एक्सेस कंट्रोल सिस्टम के साथ सोगरिया स्टेशन पर मिलेगी यात्रियों को पार्किंग सुविधा 

अब सोगरिया स्टेशन पर 10 मिनट ड्रॉप एंड गो के लिए यात्रियों से नहीं की जा सकेगी वसूली 

कोटा। Vehicle parking facility: मंडल रेल प्रबंधक अनिल कालरा के मार्गदर्शन में यात्री सुविधाओं को बेहतर करने की दिशा में लगातार सकारात्मक कदम उठाए जा रहे है। इसी कड़ी में कोटा एवं सोगरिया स्टेशन पर ड्रॉप एंड गो (Drop and Go) एवं अवैध वसूली को लेकर यात्रियों से मिल रही लगातार शिकायतों के मद्देनजर कोटा प्लेटफ़ॉर्म 1 व 4 एवं सोगरिया स्टेशन पर उन्नत अत्याधुनिक तकनीक एवं पारदर्शी लेनदेन के लिए कम्प्युटरीकृत रसीद के प्रावधान के साथ तीन नए पार्किंग कांट्रेक्ट का आवंटन किया गया है।

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ जैन ने बताया कि सोगरिया में नए पार्किंग कांट्रेक्ट में 10 मिनट ड्रॉप एंड गो के लिए यात्रियों से कोई शुल्क नहीं लेने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए गए है। विशेष रूप से वर्तमान में सोगरिया स्टेशन पर अधिक ट्रेनों के ठहराव होने से शिकायत रहित पार्किंग सुविधाओं को बनाने के लिए यह अभीष्ट कदम उठाया गया है।

कोटा मंडल में पहली बार ड्रॉप एंड गो के लिए एक्सेस कंट्रोल सिस्टम के साथ सोगरिया में पार्किंग सुविधा मिलेगी। जिससे यात्री का स्टेशन पर आवागमन बाधित नहीं होगा, साथ ही वाहनों को यथास्थान पर सुरक्षित खड़ा करने की सुविधा रहेगी।

नए आवंटित पार्किंग कांट्रेक्ट में पार्किंग के कर्मचारियों के लिए पहचान पत्र के साथ पीले कलर का टी-शर्ट व टोपी और नेवी ब्लू कलर का पैन्ट ड्रेस कोड के रूप में निर्धारित किया गया है। साथ ही पार्किंग स्थल पूरी तरह से सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होंगें एवं वहॉं द्विभाषी पार्किग दर सूची होना अनिवार्य होगा। जिससे स्टेशन परिसर में पाकिंग कर्मचारियों की पहचान सुनिश्चित होगी।

नए आवंटित पार्किंग कांट्रेक्ट से यात्रियों को बेहतर पारदर्शी पार्किंग सुविधा के साथ रेलवे राजस्व भी प्राप्त होगा। यह पार्किंग सुविधा सोगरिया स्टेशन पर 12 मई, कोटा प्लेटफ़ॉर्म संख्या 4 पर 23 मई एवं कोटा प्लेटफ़ॉर्म संख्या 1 पर 26 मई से शुरू होगी।  

‘कोचिंग कैपिटल ऑफ इंडिया’ NEET 2025 में दिखाएगा अपना जादू?

कोटा। देश भर में मेडिकल शिक्षा के लिए सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा NEET (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) 2025 का आयोजन चार मई को होने जा रहा है। बीते वर्षों की तरह इस बार भी छात्रों की रिकॉर्ड संख्या इसमें भाग लेने की उम्मीद है। साल 2024 में NEET परीक्षा में 23 लाख से अधिक छात्रों ने हिस्सा लिया था और आंकड़े बता रहे हैं कि इस वर्ष यह संख्या और बढ़ सकता है।

NEET रजिस्ट्रेशन में राजस्थान का प्रदर्शन लगातार बेहतर होता जा रहा है। साल 2023 में जहां राज्य से 1.48 लाख छात्रों ने परीक्षा दी थी, वहीं 2024 में यह संख्या बढ़कर 1.78 लाख तक पहुंच गई, जो लगभग 20 प्रतिशत की वृद्धि है। इस रुझान के पीछे कोटा स्थित प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थानों का अहम योगदान माना जा रहा है। एलन, मोशन, आकाश और रेजोनेंस जैसे संस्थानों की बढ़ती लोकप्रियता ने कोटा को ‘कोचिंग कैपिटल ऑफ इंडिया’ बना दिया है।

