पावरफुल कैमरा वाला Motorola का 5G फोन 12000 रुपये से कम में

नई दिल्ली। मोटोरोला कम्पनी का पावरफुल कैमरा वाला स्मार्टफोन Motorola G45 5G ग्राहकों को बंपर डिस्काउंट पर खरीदने का मौका मिल रहा है। इस डिवाइस को Amazon पर शुरू हुई Great Summer Sale के दौरान सस्ते में खरीदा जा सकता है। इसपर बैंक ऑफर्स का फायदा अलग से दिया जा रहा है और एक्सचेंज ऑफर के साथ कीमत और भी कम हो सकती है।

Motorola G45 5G को बड़ी छूट के साथ लिस्ट किया गया है और इसकी कीमत 12 हजार रुपये के करीब रह गई है। इस फोन में 5000mAh क्षमता वाली बैटरी दी गई है और इसपर गोरिल्ला ग्लास 3 की सुरक्षा दी गई है। इसमें Dual Dolby Atmos स्टीरियो स्पीकर्स मिल रहे हैं और कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 3 की सुरक्षा लेयर दी गई है। बजट प्राइस पर यह फोन बढ़िया डील ऑफर कर रहा है।

Moto G45 5G पर खास ऑफर्स
सेल में मोटोरोला स्मार्टफोन को 12,310 रुपये के डिस्काउंटेड प्राइस पर खरीदा जा सकेगा। इस डिवाइस पर खास बैंक ऑफर का फायदा भी दिया जा रहा है और ग्राहकों को चुनिंदा बैंक कार्ड्स से पेमेंट करने की स्थिति में 1000 रुपये से ज्यादा की छूट मिल सकती है। इसके बाद डिवाइस का इफेक्टिव प्राइस 12 हजार रुपये से कम रह जाएगा। पुराना फोन एक्सचेंज करने की स्थिति में ग्राहकों को 11,650 रुपये तक का अधिकतम एक्सचेंज डिस्काउंट मिल सकता है। इसकी वैल्यू पुराने फोन के मॉडल और उसकी कंडीशन पर निर्भर करती है।

Moto G45 5G के फीचर्स
मोटोरोला फोन में Qualcomm Snapdragon 6s Gen 3 प्रोसेसर द्वारा संचालित है और Android 14 पर चलता है। फोन में 6.5 इंच का HD+ IPS LCD डिस्प्ले है, जिसमें 120Hz रिफ्रेश रेट और Corning Gorilla Glass 3 की सुरक्षा है। डिवाइस में 50MP का प्राइमरी कैमरा और 2MP का मैक्रो लेंस है, जबकि फ्रंट में 16MP का सेल्फी कैमरा दिया गया है। 5000mAh की बैटरी 18W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है। फोन में स्टीरियो स्पीकर्स, Dolby Atmos सपोर्ट, और IP52 रेटिंग के साथ स्प्लैश रेसिस्टेंट डिजाइन है।

पाकिस्तान की नीचता, अपने ही नागरिकों को लेने से किया इनकार, सीमा पर कई फंसे

नई दिल्ली। Pahalgam terror attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों को 30 अप्रैल तक देश छोड़ने का आदेश दे दिया था। लेकिन अब कई पाकिस्तानी नागरिक अटारी-वाघा बॉर्डर पर फंसे हुए हैं क्योंकि इनके देश पाकिस्तान ने नागरिकों को लेने से इनकार कर दिया है।

हालांकि भारत सरकार ने पाकिस्तानियों को राहत देते हुए सही दस्तावेजों के साथ भारत आए लोगों को कुछ दिन की मोहलत और दे दी थी लेकिन गुरुवार के दिन पाकिस्तान ने अपनी सीमा को पूरी तरह से बंद कर दिया, जिसकी वजह से कई नागरिक फंस गए।

एक रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार को सीमा बंद होने की वजह से कोई भी नागरिक सीमा पार नहीं कर पाया। दो भारतीय बहिनों ने अपने ससुराल पाकिस्तान जाने की कोशिश की लेकिन सीमा बंद होने की वजह से उन्हें सीमा पर ही रोक दिया गया।

