Gold Price: सोना फिर एक लाख के करीब; चांदी भी उछली, जानिए आज के भाव

नई दिल्ली। Gold Silver Price: मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने के दाम में जोरदार तेजी देखने को मिली। ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार, 10 ग्राम सोना 2,400 रुपये महंगा होकर 99,750 रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। यह तेजी लगातार तीसरे दिन जारी रही है। सोमवार को सोना 97,350 रुपये प्रति 10 ग्राम था।

देश-दुनिया में तमाम उठापटक के बीच आज सोने के दामों जबरदस्त उछाल देखने को मिली है। जिसकी वजह से सोने की कीमत फिर से एक लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पास पहुंच गया है। सोमवार को सोने की कीमत 97,350 रुपये प्रति 10 ग्राम थी वहीं आज ये 2400 रुपये महंगा होकर 99,750 रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। वहीं 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना भी मंगलवार को 2,400 रुपये बढ़कर 99,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। इससे पिछले सत्र में इसका दाम 96,900 रुपये था।

मामले में अबंस फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ चिंतन मेहता के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से नए टैक्स लगाने की घोषणा के बाद निवेशकों का रुझान फिर से सोने की ओर बढ़ा है। ट्रंप ने विदेशों से आने वाली दवाओं और फिल्मों पर भारी शुल्क लगाने की बात कही है।

इससे व्यापारिक तनाव और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर असर पड़ने की आशंका बढ़ी है। सोने के साथ-साथ चांदी की चमक भी बढ़ी है। सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार, चांदी की कीमत 1,800 रुपये बढ़कर 98 हजाप 500 रुपये प्रति किलो पहुंच गई है

फेड की बैठक पर नजरें टिकीं
विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार की नजर अब अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक पर टिकी है। फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल की आर्थिक बढ़ोतरी और महंगाई पर टिप्पणी से आगे की दिशा तय होगी।

दुनियाभर में भी सोने के कीमत में तेजी
वैश्विक बाजार में भी सोने के दाम में तेजी रही। स्पॉट गोल्ड 45.65 डॉलर यानी 1.37 प्रतिशत चढ़कर 3,379.77 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के सीनियर एनालिस्ट सौमिल गांधी के अनुसार, रूस-यूक्रेन युद्ध, मिडिल ईस्ट में तनाव और भारत-पाकिस्तान के बीच ताजा तनाव ने सोने को सुरक्षित निवेश का विकल्प बना दिया है। इसके अलावा अमेरिकी डॉलर की कमजोरी ने भी सोने की कीमतों को सहारा दिया। वहीं वैश्विक बाजार में चांदी 1.64 प्रतिशत बढ़कर 33 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई।

केशवपुरा में हुए अग्निकांड के लिए अग्निशमन विभाग एवं KEDL जिम्मेदार: व्यापार संघ

कोटा। केशवपुरा क्षेत्र में हुए भीषण अग्निकांड को लेकर आज कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी के नेतृत्व में महासंघ के सचिव मुकेश भटनागर व अन्य पदाधिकारियों ने केशवपुरा व्यापार संघ के अध्यक्ष दिनू बंजारा के साथ घटना स्थल का जायजा लेकर पीड़ित और क्षेत्र के व्यापारियों से अग्निकांड की जानकारी ली।

व्यापारियों ने महासचिव अशोक माहेश्वरी को बताया कि कल दिन से ही बार-बार बिजली की ट्रिपिंग के चलते खम्बो पर स्पार्किंग होने से शाम को मोबाइल की दुकान पर शॉर्ट सर्किट हुआ। उसके चलते मोबाइल शॉप पर आग लगी, जो शुरुआत में बहुत धीमी गति से देखी जा रही थी और धीरे-धीरे आग ने विकराल रूप ले लिया।

महासंघ के सचिव मुकेश भटनागर ने बताया कि मुझे जैसे ही इसकी जानकारी मिली में घटनास्थल पर पहुंचा और मैंने फायर ब्रिगेड ऑफिस को आग लगने की सूचना दी। फायर ब्रिगेड घटना स्थल पर पहुंची तब तक आग ने विकराल रूप ले लिया और पास की सात दुकानों को भी लपेटे में ले लिया था।