परीक्षा में सफलता के मामले में भी राजस्थान ने बाजी मारी है। साल 2024 में जहां महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्यों से भले ही अधिक छात्र परीक्षा में बैठे, लेकिन उत्तीर्ण छात्रों के प्रतिशत के लिहाज़ से राजस्थान सबसे आगे रहा। राजस्थान से 1,78,756 में से 1,21,240 छात्र सफल हुए, यानि लगभग 68 प्रतिशत सफलता दर रही। जबकि महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में यह अनुपात क्रमशः 50 और 48 प्रतिशत रहा।

मोशन एजुकेशन के संस्थापक एवं सीईओ नितिन विजय का कहना है, एनटीए का पारदर्शिता और निष्पक्षता की दिशा में उठाया गया कदम स्वागत योग्य है। इतने बड़े पैमाने पर परीक्षा को सुचारू रूप से आयोजित करना आसान नहीं है, लेकिन एजेंसी ने परीक्षा केंद्रों के बेहतर चयन, जियो-मैपिंग और स्थानीय प्रशासन की भागीदारी जैसे उपायों से इसे संभव बनाया है।

एनटीए ने इस बार परीक्षा की निगरानी को और सख्त किया है। 90 प्रतिशत परीक्षा केंद्र सरकारी संस्थानों में रखे गए हैं। केंद्रों की जियो-मैपिंग की गई है और राज्य व जिला स्तर पर निगरानी समितियां बनाई गई हैं। साथ ही, परीक्षा से जुड़ी शिकायतों के त्वरित निवारण के लिए ऑनलाइन पोर्टल की भी शुरुआत की गई है।

Kota Mandi: मिलर्स की लिवाली से कोटा मंडी में गेहूं 25 रुपये तेज बिका

कोटा। Kota Mandi Price Today: भामाशाह अनाज मंडी में शुक्रवार को मिलर्स की लिवाली से गेहूं 25 रुपये तेज रहा। कमजोर मांग से चना 50 रुपये मंदा रहा। मंडी में सभी कृषि जिन्सो की मिलाकर करीब डेढ़ लाख कट्टे और लहसुन की 12000 कट्टे की आवक रही। जिंसों के भाव रुपये प्रति क्विंटल इस प्रकार रहे –

गेहूं नया 2420 से 2751 ज्वार शंकर 2200 से 2700, ज्वार सफेद 4000 से 4500, बाजरा 2100 से 2300, मक्का 2000 से 2300, जौ 2000 से 2300 रुपये प्रति क्विंटल। धान सुगन्धा 2200 से 2551, धान (1509) 2200 से 2901 धान (1718) 2800 से 3450, धान पूसा 2700 से 3001 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन 3800 से 4301, सरसों 5500 से 5950, अलसी 6000 से 6500 तिल्ली 8500 से 11000 रुपये प्रति क्विंटल। मूंग 6500 से 7200, उड़द 4000 से 7000, चना देशी 5200 से 5301, चना मौसमी 5000 से 5350, चना पेप्सी 5200 से 5400 रुपये प्रति क्विंटल।

लहसुन 2000 से 9500 मैथी 4000 से 4600 कलौंजी 13000 से 17850 रुपये प्रति क्विंटल। धनिया नया सूखा बादामी 5800 से 6500 धनिया नया ईगल 6200 से 7000 रंगदार 7100 से 10500 रुपये प्रति क्विंटल।

Palm Oil: निर्यात ऑफर मूल्य गिरने से अप्रैल में पाम तेल का आयात सुधरा

मुम्बई। Palm Oil: खाद्य तेलों के सापेक्ष पाम तेल का निर्यात ऑफर मूल्य आपूर्तिकर्ता देशों में गिरकर आकर्षक स्तर पर आने लगा है जिससे भारत में इसका आयात बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं।