एक बहन ने रोते हुए कहा, “कोई मुझे सीमा पार करवा दे। मुझे अपने बच्चे के पास जाना है। हमारा क्या दोष है? जो लोग हमें हमारे बच्चों से अलग कर रहे हैं, मैं प्रार्थना करती हूं कि वे अपने बच्चों से अलग हो जाएं।”

दूसरी बहन ने कहा कि आखिर कौन सा कानून एक बच्चे को अपनी मां से अलग करने के लिए कह रहा है। वहां मेरे बच्चे रो रहे हैं। अपनी बहनों के साथ बॉर्डर पर पहुंचे मोहम्मद शरीक ने बताया कि मैं अपनी बहनों के साथ सुबह 6 बजे ही यहां आ गया था। हमने अधिकारियों से उस तरफ जाने के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि सरकार ने वहां भेजने का आदेश दिया है लेकिन पाकिस्तानी अधिकारी नागरिकों को अंदर नहीं ले रहे हैं.. हम भी अभी यहां पर इंतजार कर रहे हैं।

अधिकारियों के मुताबिक गुरुवार को 70 पाकिस्तानी नागरिक ऐसे हैं, जो कि यहाँ फंस गए हैं क्योंकि भारत छोड़ने की समय सीमा एक दिन पहले ही खत्म हो गई है। अटारी-वाघा सीमा 30 अप्रैल तक खुली रहने के बाद गुरुवार को बंद कर दी गई। सार्क वीजा रखने वालों के लिए भारत छोड़ने की समय सीमा 26 अप्रैल थी। मेडिकल वीजा रखने वालों के लिए समय सीमा 29 अप्रैल थी। 12 अन्य श्रेणियों के वीजा के लिए समय सीमा 27 अप्रैल थी।

अधिकारियों ने बताया कि समय सीमा खत्म होने के बाद पाकिस्तान की तरफ से बॉर्डर को बंद कर लिया गया है। इसकी वजह से दोनों तरफ से सीमा पार करने का इंतजार कर रहे लोग फंस गए हैं।

Stock Market: शेयर मार्केट में बंपर तेजी, सेंसेक्स 81000 और निफ्टी 24500 के पार

नई दिल्ली। Stock Market Opened: शेयर मार्केट अब तेजी के ट्रैक पर सरपट दौड़ रहा है। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 81,035.17 के लेवल को टच करने के बाद अब 705.29 अंकों की बढ़त के साथ 80,947.53 पर पहुंच गया है। जबकि, एनएसई का 50 स्टॉक्स वाला बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 177 अंकों की बंपर तेजी के साथ 24511 पर ट्रेड कर रहा है।

1 मई की छुट्टी के बाद शेयर मार्केट की शुरुआत आज सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को मिश्रित रही। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 57.95 अंकों की बढ़त के साथ 80300 पर खुला। जबकि, एनएसई का 50 स्टॉक्स वाला बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 22 अंकों के नुकसान के साथ 24311 पर खुला। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 463 अंकों की उछाल के साथ 80,706 के लेवल पर पहुंच गया। वहीं, निफ्टी तेजी का शतक लगाकर 104 अंक ऊपर 24438 पर है।

ग्लोबल मार्केट का हाल

  • एशियन मार्केट: वॉल स्ट्रीट में रातोंरात तेजी के बाद एशियाई बाजारों में शुक्रवार को तेजी के साथ कारोबार हुआ। जापान का निक्केई 225 1.24 प्रतिशत बढ़ा, जबकि टॉपिक्स इंडेक्स 0.67 प्रतिशत बढ़ा। दक्षिण कोरिया का कोस्पी सूचकांक सपाट रहा और कोस्डैक में 0.60 प्रतिशत की बढ़त रही। हांगकांग के हैंग सेंग इंडेक्स फ्यूचर्स ने कमजोर शुरुआत का संकेत दिया।
  • गिफ्ट निफ्टी टुडे: गिफ्ट निफ्टी 24,425 के स्तर के आसपास कारोबार कर रहा था। यह निफ्टी फ्यूचर्स के पिछले बंद से लगभग 7 अंकों का प्रीमियम है, जो भारतीय शेयर मार्केट के लिए एक फ्लैट शुरुआत का संकेत देता है।
  • वॉल स्ट्रीट: अमेरिकी शेयर बाजार गुरुवार को उच्च स्तर पर बंद हुआ। डॉऊ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 83.60 अंक या 0.21 प्रतिशत बढ़कर 40,752.96 पर पहुंच गया, जबकि एसएंडपी 500 35.08 अंक या 0.63 प्रतिशत बढ़कर 5,604.14 पर बंद हुआ। नैस्डैक कंपोजिट 264.40 अंक या 1.52 प्रतिशत उछलकर 17,710.74 पर बंद होने में कामयाब रहा।