पहले आयी फायर ब्रिगेड का नोजल खराब होने के कारण वह पानी नहीं दे पा रही थी और दूसरी फायर ब्रिगेड को आने में 10 से 15 मिनट विलंब हुआ जिससे यह गंभीर अग्निकांड हुआ। केशवपुरा व्यापार संघ के अध्यक्ष दीनू बंजारा ने बताया कि KEDL और अग्निशमन विभाग की लापरवाही से इस अग्निकांड से पीड़ित व्यापारी पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं।

केशवपुरा व्यापार संघ ने पीडित व्यापारियों के साथ मिलकर सुबह दादाबाड़ी थाने में जाकर KEDL के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई। जिला प्रशासन से पीड़ित व्यापारियों को पुनर्वास व उचित मुआवजा दिलाने की मांग की।

कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने इस घटना पर संवेदना व्यक्त करते हुए व्यापारियों को हुए भारी नुकसान को गंभीरता से लेते हुए कहा कि व्यापार महासंघ इस घटना के कारणो की जांच की मांग करता है। दोषी विभाग को चाहिए कि जिन व्यापारियों का सब कुछ बर्बाद हो चुका है, उन्हें पुनर्वास के लिए मुआवजा दिया जाए। जिससे वह अपना व्यापार पुनः संचालित कर सके।

उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो। इसके लिए अग्निशमन विभाग और KEDL उचित सतर्कता बरतते और अपने उपकरणों और बिजली की सप्लाई को दुरस्त रखते तो यह हादसा नहीं होता। इस भीषण गर्मी में बार बार बिजली की ट्रिपिंग होने से कई जगह हादसे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि अग्निशमन विभाग भी अपनी दमकलों के रखरखाव को दुरुस्त रखें। ताकि घटना की सूचना मिलते ही तुरंत घटनास्थल पर जाकर आग को फैलने से रोका जा सके।

उन्होंने नगर निगम के प्रतिपक्ष नेता विवेक राजवंशी को घटनास्थल पर बुलाकर व्यापारियों की पीड़ा से अवगत कराया। प्रतिपक्ष नेता विवेक राजवंशी ने हादसे पर गहरा दुख करते हुए पीड़ित व्यापारियों को सांत्वना देते हुए कहा कि इस अग्निकांड की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाएगी और दोषी अधिकारियों को नहीं बख्शा जाएगा। हम जिला प्रशासन से व्यापारियों के पुनर्वास और मुआवजा दिलाने के लिए भी प्रयास करेंगे और ऐसी घटनाओं को रोके जाने का भी पूरा प्रयास किया जाएगा।

Samsung Galaxy F56 स्मार्टफोन भारत में होगा लॉन्च, जानिए कीमत एवं फीचर्स

नई दिल्ली। सैमसंग एक के बाद एक अपने नए स्मार्टफोन लॉन्च कर रहा है। इसी कड़ी में अब कंपनी अपने नए डिवाइस Galaxy F56 को इंडियन मार्केट में लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। फोन की ऑफिशियल लॉन्च डेट अभी सामने नहीं आई है। हालांकि, लॉन्च से पहले इस फोन की कीमत जरूर लीक हो गई है। टिपस्टर अभिषेक यादव ने इस फोन की कीमत को लीक किया है।

अभिषेक यादव के अनुसार फोन दो वेरिएंट- 8जीबी+128जीबी और 8जीबी+256जीबी में आएगा।टिपस्टर की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट की मानें तो फोन के 128जीबी के स्टोरेज वाले वेरिएंट की कीमत 27,999 रुपये होगी। वहीं, इसका 256जीबी वाला वेरिएंट 30,999 रुपये के प्राइसटैग के साथ आएगा।

कुछ हफ्ते पहले ही गैलेक्सी F56 5G का सपोर्ट पेज सैमसंग इंडिया की वेबसाइट पर लाइव हुआ था। इस फोन का मॉडल नंबर SM-E566B/DS है। सपोर्ट पेज लाइव होने से माना जा रहा है कि फोन की लॉन्च डेट अब ज्यादा दूर नहीं है। इसके अलावा इस फोन को BIS यानी ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स पर भी देखा जा चुका है।