जनवरी-फरवरी 2025 में पाम तेल का आयात काफी कम हुआ था जिससे देश में इसके स्टॉक में गिरावट आ गई थी। इससे पूर्व नवम्बर-दिसम्बर 2024 में भी पाम तेल का आयात सामान्य औसत मासिक स्तर से काफी पीछे रह गया था। हालांकि फरवरी की तुलना में मार्च के दौरान भारत में पाम तेल का आयात 137 प्रतिशत बढ़कर 4.25 लाख टन के करीब पहुंचा मगर फिर भी यह औसत स्तर से काफी कम रहा।

2023-24 के मार्केटिंग सीजन (नवम्बर-अक्टूबर) के दौरान भारत में प्रति माह औसतन 7.50 लाख टन पाम तेल का आयात हुआ था जबकि 2024-25 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के शुरूआती पांच महीनों में यानी नवम्बर 2024 से मार्च 2025 के दौरान यह मासिक औसत आयात 5 लाख टन से ुएपर नहीं बढ़ सका।

इसका कारण यह था कि इस अवधि में क्रूड पाम तेल (सीपीओ) का आयात खर्च क्रूड डिगम्ड सोयाबीन तेल से करीब 70-100 डॉलर प्रति टन ऊंचा चल रहा था। इससे भारतीय रिफाइनर्स को सीपीओ के आयात पर बहुत कम मार्जिन प्राप्त हो रहा था।

इस अवधि में रिफाइनर्स ने पाम तक बजाए सोयाबीन तेल एवं सूरजमुखी तेल जैसे सॉफ्ट खाद्य तेलों के आयात को प्राथमिकता देने का प्रयास किया क्योंकि इसका वैश्विक बाजार भाव कुछ हद तक आकर्षक बना हुआ था।

पाम तेल का निर्यात प्रदर्शन कमजोर पड़ने, आपूर्तिकर्ता देशों में बकाया अधिशेष स्टॉकबढ़ने तथा उत्पादन का पीक सीजन जारी रहने से मलेशिया तथा इंडोनेशिया के निर्यातकों को निर्यात ऑफर मूल्य घटाने के लिए विवश होना पड़ा।

इसके फलस्वरूप भारत में सीपीओ का आयात खर्च अब सोयाबीन तेल की तुलन में करीब 50 डॉलर प्रति टन नीचे आ गया है। इससे भारतीय रिफाइनर्स के मार्जिन में सुधार आने लगा है और पाम तेल की खरीद में उसकी दिलचस्पी एवं सक्रियता बढ़ गई है। मलेशिया के बीएमडी एक्सचेंज में पाम तेल के वायदा मूल्य पर दबाव बरकरार है।

अमरीका से चीन को सोयाबीन का निर्यात लगभग ठप्प पड़ने से शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड (सीबोट) में सोयाबीन, सोया तेल एवं सोयामील का वायदा भाव नरम पड़ गया है इसलिए पाम तेल की कीमतों पर आगे भी दबाव बरकरार रहने की संभावना है।

Redmi का 5G फोन 8000 रुपये से भी कम में, जानिए फीचर और ऑफर्स

नई दिल्ली। कम कीमत पर 5G स्मार्टफोन खरीदने का मौका ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म Amazon पर चल रही Great Summer Sale में मिल रहा है। अगर आपका बजट 8000 रुपये से भी कम है, तो शाओमी का Redmi A4 5G बजट डिवाइस तगड़ी छूट के चलते खरीदा जा सकता है। इस फोन को अब तक की सबसे कम कीमत पर लिस्ट किया गया है, साथ ही इसपर बैंक और एक्सचेंज ऑफर्स का फायदा दिया जा रहा है।

नया फोन खरीदने जा रहे हैं तो आपको 5G मॉडल का चुनाव करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि Jio, Airtel और Vi की ओर से यूजर्स को अनलिमिटेड 5G डाटा का ऐक्सेस तो दिया जा रहा है लेकिन केवल वही यूजर्स यह डाटा इस्तेमाल कर सकते हैं, जिनके पास 5G फोन हैं। Redmi A4 5G में स्टैंड-अलोन 5G सपोर्ट मिल रहा है और यह Jio True 5G का फायदा यूजर्स को दे सकता है।