माइक्रोसॉफट शेयर की कीमत में 7.6 प्रतिशत, मेटा प्लेटफॉर्म के शेयर की कीमत में 4.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई। जबकि, अमेजन के शेयर लगभग 4 प्रतिशत गिर गए और एप्पल के शेयर की कीमत 0.4 प्रतिशत बढ़ गई। एली लिली के शेयरों में 11.7 प्रतिशत, मैकडॉनल्ड्स के शेयर की कीमत में 1.9 प्रतिशत की गिरावट आई और क्वालकॉम के शेयर की कीमत 8.9 प्रतिशत गिर गई।

शुद्धाद्वैत प्रथम पीठ श्री बड़े मथुराधीश मंदिर पर ठाकुर जी की ऋतुचर्या बदली

ठाकुर जी की शीतल सेवा प्रारम्भ.. प्रभु की राग, भोग और श्रृंगार सामग्री में बदलाव

कोटा। शुद्धाद्वैत प्रथम पीठ श्री बड़े मथुराधीश मंदिर पाटनपोल पर भीषण गर्मी के चलते ठाकुर जी की ऋतुचर्या में भी बदलाव आया है। अक्षय तृतीया के साथ ही प्रभु की ग्रीष्म ऋतु के अनुसार विशेष शीतल सेवा आरम्भ हो गई है। ठाकुर जी की राग, भोग और श्रृंगार सामग्री में भी बदलाव किया गया।

प्रभु की सेवा में मध्यान्ह काल और संध्या काल में निज मंदिर में जल से छिड़काव और फव्वारे चालू कर दिए गए। ग्रीष्म ऋतु में प्रभु के श्रीअंग पर चंदन और केसर का लेपन किया जाता है। प्रभु के लिए कपड़े के पंखे, मट्टी की कुंजा, दरवाजे पर खस की पट्टी एवं कूलर शुरू हो गया है। प्रभु के निज मंदिर और आंगन में फव्वारे भी शुरू कर दिए गए हैं।

प्रभु को पतले सूती के वस्त्र में धोती ऊपरना, पिछोड़ा, आडबंद और सिंगार में मोती एवं सीप से निर्मित श्रृंगार ही पहनाया जा रहा है। प्रभु के भोग सामग्री में भी परिवर्तन आया है।

प्रभु को शीतलता प्रदान करने वाली वस्तुएं सत्तू, लस्सी, छाछ, केरी का पना, आम का रस, खरबूजे का पना, नारियल की बर्फी, चंदन एवं गुलाब का शरबत का भोग लगाया जा रहा है। प्रभु के सुख के लिए कीर्तन की राग में परिवर्तन किया गया है। आशावरी देवगंधार और बिलावल शीत राग में ही कीर्तन गाया जाता है। सेवा का यही क्रम रथ यात्रा तक चलेगा।

अधिकतम क्षमता में निर्विघ्न विद्युत उत्पादन सुनिश्चित किया जाए: ऊर्जा मंत्री नागर

ऊर्जा मंत्री ने किया छबड़ा सुपर तापीय विद्युत परियोजना का निरीक्षण

बारां। ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हीरालाल नागर ने गुरुवार को बारां जिले के मोतीपुरा गांव स्थित छबड़ा सुपर तापीय विद्युत परियोजना का निरीक्षण किया। उन्होंने परियोजना की सुपर क्रिटिकल यूनिट्स का अवलोकन किया एवं अधिकारियों के साथ बैठक कर विद्युत उत्पादन और प्रबंधन की समीक्षा की।