इसके अलावा यह फोन ब्लूटूथ SIG पर भी लिस्ट हो चुका है। इस फोन के फीचर पिछले महीने लॉन्च हुए गैलेक्सी M56 से मिलते-जुलते हो सकते हैं। हालांकि, इस बारे में अभी कुछ भी पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता। फिलहाल आइए जान लेते हैं M56 5G में कंपनी क्या कुछ ऑफर कर रही है।

गैलेक्सी M56 5G के स्पेसिफिकेशन
सैमसंग गैलेक्सी M56 5G पिछले महीने भारत में लॉन्च हुआ है। फोन 8जीबी रैम और 256जीबी तक के इंटरनल स्टोरेज वेरिएंट में आता है। इसकी शुरुआती कीमत 27,999 रुपये है। फीचर्स की बात करें, तो फोन में कंपनी 1080 x 2340 पिक्सल रेजॉलूशन के साथ 6.73 इंच का फुल एचडी+ sAMOLED+ डिस्प्ले ऑफर किया जा रहा है। 8जीबी रैम और 256जीबी तक के इंटरनल स्टोरेज वाले इस फोन में प्रोसेसर के तौर पर Exynos 1480 चिपसेट दिया गया है।

Realme GT 7 सीरीज का नया टीजर जारी, जानिए भारत में कब होगा लॉन्च, जानें कीमत

नई दिल्ली। Realme ने पिछले महीने GT 7 को चीन में पेश किया गया था और अब कंपनी इसे जल्द ही इंडियन मार्केट में भी पेश करने जा रही है। कंपनी ने हाल ही में X पर पोस्ट करते हुए नई Realme GT 7 सीरीज के लॉन्च की घोषणा की थी।

कंपनी ने इसका एक टीजर भी शेयर किया है जिससे पता चलता है कि जल्द ही Realme GT 7 सीरीज आ रही है। इस सीरीज में दो नए मॉडल Realme GT 7 और Realme GT 7T शामिल हो सकते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले दोनों Realme डिवाइस एक सर्टिफिकेशन साइट पर स्पॉट किए गए हैं, जो इसके भारत में जल्द ही लॉन्च को कंफर्म कर रहे हैं।

नया टीजर: Realme इंडिया ने X पर पोस्ट करते हुए बताया है कि देश में Realme GT 7 सीरीज जल्द आ रही है। साथ में दी गई तस्वीर में एक टैगलाइन भी शेयर की गई है जिसमें लिखा है ‘पावर दैट नेवर स्टॉप्स’, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि लाइनअप में खास तौर पर गेमिंग के लिए कई खास सुविधाएं होने वाली हैं। साथ ही इसमें एक हाई परफॉरमेंस चिपसेट भी देखने को मिल सकता है। हालांकि इस पोस्ट में अभी सिर्फ कमिंग सून लिखा है और सीरीज की संभावित लॉन्च टाइमलाइन के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

हालांकि दूसरी तरफ अमेजन पर फोन के लॉन्च के लिए डेडिकेटेड एक माइक्रोसाइट लाइव है जहां Realme GT 7 सीरीज को पॉपुलर ऑनलाइन मल्टीप्लेयर बैटल रॉयल गेम Battlegrounds Mobile India (BGMI) के पीछे डेवलपर Krafton के साथ Co-टेस्टिंग किया गया है। Realme का कहना है कि डिवाइस 6 घंटे तक 120 fps पर BGMI गेमप्ले ऑफर कर सकता है।

संभावित कीमत: कीमत को लेकर कंपनी की तरफ से अभी कोई जानकारी नहीं है, लेकिन लीक्स में ऐसा बताया जा रहा है कि डिवाइस 34 हजार रुपये की प्राइस रेंज में आ सकता है। इस सीरीज के आने से सीधे शाओमी जैसे ब्रांड को कड़ी टक्कर मिलने वाली है।

Realme GT 7 के फीचर्स: लीक्स में सामने आए फीचर्स की बात करें तो Realme GT 7 पावरफुल MediaTek 9300 Plus चिपसेट से लैस हो सकता है जिसके साथ 12 जीबी RAM देखने को मिल सकती है। डिवाइस आउट ऑफ दी बॉक्स Android 15 से लैस हो सकता है। जबकि सीरीज के दूसरे मॉडल जीटी 7टी में भी दमदार Dimensity 8400 चिपसेट मिल सकता है जिसके साथ 8GB RAM रैम और 120W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट मिल सकता है।