खास ऑफर्स के साथ मिल रहा है फोन
रेडमी स्मार्टफोन को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Amazon पर सेल के दौरान 7,999 रुपये के डिस्काउंटेड प्राइस पर लिस्ट किया गया है। इसके अलावा चुनिंदा कैशबैक और नो-कॉस्ट EMI ऑफर्स का फायदा भी दिया जा रहा है। पुराना फोन एक्सचेंज करने की स्थिति में 7,550 रुपये तक का अधिकतम डिस्काउंट मिल सकता है, जिसकी वैल्यू पुराने फोन के मॉडल और उसकी कंडीशन पर निर्भर करती है।

फोन अलग-अलग रैम और स्टोरेज वेरियंट्स में स्टारी ब्लैक और स्पार्कल पर्पल कलर ऑप्शंस में खरीदा जा सकता है।

Redmi A4 5G के स्पेसिफिकेशंस
Redmi A4 5G एक बजट फ्रेंडली स्मार्टफोन है और 5G कनेक्टिविटी के साथ आता है। इसमें 6.56 इंच का HD+ डिस्प्ले है जिसमें 90Hz रिफ्रेश रेट मिलता है। यह डिवाइस MediaTek Dimensity 6100+ प्रोसेसर से लैस है, जो अच्छे परफॉर्मेंस और मल्टीटास्किंग के लिए परफेक्ट है। फोन में 5000mAh की बैटरी दी गई है जो लंबा बैकअप देती है, और 18W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है। कैमरा सेटअप में 50MP का प्राइमरी रियर कैमरा और 5MP का फ्रंट कैमरा शामिल है।

National Herald case: राहुल-सोनिया की मुश्किलें बढ़ीं, कोर्ट ने जारी किया नोटिस

नई दिल्ली। दिल्ली की एक अदालत ने नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने कहा कि आरोपपत्र पर संज्ञान लेते समय सोनिया और राहुल को अपना पक्ष रखने का अधिकार है। विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने कहा कि किसी भी स्तर पर पक्ष रखने का अधिकार निष्पक्ष सुनवाई की जान है। कोर्ट ने कहा कि आरोपियों को नोटिस आज शाम तक भेज दी जाए। अब इस मामले की अगली सुनवाई 7 मई को होगी।

नेशनल हेराल्ड केस एक विवादास्पद कानूनी मामला है, जो 2012 में बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी की ओर से दायर शिकायत से शुरू हुआ। यह मामला नेशनल हेराल्ड अखबार, इसके प्रकाशक एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) और यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ा है। नेशनल हेराल्ड की स्थापना 1938 में जवाहरलाल नेहरू ने की थी और यह स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा था।

क्या है मामला
आरोप है कि कांग्रेस ने एजेएल को 90.21 करोड़ रुपये का ब्याज-मुक्त ऋण दिया, जो चुकाया नहीं गया। 2010 में इस कर्ज को यंग इंडियन (निजी कंपनी) को 50 लाख रुपये में हस्तांतरित कर दिया गया, जिसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी की 76% हिस्सेदारी है। इसके बदले यंग इंडियन ने एजेएल की 99% हिस्सेदारी और इसकी संपत्तियों पर नियंत्रण हासिल कर लिया, जिनका मूल्य 2,000 करोड़ रुपये से अधिक आंका गया। स्वामी का दावा है कि यह लेनदेन धोखाधड़ी, आपराधिक विश्वासघात और मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है क्योंकि सार्वजनिक धन का दुरुपयोग कर संपत्तियां हड़पी गईं।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 2021 में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की। अप्रैल 2025 में सोनिया और राहुल गांधी के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई, जिसमें उन्हें क्रमशः आरोपी नंबर 1 और 2 नामित किया गया। ईडी का कहना है कि यंग इंडियन ने कोई चैरिटेबल गतिविधि नहीं की, जैसा कि उसका दावा था। यह संपत्ति हस्तांतरण आपराधिक साजिश का हिस्सा था। कांग्रेस इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताती रही है।