श्री नागर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गर्मी के मौसम में बढ़ती विद्युत मांग को देखते हुए सभी इकाइयों से अधिकतम क्षमता में निर्विघ्न विद्युत उत्पादन सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, तकनीकी कारणों से बंद पड़ी इकाइयों को शीघ्र प्रारंभ करने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं।

इस मौके पर राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक देवेन्द्र श्रृंगी, सुपर क्रिटिकल के मुख्य अभियंता संजय सनाड्य तथा छबड़ा थर्मल के मुख्य अभियंता विरेन्द्र कुमार भी उपस्थित रहे।

ऊर्जा मंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ में राज्य के कोल ब्लॉक से कोयले की नियमित आपूर्ति की जा रही है, जिससे कोयला आधारित विद्युत परियोजनाओं के पास 20 से 25 दिनों की खपत का भंडारण मौजूद है। उन्होंने यह भी कहा कि राजस्थान में सौर ऊर्जा से सर्वाधिक विद्युत उत्पादन किया जा रहा है।

हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए राज्य में 1000 मेगावाट क्षमता वाले बैटरी स्टोरेज प्लांट्स की स्थापना प्रक्रियाधीन है, जिससे दिन में उत्पादित सौर ऊर्जा को संग्रहित कर रात में उपयोग किया जा सकेगा। ऊर्जा आपूर्ति को और अधिक सुचारु बनाने हेतु राज्य में लगभग 150 ग्रिड सब-स्टेशनों का निर्माण भी प्रगति पर है।

श्री नागर ने यह भी बताया कि राज्य में उपभोक्ताओं को प्रतिमाह 100 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जा रही है। केंद्र सरकार की “पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना” के साथ जोड़कर अब बजट घोषणा के अनुरूप उपभोक्ताओं को जल्द ही सोलर संयंत्र के माध्यम से प्रतिमाह 150 यूनिट तक निशुल्क बिजली उपलब्ध कराई जाएगी।

ऊर्जा मंत्री ने इसके साथ ही छबड़ा में सहायक अभियंता (ओ एंड एम) कार्यालय एवं 33 केवी जीएसएस का भी निरीक्षण किया। इस दौरान वहां विभिन्न अव्यवस्थाओं को लेकर सुधार करने की हिदायत दी और संबंधित कार्मिकों को चार्जशीट देने के निर्देश अधीक्षण अभियंता को दिए।

नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाएं पुलिस-प्रशासन: ओम बिरला

कोटा को नशामुक्त बनाने के लिए प्रभावी रणनीति बने

कोटा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को संभागीय आयुक्त कार्यालय में कोटा शहर में चल रहे विकास कार्यों और जनसुविधाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने विशेष रूप से शहर में नशीले पदार्थों की अवैध बिक्री पर गहरी चिंता जताते हुए प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाए।

उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में हर ब्लॉक स्तर पर टीमें गठित की जाएं, सूचना तंत्र को मजबूत किया जाए और आमजन की भागीदारी से अभियान चलाकर नशे के अड्डों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाए। हमारा लक्ष्य यह होना चाहिए कि कोटा नशामुक्त बने और युवा पीढ़ी इस खतरे से दूर रहे।

संविधान पार्क बने युवाओं के लिए प्रेरणास्थल
लोकसभा अध्यक्ष ने प्रस्तावित संविधान पार्क की प्रगति की जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि डिजिटल तकनीक का उपयोग कर पार्क को संविधान से जुड़ी जानकारी देने वाला प्रेरक केंद्र बनाया जाए। युवाओं के लिए इंटरएक्टिव माध्यमों से संविधान निर्माताओं, उद्देश्यों और संविधान सभा की चर्चाओं को समझने की व्यवस्था की जाए। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि चिन्हित भूमि पर किसी प्रकार का अतिक्रमण न हो।

मानसून पूर्व तैयारियों में लापरवाही न हो
बिरला ने कहा कि मानसून से पहले जलभराव वाले क्षेत्रों, नालों और सड़कों की डीपीआर तैयार कर आवश्यक मरम्मत कार्य समय पर पूरे किए जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि नगर निगम, केडीए और संबंधित विभागों के अधिकारी फील्ड में रहकर रोड लाइट, फुटपाथ और सफाई व्यवस्था की निगरानी करें।