देशभर में 244 जिलों में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल कल, राज्यों से मांगी गई रिपोर्ट

नई दिल्ली। भारत सरकार 7 मई 2025 को देशभर के 244 चिन्हित सिविल डिफेंस जिलों में एक विशाल मॉक ड्रिल आयोजित करने जा रही है। इसका मकसद यह जांचना है कि जंग जैसे हालात, जैसे कि मिसाइल हमले या हवाई हमलों के दौरान आम जनता कितनी जल्दी और असरदार तरीके से प्रतिक्रिया दे सकती है।

इस मॉक ड्रिल में असल हालात जैसे दृश्य पेश किए जाएंगे, मसलन हवाई हमले के सायरन बजेंगे, शहरों की बिजली बंद की जाएंगी, आम लोग शरण लेने का अभ्यास करेंगे और आपातकालीन सेवाएं तुरंत हरकत में आएंगी। इस अभ्यास का मकसद है अफरा-तफरी से बचाव, घबराहट को कम करना और जानें बचाना।

शीत युद्ध की याद ताजा
हालांकि इस तरह की तैयारियां शीत युद्ध (Cold War) के दौर की याद दिलाती हैं, लेकिन मौजूदा वैश्विक तनावों ने एक बार फिर इन्हें अहम बना दिया है। 7 मई को होने वाले इस राष्ट्रीय स्तर के रिहर्सल के लिए गृह मंत्रालय ने 2 मई को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश जारी किया। यह अभ्यास सिविल डिफेंस रूल्स, 1968 के तहत आता है। इस मॉक ड्रिल में स्थानीय प्रशासन, सिविल डिफेंस वार्डन, होम गार्ड्स, नेशनल कैडेट कोर (NCC), नेशनल सर्विस स्कीम (NSS), नेहरू युवा केंद्र संगठन (NYKS) और स्कूल-कॉलेजों के छात्र-छात्राएं हिस्सा लेंगे।

इस तरह की तैयारी यह संकेत देती है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सिर्फ सैनिकों की जिम्मेदारी नहीं है। जब आम नागरिक यह जानते हैं कि क्या करना है, कब करना है और कैसे संयम बनाए रखना है, तो पूरे देश की मजबूती बढ़ जाती है। यह केवल हमले के बाद की प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि हमले से पहले की जागरूकता का हिस्सा है।

ड्रिल की मुख्य गतिविधियां
संवेदनशील इलाकों और संस्थानों में सायरनों का परीक्षण किया जाएगा ताकि आम लोगों को हमले की स्थिति में सतर्क किया जा सके। स्कूलों, दफ़्तरों और समुदाय केंद्रों में वर्कशॉप्स आयोजित होंगी जिनमें लोगों को गिरकर छिपने (drop-and-cover), नजदीकी शरण स्थलों का पता लगाना, प्राथमिक उपचार और मानसिक स्थिति को संभालना सिखाया जाएगा।
इसके अलावा अचानक बिजली बंद कर दी जाएगी ताकि रात के समय हवाई हमले की स्थिति में शहर को दुश्मन की नजर से छिपाया जा सके।

यह तकनीक आखिरी बार 1971 की बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के समय इस्तेमाल हुई थी। सामरिक इमारतों जैसे मिलिट्री बेस, संचार टावर, और पावर प्लांट को छिपाने के लिए नकाबपोशी की जाएगी ताकि सैटेलाइट या हवाई निगरानी से बचा जा सके। हाई-रिस्क इलाकों से लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में ले जाने का अभ्यास किया जाएगा, जिससे वास्तविक स्थिति में आने वाली रुकावटों को पहचाना जा सके।

पहलगाम घटना से जुड़े से तार
यह अभ्यास किसी खास घटना से जुड़ा हुआ नहीं है, बल्कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद सरकार की सुरक्षा तैयारियों का हिस्सा है। इस हमले में 26 भारतीय सैलानियों की मौत हुई थी, और इसके पीछे पाकिस्तान-आधारित आतंकी संगठनों का हाथ बताया जा रहा है।

इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई उच्च-स्तरीय सुरक्षा बैठकें कीं और कहा कि, “हम साज़िश करने वालों को ऐसी सजा देंगे जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी।” इससे पहले भी अक्टूबर 2022 में हुए ‘चिंतन शिविर’ में प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री ने सिविल डिफेंस को मजबूत करने की जरूरत पर जोर दिया था।

हर राज्य से रिपोर्ट मांगी जाएगी
जनवरी 2023 में गृह सचिव द्वारा भेजे गए पत्र में भी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से सीमावर्ती और तटीय इलाकों में सिविल डिफेंस क्षमताओं को बढ़ाने की अपील की गई थी।
भारत-पाकिस्तान सीमा के पास फिरोजपुर छावनी में 7 मई से पहले ही एक 30 मिनट की ब्लैकआउट ड्रिल आयोजित कर इसकी झलक दिखा दी है। गृह मंत्रालय ने हर भाग लेने वाले राज्य और केंद्र शासित प्रदेश को ड्रिल के बाद “एक्शन टेकन रिपोर्ट” सौंपने का निर्देश दिया है, जिसमें कार्यान्वयन, सीख और सुधार के बिंदु शामिल होंगे।

भारत-पाक के तनाव के बीच सेंसेक्स 207 अंक टूटकर 80589 पर, निफ्टी भी लाल

नई दिल्ली। Stock Market Update: युद्ध की ओर बढ़ रहे भारत-पाकिस्तान के साथ ही घरेलू शेयर मार्केट के बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स-निफ्टी भी लाल हो रहे हैं। सेंसेक्स 207 अंक टूटकर 80,589 पर आ गया है। निफ्टी भी 70 अंक नीचे 24390 पर ट्रेड कर रहा है। निफ्टी नेक्स्ट 50 में भी करीब एक पर्सेंट की गिरावट है।

सुबह 10:10 बजे घरेलू शेयर मार्केट में गिरावट तेज हो गई । सेंसेक्स 209 अंक या 0.26 % टूटकर 80,587.72 पर आ गया है। निफ्टी भी 74 अंकों के नुकसान के साथ 24386 पर आ गया है। एनएसई पर केवल 699 स्टॉक्स ही हरे निशान पर ट्रेड कर रहे हैं। जबकि, 1765 में गिरावट है। कुल 2538 स्टॉक्स ट्रेड कर रहे हैं, जिनमें 34 में लोअर सर्किट लगा है। हालांकि, 25 स्टॉक्स ऐसे भी हैं, जिनमें अपर सर्किट लगा है।

ग्लोबल मार्केट का हाल

एशियाई बाजारों में सपाट कारोबार हुआ, इस क्षेत्र के अधिकांश शेयर बाजार छुट्टियों के लिए बंद रहे। हांगकांग के हैंग सेंग इंडेक्स फ्यूचर्स ने थोड़ा अधिक खुलने का संकेत दिया। जापानी और दक्षिण कोरियाई बाजार सार्वजनिक अवकाश के कारण बंद हैं।

  • गिफ्ट निफ्टी टुडे
    गिफ्ट निफ्टी 24,583 के स्तर के आसपास कारोबार कर रहा था। यह निफ्टी फ्यूचर्स के पिछले बंद से लगभग 30 अंकों का प्रीमियम है, जो भारतीय शेयर बाजार सूचकांकों के लिए हल्की सकारात्मक शुरुआत का संकेत देता है।
  • वॉल स्ट्रीट का हाल
    अमेरिकी शेयर बाजार सोमवार को गिरावट के साथ बंद हुए। डॉऊ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 98.60 अंक या 0.24 प्रतिशत टूटकर 41,218.83 पर बंद हुआ, जबकि एसएंडपी 500 में 36.29 अंक या 0.64 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। यह इंडेक्स 5,650.38 पर बंद हुआ। नैस्डैक कंपोजिट भी 133.49 अंक या 0.74 प्रतिशत गिरकर 17,844.24 पर बंद हुआ।