Stock Market: सेंसेक्स 260 अंक चढ़ कर 80500 के पार, निफ्टी 24346 पर बंद

नई दिल्ली। Stock Market Closed: वैश्विक बाजारों से मजबूत संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार सप्ताह के आखिरी ट्रेडिंग सेशन यानी शुक्रवार को हरे निशान में बंद हुआ। हालांकि, फार्मा और मेटल स्टॉक्स में बिकवाली ने बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी 50 में शुरुआती तेजी को सिमित कर दिया।

तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज मजबूती के साथ 80,300.19 अंक पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 81,177.93 अंक तक उछल गया था। अंत में सेंसेक्स अपनी बढ़त को कम करते हुए 259.75 अंक या 0.32% की बढ़त लेकर 80,501.99 पर बंद हुआ।

इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty-50) जोरदार तेजी के साथ 24,311.90 अंक पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 24,589.15 अंक के हाई लेवल तक गया। अंत में यह 12.50 अंक या 0.05% की मामूली बढ़त के साथ 24,346.70 पर बंद हुआ।

Jeep Compass नए अवतार में, डिजाइन से उठ गया पर्दा; जानिए कितनी बदली SUV

नई दिल्ली। जीप अपनी पॉपुलर एसयूवी कंपास के अपडेटेड वर्जन को लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। बता दें कि जीप कंपास फेसलिफ्ट (Jeep Compass Facelift) को कई बार टेस्टिंग के दौरान देखा जा चुका है। अब ग्लोबल डेब्यू के लिए शेड्यूल की गई प्रोडक्शन-स्पेक नई कंपास की तस्वीरें ऑनलाइन लीक हो गई हैं जिससे अपकमिंग एसयूवी का पूरा लुक सामने आ गया है। आइए 2025 नेक्स्ट-जेनरेशन जीप कंपास के डिटेल्स पर नजर डालते हैं।

कुछ ऐसी है डिजाइन
एक्सटीरियर डिजाइन की बात करें तो नया मॉडल बिल्कुल कंपास जैसा दिखता है और यह आउटगोइंग डिजाइन का ही एक नया वर्जन लगता है। एसयूवी में आगे की तरफ एलईडी हेडलैंप का नया सेट स्लीक है जिसे ब्रांड के सिग्नेचर सेवन-स्लॉट ग्रिल के साथ जोड़ा गया है। ग्रिल पर पतली लाइटिंग स्ट्रिप्स भी दी गई है। वहीं, फ्रंट बंपर चंकी दिखाई देता है जिसमें फॉग लैंप लगे हैं।

लुक बना देगी दीवाना
एसयूवी के चारों ओर भारी क्लैडिंग के साथ चौकोर व्हील आर्च इसे SUV जैसा लुक देते हैं। इसके अलावा, एसयूवी में मजबूत शोल्डर लाइन और रूफ रेल्स भी हैं। जबकि पीछे की ओर नई LED टेल लाइट्स को ग्लोइंग जीप लोगो के साथ कनेक्टेड ट्रीटमेंट मिलता है। कुल मिलाकर फ्रंट और रियर ओवरहैंग आउटगोइंग मॉडल की तुलना में छोटे लगते हैं।

धांसू फीचर्स से लैस होगी एसयूवी
एसयूवी में केबिन के अंदर डैशबोर्ड लेआउट पूरी तरह से नया है। ग्राहकों को एसयूवी में एक बड़ा इंफोटेनमेंट सिस्टम, स्टोरेज कम्पार्टमेंट के साथ सेंटर कंसोल, एक रोटरी डायल के साथ-साथ एक बड़ा पैनोरमिक सनरूफ देख सकते हैं। इसके अलावा, केबिन में ग्राहक डैशबोर्ड पर प्रीमियम मटीरियल के इस्तेमाल को भी देख सकते हैं।

भारत कब आएगी एसयूवी
अगर पावरट्रेन की बात करें तो इसकी ज्यादा जानकारी गुप्त रखी गई है। न्यूज वेबसाइट gaadiwaadi में छपी एक खबर के अनुसार, एसयूवी में ग्राहकों को पावरट्रेन के कई ऑप्शन मिल सकते हैं। हालांकि, नई जीप कंपास जल्द भारत में नहीं आएगी।