यातायात और दुर्घटना रोकथाम के लिए ठोस योजना जरूरी
उन्होंने शहर में यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने और सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। सीसीटीवी कैमरे पूरी तरह कार्यशील हों और हर दुर्घटना की समीक्षा कर कारणों का विश्लेषण कर आवश्यक सुधार किए जाएं। जाम की समस्या से निपटने के लिए प्रमुख स्थानों और मैरिज गार्डनों के पास वैकल्पिक पार्किंग व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

अतिक्रमण और अवैध होर्डिंग्स पर सख्त कार्रवाई
बिरला ने शहर के सौंदर्यीकरण के तहत अवैध होर्डिंग्स हटाने, दोषियों पर जुर्माना लगाने और आवश्यकतानुसार एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। फुटपाथों पर खड़े वाहनों को हटाने और किसी गरीब को बिना परेशान किये व्यवस्थित करने की योजना बनाई जाए।

उन्होंने सरकारी जमीनों की पहचान कर लैंड बैंक तैयार करने, सामुदायिक भवनों, पार्कों और स्टेडियमों के रखरखाव की कार्ययोजना तैयार करने और सरकारी भूमि पर अवैध निर्माण के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए।

बैठक में ओएसडी राजीव दत्ता, संभागीय आयुक्त राजेंद्र सिंह शेखावत, आईजी रविदत्त गौड़, जिला कलक्टर रविंद्र गोस्वामी, पुलिस अधीक्षक कोटा शहर अमृता दुहन, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सुजीत शंकर, कोटा विकास प्राधिकरण के आयुक्त रिशव मंडल, सहित नगर निगम, कोटा विकास प्राधिकरण और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

रेल परियोजनाओं की रफ्तार बढ़े, यात्री सुविधाएं हों बेहतर: स्पीकर बिरला

कोटा जंक्शन और डकनिया रेलवे स्टेशन पर पुनर्विकास कार्यों का किया अवलोकन

कोटा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार को मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र की प्रगतिरत रेल परियोजनाओं की समीक्षा की। बैठक के दौरान उन्होंने कोटा जंक्शन और डकनिया रेलवे स्टेशन पर पुनर्विकास कार्यों, यात्री सुविधाओं के विस्तार, ट्रैफिक सर्कुलेशन प्लान और मानसून पूर्व तैयारियों को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक के उपरांत बिरला ने कोटा जंक्शन पर जारी निर्माण कार्यों का अवलोकन भी किया।

अधिकारियों ने स्पीकर बिरला को जानकारी दी कि डकनिया स्टेशन का काम जुलाई में व कोटा रेलवे स्टेशन में जनवरी 2026 तक पुनर्विकास कार्य पूरा हो जाएगा। अस्थायी रूप से ट्रेनों को दूसरे प्लेटफॉर्म पर डायवर्ट किया जाएगा ताकि कार्यों में गुणवत्ता व समयबद्धता सुनिश्चित की जा सके। बिरला ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता रखते हुए सभी सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने को कहा।

ट्रेफिक और पार्किंग व्यवस्था सुदृढ़ हो
बिरला ने ट्रैफिक सर्कुलेशन प्लान को लेकर कहा कि यात्री वाहनों की सुगम आवाजाही के लिए आवश्यकता अनुसार अतिरिक्त लेन का निर्माण किया जाए, ताकि भीड़ के समय भी आवागमन बाधित न हो। ‘ड्रॉप एंड गो’ सुविधा के तहत यात्री प्रतीक्षा क्षेत्र इस प्रकार डिज़ाइन किया जाए कि यात्री गाड़ी से आसानी से उतर सकें और वाहन निर्बाध रूप से आगे बढ़ सकें। उन्होंने कहा कि रेलवे ओवरब्रिज का यातायात योजना से समन्वय होना चाहिए ताकि शहर की आवाजाही भी सुचारु बनी रहे।

