय तृतीया के दर्शनों के लिए भक्तों का तांता लगा रहा। वहीं शाम को शयन के साथ फूल मंडली के दर्शन हुए।

इस दौरान भक्तों ने दर्शन करते हुए मथुराधीश प्रभु के जयकारों से आसमान गूंजा दिया। चंदन के ठाडे वस्त्र, मोती, हीरा एवं स्वर्ण के कंठहार, बाजूबंद, पौची, हस्त सांखला, रेशम, मुद्रिका से सजे धजे मथुराधीश प्रभु की मनमोहक स्वरुप को निहारने के लिए भक्त उमड़ते रहे।

अक्षय तृतीया पर प्रातःकाल शंखनाद कर श्वेत केसर की किनारी के चंदवा आदि बांधे गए। मंदिर के सभी प्रमुख द्वारों की देहलीज में पूजन कर हल्दी से लीपी गई। आशापाला की सूत की डोरी की वंदनमाली छोड़ी गई। इस दौरान निज मन्दिर में “अक्षय तृतीया अक्षय… देख सखी गोविंद के चंदन… पिछोरा प्रकृति को कटी.. मेरे गृह चंदन अति कोमल.. रंग गोविंद महल पोधे” सरीखे कीर्तन गूंज रहे थे।

प्रथम पीठ युवराज मिलन बावा ने बताया कि अक्षय तृतीया से त्रेतायुग का आरंभ हुआ था। अक्षय- तृतीया ऐसी तिथि है जिसका क्षय नहीं होता है। ऐसे में, आज के दिन पुण्य का क्षय नहीं होता है। पुष्टिमार्ग वास्तव में अक्षय परंपरा का मार्ग है। ऋतुओं के परिवर्तन के समय प्रभु के सुख की पूर्ण आराधना की जाती है।

उष्णकाल में उत्तरोत्तर वृद्धि होने के साथ ही प्रभु के सुख में भी उसी क्रम में वृद्धि होती रहती है। जिससे श्री ठाकुरजी को उष्ण का अनुभव न हो। प्रभु सुखार्थ सूक्ष्म सूक्ष्मता से सेवाक्रम अद्भुत है। आखा तीज से पुष्टिमार्ग में भी चंदन यात्रा की शुरुआत होती है। आज से उष्णकाल एक सोपान और वृद्धि होती है। मूलतः आज से प्रभु को चंदन धराया जाता है।

अक्षय-तृतीया के चंदन की एक विशेषता यह भी है कि आज से भगवान को मिलने वाले चंदन की लकड़ी मलयगिरि पर्वत में भी मिश्रित होती है। इसमें केशर की मात्रा विशेष होती है। प्रभु को चंदन धारण करने का भाव यह है कि प्रभु-भक्त अपनी विरहभावना निवेदन करते हैं। चंदन की शीतल सेवा अंगीकार करा प्रभु के दर्शन कर अपने हृदय में शीतलता का अनुभव करते हैं।

ईथॉस हॉस्पिटल की सेवाओं में विस्तार, दो वरिष्ठ विशेषज्ञों की पूर्णकालिक नियुक्ति

कोटा। चिकित्सा नवाचार और विशेषज्ञ सेवाओं की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए ईथॉस मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, कोटा ने अपने विशेषज्ञ पैनल में दो अनुभवी डॉक्टरों की पूर्णकालिक नियुक्ति की है। इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट डॉ. गौरव मीणा और टीबी एवं चेस्ट रोग विशेषज्ञ डॉ. बृजमोहन ने आज से हॉस्पिटल में अपनी सेवाएं शुरू कर दी हैं।

हॉस्पिटल के निदेशक प्रदीप दाधीच ने जानकारी देते हुए बताया कि इन दोनों विशेषज्ञों की नियुक्ति से ईथॉस हॉस्पिटल की सेवा क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी और मरीजों को बेहतर निदान एवं उपचार मिल सकेगा।

एम.डी. (चेस्ट मेडिसिन) डॉ. बृजमोहन को श्वसन संबंधी बीमारियों जैसे टीबी, अस्थमा, सीओपीडी और फेफड़ों के संक्रमण के उपचार में व्यापक अनुभव है। वे पूर्व में कोटा मेडिकल कॉलेज में सहायक प्राध्यापक और सुधा हॉस्पिटल में कार्यरत रहे हैं।

गौरव मीणा ने एम.बी.बी.एस., एम.डी. (रेडियोलॉजी), डी.एन.बी. एवं पी.डी.सी.सी. (इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी व गैस्ट्रो रेडियोलॉजी – आई.एल.बी.एस., नई दिल्ली) की उच्च शैक्षणिक योग्यता प्राप्त की है। वे अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन, एमआरआई सहित एडवांस रेडियोलॉजिकल जांचों में दक्ष हैं।