PMI: भारत के विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर अप्रैल में 10 महीने के उच्चतम स्तर पर

नई दिल्ली। PMI: भारतीय विनिर्माण क्षेत्र में वृद्धि की गति अप्रैल में सुधरी है और उत्पादन जून 2024 के बाद सबसे तेज गति से बढ़ा है। शुक्रवार को जारी एक मासिक सर्वेक्षण में यह जानकारी दी गई। मौसमी रूप से समायोजित एचएसबीसी इंडिया मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) मार्च में 58.1 से बढ़कर अप्रैल में 58.2 हो गया। यह दस महीनों में इस क्षेत्र में सबसे मजबूत सुधार दर्शाता है।

पीएमआई की भाषा में, 50 से ऊपर का अंक विस्तार को दर्शाता है, जबकि 50 से नीचे का अंक संकुचन को दर्शाता है। उत्पादन वृद्धि में नवीनतम सुधार में योगदान देने वाला एक प्रमुख कारक नए व्यवसाय में तेज वृद्धि थी। विनिर्माण क्षेत्र की विस्तार दर को बेहतर घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय मांग से समर्थन मिला।

सर्वेक्षण के अनुसार, कुल बिक्री को अंतर्राष्ट्रीय ऑर्डरों में तीव्र वृद्धि से मदद मिली। पीएमआई सर्वे में शामिल प्रतिभागियों ने बताया कि वित्त वर्ष 2025-26 की शुरुआत में विदेश से नया कारोबार 14 वर्षों में सबसे अधिक बढ़ा और इस मांग का नेतृत्व अफ्रीका, एशिया, यूरोप, मध्य पूर्व और अमेरिका ने किया।

एचएसबीसी के मुख्य भारत अर्थशास्त्री प्रांजुल भंडारी ने कहा, “अप्रैल में नए निर्यात ऑर्डरों में उल्लेखनीय वृद्धि भारत में उत्पादन में संभावित बदलाव का संकेत दे सकती है, क्योंकि व्यवसाय उभरते व्यापार परिदृश्य और अमेरिकी टैरिफ घोषणाओं के अनुरूप खुद को ढाल रहे हैं।” इस सकारात्मक प्रवृत्ति के साथ-साथ रोजगार और क्रय गतिविधि में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई।

सर्वेक्षण में कहा गया है, “उत्पादन की बढ़ती आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विनिर्माताओं ने अप्रैल में अपने कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि जारी रखी। सर्वेक्षण में भाग लेने वाले ठीक 9 प्रतिशत लोगों ने अतिरिक्त कर्मचारियों को काम पर रखा, तथा कथित तौर पर स्थायी और अस्थायी अनुबंधों की पेशकश की गई।”

नये व्यवसाय के विकास के साथ-साथ क्रय गतिविधि में भी वृद्धि हुई, तथा इनपुट खरीद में नवीनतम तीव्र विस्तार का श्रेय आंशिक रूप से स्टॉक-निर्माण पहल को भी दिया गया। भंडारी ने कहा, “मजबूत ऑर्डरों के कारण विनिर्माण उत्पादन वृद्धि दस महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। इनपुट कीमतों में थोड़ी तेजी से वृद्धि हुई, लेकिन मार्जिन पर प्रभाव आउटपुट कीमतों में बहुत तेज वृद्धि से अधिक हो सकता है, जिसका सूचकांक अक्टूबर 2013 के बाद से उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।”

कीमतों के मोर्चे पर, भारतीय वस्तुओं की मजबूत मांग ने कंपनियों की मूल्य निर्धारण शक्ति को बढ़ावा दिया, जिससे बिक्री शुल्क अक्टूबर 2013 के बाद सबसे अधिक बढ़ गया। यह इनपुट लागत में मामूली वृद्धि के बावजूद था।