फैसिलिटी एरिया में मिलें बेहतर सुविधाएं
बिरला ने स्टेशन पर निर्माणाधीन फैसिलिटी एरिया की चर्चा करते हुए कहा कि वहां यात्रियों के बैठने, विश्राम और प्रतीक्षा के लिए आधुनिक और आरामदायक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि स्टेशन तक आने वाले अप्रोच रोड की मरम्मत, चौड़ाईकरण और सौंदर्यीकरण की कार्ययोजना जल्द तैयार की जाए। बिरला ने केडीए अधिकारियों को कहा कि वे रेलवे के साथ समन्व्य बनाते हुए सर्कूलेटिंग एरिया में रामाश्रय के प्रस्ताव तैयार करें जहां दूर-दराज से आने वाले यात्रियों के लिए ठहरने व भोजन की व्यवस्था की जा सके।

अंडरपास को लेकर ड्राइव चलाए रेलवे
लोकसभा अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि मानसून से पहले अंडर पास में जलभराव की समस्या से निदान के लिए ड्राइव चलाई जाए। रेलवे अंडरपास का सर्वेक्षण करें, जहां बिजली आपूर्ति बाधित है, वहां तत्काल सुधार हो, जलभराव की समस्या से निपटने के लिए समुचित जल निकासी व्यवस्था की जाए और आवश्यक मरम्मत कार्य समय रहते पूर्ण कर लिएजाएं। इसके अलावा उन्होंने अन्य स्टेशनों पर भी जारी विकास कार्यों की जानकारी ली। कोटा-हिसार एक्सप्रेस के झालावाड़ तक परिचालन की संभावना तलाशे के निर्देश दिए।

डकनिया में बढ़ेगा ट्रेनों का ठहराव
निरीक्षण के उपरान्त लोकसभा अध्यक्ष ने मीडिया से वार्ता करते हुए कहा कि दोनों स्टेशनों पर पुनर्विकास कार्य पूर्ण होने के बाद यहां यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी। विशेष रूप से डकनिया स्टेशन पर लूप लाइन के निर्माण से अधिक ट्रेनों के संचालन का मार्ग प्रशस्त होगा, जिससे कोटा शहर की बड़ी आबादी को सीधे लाभ मिलेगा। बैठक में ओएसडी राजीव दत्ता, डीआरएम अनिल कालरा, एडीआरएम ललित कुमार धुरंधर, मुख्य परियोजना प्रबंधक सौरभ मिश्रा सहित रेलवे और कोटा विकास प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

बैंक कर्मियों ने मई दिवस पर 20 मई को हड़ताल पर जाने का संकल्प लिया

नई दिल्ली। मजदूरों का अंतरराष्ट्रीय दिवस 1 मई को बैंक ऑफ इंडिया की एरोड्राम सर्किल शाखा के सामने एकत्रित होकर उत्साहपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर राजस्थान प्रदेश बैंक एम्पलाइज यूनियन के अध्यक्ष ललित गुप्ता ने संगठन का झंडारोहण किया।

यूनियन के सचिव पदम कुमार पाटोदी ने मई दिवस के बारे में बताया कि 1887 में अमेरिका के शिकागो में मजदूरों ने काम के घंटों तय करने के लिए किए गए जुलूस पर तत्कालीन सरकार द्वारा बल प्रयोग में कई मजदूर शहीद हुए, तब से मजदूर दिवस मनाया जाता है।

उन्होंने बताया कि आज भी श्रमिक एवं कर्मचारी सरकार की मजदूर नीतियों के विरुद्ध संघर्षरत हैं। उन्होंने एआईबीईए के आव्हान पर आगामी 20 मई को सभी श्रमिक संगठनों के साथ हड़ताल पर जाने का संकल्प व्यक्त किया।

इस अवसर पर सेंट्रल बैंक कर्मचारी यूनियन के महासचिव डी एस साहू, केनरा बैंक वर्कमैन यूनियन के प्रदेश सचिव आर बी मालव, यूनियन के उपसचिव हेमराज सिंह गौड़, बैंक कर्मी नेता यतीश शर्मा, राजेश अग्रवाल, रविकुमार शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

परंपरागत कॉलेज का स्थान कोचिंग संस्थानों ने ले लिया, आखिर कौन है इसका जिम्मेदार?