निदेशक दाधीच ने बताया कि आधुनिक सुविधाओं से युक्त हॉस्पिटल ईथॉस हॉस्पिटल, स्वामी विवेकानंद नगर, मेडिकल कॉलेज के पीछे स्थित, 250-बेड की क्षमता वाला अत्याधुनिक मल्टीस्पेशलिटी संस्थान है।

यहां 24 घंटे इमरजेंसी, ट्रॉमा और क्रिटिकल केयर सेवाएं उपलब्ध हैं। साथ ही, अस्पताल में सीजीएचएस, आरजीएचएस, मुख्यमंत्री चिरंजीवी/आयुष्मान भारत योजना और प्रमुख हेल्थ इंश्योरेंस टीपीए के अंतर्गत कैशलेस उपचार की सुविधा भी उपलब्ध है।

AC Coach: यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने तेजस एक्सप्रेस में थर्ड एसी कोच बढ़ाया

कोटा। मुम्बई सेन्ट्रल से हजरत निजामुद्दीन को जाने वाली अगस्त क्रांति तेजस एक्सप्रेस गाड़ी संख्या 12953 दिंनाक 07 मई और वापसी में हजरत निजामुद्दीन से मुम्बई सेन्ट्रल को जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस गाड़ी संख्या 12954 दिंनाक 08 मई से 01 स्थाई रूप से अतिरिक्त बढ़ाये गए वातानुकूलित थ्री टीयर कोच के साथ संचालित होगी।

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ जैन ने बताया कि यह निर्णय यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए किया गया है। यात्रियों की भीड़ एवं प्रतीक्षा सूची को क्लीयर करने के उद्देश्य से रेलवे प्रशासन ने यह निर्णय लिया है।

कोच कम्पोजीशन-अब यह गाड़ी उक्त तिथि से 1 प्रथम श्रेणी, 5 सेकेंड एसी, 12 थर्ड एसी, 1 पेंट्रीकार, 2 जनरेटरकार एवं 1 पार्सलयान कोच सहित कुल 22 कोच होंगें।

Akshaya Tritiya: देश भर में सोना-चांदी का 18 हजार करोड़ के कारोबार का अनुमान

नई दिल्ली। Akshaya Tritiya 2025: अक्षय तृतीया के दिन बुधवार को सोने की कीमत 94361 रुपये प्रति दस ग्राम पर रही। इस मौके पर देश में लगभग 20 टन सोना बिका। जिसका मूल्य 18000 करोड़ रुपये के करीब है। इस दौरान मुंबई में ही करीब 2.5 टन सोने की खरीदारी की गई। जिसका मूल्य 2350 करोड़ रुपये है।

इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए ) के अनुसार अक्षय तृतीया के खास मौके पर लोगों ने सोना खरीदने में उत्साह दिखाया। जानकारों के अनुसार, अक्षय तृतीया के कारण दक्षिण भारत में आभूषणों की बिक्री बहुत अच्छी रही। लोग निवेश के नजरिए से सोने में बढ़-चढ़कर खरीदारी करते दिखे। खुदरा आभूषण विक्रेताओं का कहना है सोने की रिकॉर्ड कीमतों के कारण  उपभोक्ताओं ने अक्षय तृतीया पर पुराने सोने की अदला-बदली कर भी खरीदारी की।

भारी सोने के मुकाबले हल्के वजन के आभूषणों की मांग ज्यादा दिखाई दी। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री तथा दिल्ली चांदनी चौक से सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि आज अक्षय तृतीया के दिन देश भर के ज्वेलरी व्यापारियों को उम्मीद है कि दिन भर के व्यापार के बाद एक मोटे अनुमान के अनुसार देश भर में लगभग 18 हजार करोड़ के सोने के आभूषण आदि की बिक्री हुई।

हालांकि सोने चांदी की कीमतों में काफी तेजी है किंतु शादियों का सीजन होने तथा अक्षय तृतीया के शुभ दिन पर सोना चांदी खरीदने की पुरातन परंपरा से आज अच्छा व्यापार हुआ। उन्होंने बताया कि सोने को धन निवेश का सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है इसलिए सोने चांदी के भावों में तेजी होने के बावजूद आज सोना चांदी खरीदा गया।

आज सोने के भाव में एक हजार तथा चांदी के भाव में 2 हजार रुपए की गिरावट हुई। ऊंचे भाव होने के बावजूद बाजार में ग्राहकों की रुचि बनी हुई थी, जो इस शुभ पर्व की धार्मिक और सांस्कृतिक महत्वता को दर्शाती है।

अरोड़ा ने बताया की वर्ष 2022 में सोने का भाव ₹52,700 प्रति 10 ग्राम तथा चांदी का भाव ₹65 हजार प्रति किलो था जबकि वर्ष 2023 में सोने का रेट ₹61,800 तथा चांदी का भाव ₹76,500। कम भाव होने से मांग अधिक रहती है।