बिलावल ने आतंकी संगठनों से पाकिस्तान की साठगांठ कबूली, यह किसी से छिपा नहीं

इस्लामाबाद। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट जगजाहिर हो गई है। आए दिन उसके नेता कोई न कोई बड़बोलापन दिखा रहे हैं। पहले उनके रक्षा मंत्री और अब उनके पूर्व विदेश मंत्री ने पाकिस्तान के आतंक का पनाहगार होने की बात कबूल ली है। पहलगाम हमले में आतंकियों ने 26 लोगों की निर्मत हत्या कर दी थी। पाकिस्तान की ओर से पोषित आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा ने इस हमले की साजिश रची थी।

इस बीच पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने खुद कबूल कर लिया है कि उनके मुल्क के आतंकी समूहों के साथ संबंध रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का अतीत रहा है। यह किसी से छिपा नहीं है कि पाकिस्तान के दहशर्तगर्दों के साथ संबंध रहे हैं। यह कबूलनामा उनके रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ की आतंकवादी समूहों को समर्थन और वित्त पोषण में पाकिस्तान की संलिप्तता को स्वीकार करने के बाद सामने आया है।

बिलावल ने आतंकवाद के साथ पाकिस्तान के इतिहास को स्वीकार करते हुए दावा किया कि इसका देश को नुकसान उठाना पड़ा है। हालांकि, बाद से इसमें सुधार हुआ। गुरुवार को स्काई न्यूज से बातचीत में भुट्टो ने कहा, ‘जहां तक रक्षा मंत्री ने कहा है, मुझे नहीं लगता कि यह कोई रहस्य है कि पाकिस्तान का अतीत रहा है। इसी वजह से हमने नुकसान उठाया है।

पाकिस्तान ने काफी नुकसान सहा है। हम चरमपंथ, आतंकवाद की लहर से गुजरे हैं। हमने जो कुछ भी झेला है, उससे सबक लिया है। इस समस्या को हल करने के लिए हमने आंतरिक सुधारों को अपनाया है।’

भुट्टो ने आगे कहा, ‘जहां तक पाकिस्तान के इतिहास का सवाल है। यह सच है। यह ऐसा कुछ नहीं है, जिसमें हम आज हिस्सा ले रहे हैं। यह सच है कि यह हमारे इतिहास का एक दुर्भाग्यपूर्ण हिस्सा है।

एक बार फिर खोखली बयानबाजी
इससे पहले गुरुवार को मीरपुर खास में एक रैली को संबोधित करते हुए बिलावल भुट्टो ने एक बार फिर खोखली बयानबाजी की थी। उन्होंने गीदड़ भभकी देते हुए दावा किया था कि पाकिस्तान शांति चाहता है, लेकिन अगर भारत ने उन्हें उकसाया, तो वे युद्ध के लिए तैयार हैं। उन्होंने बड़बोलापन दिखाते हुए कहा, ‘पाकिस्तान एक शांतिपूर्ण देश है। इस्लाम एक शांतिपूर्ण धर्म है। हम युद्ध नहीं चाहते हैं, लेकिन अगर कोई हम पर हमला करता है, तो उसे भी युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए। हम युद्ध का ढोल नहीं पीटते हैं, लेकिन अगर उकसाया गया तो एकजुट पाकिस्तान की दहाड़ कानफोड़ू होगी।’

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने भी किया था कबूल
कुछ दिन पहले वायरल हुए एक वीडियो क्लिप में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री स्काई न्यूज की यल्दा हकीम से बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने उनसे पूछा, ‘आप मानते हैं कि पाकिस्तान का आतंकवादी संगठनों को समर्थन, प्रशिक्षण और वित्त पोषण करने का लंबा इतिहास रहा है? इस पर ख्वाजा आसिफ ने अपने जवाब में कहा, ‘हम करीब तीन दशकों से अमेरिका के लिए यह गंदा काम कर रहे हैं। ब्रिटेन समेत पश्चिमी देशों के लिए ऐसा कर रहे हैं। यह एक गलती थी। हमें इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। इसीलिए आप मुझसे यह कह रहे हैं। अगर हम सोवियत संघ के खिलाफ युद्ध में और बाद में 9/11 के बाद के युद्ध में शामिल नहीं होते तो पाकिस्तान का ट्रैक रिकॉर्ड बेदाग होता।’