डॉ. कैलाश सोडाणी, कुलगुरु

वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय, कोटा

आज से 15-20 वर्ष पूर्व तक विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में जो विद्यार्थियों का हुजूम दिखाई देता था, वह आज नदारद है। विद्यार्थियों की अनुपस्थिति से विश्वविद्यालयों की रौनक एवं चहल-पहल ही समाप्त हो गयी है, साथ ही शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक माहौल भी मृतप्रायः हो गया है, जो विश्वविद्यालयों की पहचान होती थी, वह पहचान ही समाप्त होती जा रही है ।

विद्यार्थियों की संख्या में प्रतिवर्ष इजाफा होने के बावजूद क्लास रूम हो, चाहे पुस्तकालय हो, चाहे प्रयोगशाला चारों और सन्नाटा छाया हुआ है। कॉलेज में प्रवेश लेने के पश्चात अन्तत: छात्र जा कहाँ रहे हैं? आज के हालात में यह हमारे लिए चिन्तन एवं चिंता का महत्वपूर्ण विषय होना चाहिये ।

जहां रोजगार की गारंटी है (IIT, AIMS, IIM आदि) ऐसे श्रेष्ठ शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश प्राप्त करने हेतु तथा सरकारी नौकरी के लिए कॉलेज के स्थान पर कोचिंग संस्थान युवाओं के आकर्षण का केंद्र बन गए हैं। सरकारी नौकरी के लिए जो व्यवस्था बनाई है, उसमें चयन के लिए युवकों को अपने परंपरागत कॉलेज के स्थान पर कोचिंग संस्थानों का अध्ययन-अध्यापन ज्यादा प्रभावी दिखाई दे रहा है। कोचिंग संस्थानों में प्रतियोगी परीक्षाओं के पाठ्यक्रम के अनुरूप ही पढ़ने लिखने की व्यवस्था कर रखी है। कोचिंग में केवल और केवल क्लास रूम टीचिंग ही है ।

राजकीय अवकाशों की लम्बी श्रंखला, छात्रसंघ चुनाव, नारेबाजी, हड़ताल जैसी गतिविधियों के लिए कोचिंग संस्थानों में कोई स्थान नहीं है । इन अनुत्पादक कार्यों में छात्रों को समय खराब नहीं करना पड़ता है। विद्यार्थियों की मानसिकता में एक अच्छा परिवर्तन यह आया है की वे आज के प्रतियोगी माहौल में समय के उपयोग के प्रति बहुत गंभीर हैं ।

दूसरी ओर विश्वविद्यालयपाठ्यक्रमों की रचना का उद्देश्य ही भिन्न है। कॉलेज एवं विश्वविद्यालय के संचालन पर सरकार जहाँ करोड़ों रुपए खर्च कर रही है वहीं दूसरी ओर क्लास रूम खाली पड़े हैं । न्यायालय द्वारा निर्धारित 75% उपस्थिति का मजाक हो रहा है। शिक्षक, विद्यार्थी, माता-पिता, समाज सभी इस अव्यवस्था के साक्षी होने के बावजूद शान्त हैं परन्तु आखिर कब तक?

एक तरफ आलीशान भवन, फर्नीचर, प्रयोगशाला, पुस्तकालय एवं यू.जी.सी. द्वारा निर्धारित योग्यताधारी अध्यापक होने के बावजूद प्रातः 10:00 बजे जैसे अनुकूल समय पर भी विद्यार्थी क्लास रूम से दूर भाग रहा है और कोचिंग सेंटर में 10 गुना फीस देकर बेसमेंट में लगी बेंच पर बैठकर प्रातः 6:00 बजे सामान्य काउंसलर से बड़ी गंभीरता के साथ अध्ययनरत हैं ।

आज अभिभावक भी बच्चे को ट्युशन पर भेजकर गर्व का अनुभव करने लग गये हैं। ऐसी स्थिति में कोचिंग सेंटर्स की आलोचना करने से काम नहीं चलेगा, अपितु शोध की आवश्यकता यह है कि ऐसा क्यों हो रहा है और उसे ठीक करने के लिये हमारी वर्तमान व्यवस्था में किस प्रकार के परिवर्तन अपेक्षित हैं?

न केवल भारत अपितु एशिया के कई देशों में ट्यूशन का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। औपचारिक शिक्षा का सिस्टम कमजोर होने से कोचिंग को बढ़ावा मिला है । एक जानकारी के अनुसार भारत, पाकिस्तान से लेकर इंडोनेशिया तक करीब 25 करोड़ बच्चे ट्यूशन ले रहे हैं ।

हाँगकाँग में 72%, दक्षिण कोरिया में 79%, जापान में 52% छात्र ट्यूशन पढ़ते है । चीन में2021 में पाबंदी से पहले 38% छात्र ट्यूशन पढ़ते थे। हमारे देश में कोटा शहर कोचिंग की राष्ट्रीय राजधानी बन चुका है। जहाँ प्रतिवर्ष पूरे देश से लगभग दो लाख विद्यार्थी कोचिंग संस्थानों में अध्ययन करने आते हैं ।

इस संक्षिप्त आलेख के माध्यम से मेरा सुझाव है कि सरकारी नौकरी में चयन हेतु आयोजित प्रतियोगी परीक्षा के प्राप्तांकों के साथ स्नातक / स्नातकोत्तर परीक्षाओं में प्राप्त अंकों का 20 फीसदी से 30 फीसदी वजन रखा जाना चाहिये । निःसन्देह गणना कठिन है क्योंकि राज्यों की परीक्षा व्यवस्था में भिन्नताएं बहुत है। दूसरा, विश्वविद्यालय पाठ्यक्रमों को आधार मान कर ही प्रतियोगी परीक्षाओं का पाठ्यक्रम बनाया जाना चाहिये। इससे कॉलेजों में स्वाभाविक रूप से उपस्थिति बढ़ेगी ।

धरातल की सच्चाई को समझते हुए, कोचिंग संस्थानों की उपस्थिति को सहर्ष स्वीकार करते हुए सरकार को कॉलेजों की भांति कोचिंग संस्थानों को संचालित करने के लिये शिक्षकों, भवन, फर्नीचर, पुस्तकालय आदि के लिए नियम बनाते हुए लागू करना होगा, जिससे छात्रों को कॉलेजों की भांति कोचिंग सेन्टर पर भी आवश्यक सुविधाएँ मिलने लगेंगी ।

नालंदा और तक्षशिला के समय से इतिहास गवाह है कि हमें विश्वविद्यालयों की समाज में उपयोगिता बनाये रखनी है। हालात इतने खराब नहीं हैं इसलिए इन्हें पुनः जीवन्त किया जा सकता है और यथाशीघ्र किया जाना चाहिये। इस विषय पर विद्वान शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के मध्य चर्चा -परिचर्चा आवश्यक हैं।

Kota Mandi: आवक की कमी से कोटा मंडी में गेहूं एवं धान-1718 का भाव तेज रहा

कोटा। Kota Mandi Price Today: भामाशाह अनाज मंडी में गुरुवार को आवक की कमी से गेहूं एवं धान (1718) का भाव 25 रुपये तेज रहा। मंडी में सभी कृषि जिन्सो की मिलाकर करीब 150000 कट्टे और लहसुन की 8000 कट्टे की आवक रही। जिंसों के भाव रुपये प्रति क्विंटल इस प्रकार रहे-

गेहूं नया 2420 से 2751 ज्वार शंकर 2200 से 2700, ज्वार सफेद 4000 से 4500, बाजरा 2100 से 2300, मक्का 2000 से 2300, जौ 2000 से 2300 रुपये प्रति क्विंटल। धान सुगन्धा 2200 से 2551, धान (1509) 2200 से 2901 धान (1718) 2800 से 3475,धान पूसा 2700 से 3001 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन 3800 से 4301, सरसों 5500 से 5950, अलसी 6000 से 6500 तिल्ली 8500 से 11000 रुपये प्रति क्विंटल। मूंग 6500 से 7200, उड़द 4000 से 7000, चना देशी 5200 से 5381, चना मौसमी 5000 से 5400, चना पेप्सी 5200 से 5450 रुपये प्रति क्विंटल। लहसुन भाव 2000 से 9500 रहे।

मैथी 4000 से 4600 कलौंजी 13000 से 17850 रुपये प्रति क्विंटल। धनिया नया सूखा बादामी 5800 से 6700 धनिया नया ईगल 6500 से 7000 रंगदार 7100 से 10500 रुपये प्रति क्विंटल