दिग्गज कंपनियों के शेयर
नेटफ्लिक्स स्टॉक की कीमत 1.9 प्रतिशत गिर गई, Amazon.com शेयरों में 1.9 प्रतिशत और पैरामाउंट ग्लोबल शेयर की कीमत में 1.6 प्रतिशत की गिरावट आई। बर्कशायर हैथवे के शेयर 5.1 प्रतिशत गिरे। जबकि, स्केचर्स शेयर की कीमत 24.3 प्रतिशत बढ़ी। एप्पल के शेयर की कीमत 3.15 प्रतिशत गिर गई, जबकि टेस्ला के शेयर की कीमत 2.42 प्रतिशत और फोर्ड के शेयरों में 1.07 प्रतिशत की गिरावट आई।

TVS स्पोर्ट बाइक का नया वैरिएंट ES+ लॉन्च, जानिए कीमत और फीचर्स

नई दिल्ली। अगर आप कम कीमत में एक स्टाइलिश, दमदार और भरोसेमंद बाइक की तलाश में हैं, तो TVS मोटर आपके लिए एक शानदार विकल्प लेकर आई है। TVS ने अपनी लोकप्रिय बजट कम्यूटर बाइक TVS स्पोर्ट का नया वैरिएंट ES+ (Self Start ES+) लॉन्च किया है, जिसकी एक्स-शोरूम कीमत दिल्ली में 60,881 रुपये रखी गई है। आइए जरा विस्तार से इसकी डिटेल्स जानते हैं।

नए TVS Sport ES+ में क्या खास?
भारत में बजट कम्यूटर बाइक सेगमेंट पर सालों से हीरो स्प्लेंडर (Hero Splendor) का दबदबा रहा है। लेकिन, अब TVS ने मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है। नया TVS Sport ES+ न सिर्फ कीमत में किफायती है, बल्कि इसमें कुछ ऐसे फीचर्स भी दिए गए हैं, जो इसे भीड़ में अलग बनाते हैं:

  • नए कलर ऑप्शन– इस बाइक में ग्रे-रेड और ब्लैक-नियोन कलर ऑप्शन मिलता है, जिसके साथ बाइक और भी ज्यादा स्टाइलिश लगती है।
  • स्पोर्टी अलॉय व्हील्स पर पिनस्ट्राइपिंग- यह पिनस्ट्राइप्स बाइक के कलर ऑप्शन के साथ मैच करते हैं।
  • ब्लैक पिलियन ग्रैब रेल – यह केवल ES+ वैरिएंट में मिलता है, बाकी वैरिएंट में सिल्वर दिया गया है।
  • कलर– इसमें कोडेड हेडलाइट काउल और मडगार्ड मिलते हैं, जो इसे एक प्रीमियम लुक के साथ आते हैं।

परफॉर्मेंस और स्पेसिफिकेशन
TVS स्पोर्ट ES+ का परफॉर्मेंस भी इसकी कीमत को देखते हुए काफी दमदार है। इसमें 109.7cc, सिंगल सिलेंडर, एयर-कूल्ड, फ्यूल-इंजेक्टेड इंजन है, जो 8.08bhp की पावर और 8.7 Nm का टॉर्क जेनरेट करने में सक्षम है। इसमें 4-स्पीड मैन्युअल गियरबॉक्स देखने को मिलता है।

65kmpl का माइलेज
इस बाइक की टॉप स्पीड 90 km/h की है। वहीं, इसका माइलेज 65+ km/l (कंपनी दावा) का है। इसका वजन 112 किलोग्राम है। वहीं, इसका ग्राउंड क्लीयरेंस 175 मिमी का है। इसमें 10 लीटर का फ्यूल टैंक मिलता है। ब्रेकिंग सिस्टम की बात करें तो इसमें ड्रम ब्रेक्स (फ्रंट और रियर) मिलती हैं। इसमें टेलीस्कोपिक फ्रंट फोर्क्स और रियर में ड्यूल शॉक अब्जॉर्बर्स सस्पेंशन मिलते हैं।

TVS Sport ES+ की पोजिशनिंग
इस ES+ वैरिएंट को TVS ने सेल्फ स्टार्ट अलॉय व्हील्स (59,881) और सेल्फ स्टार्ट ELS अलॉयल व्हील्स (71,785) के बीच रखा है। यानी जो ग्राहक थोड़े बेहतर फीचर्स चाहते हैं, लेकिन ज्यादा खर्च नहीं करना चाहते, उनके लिए यह बिल्कुल परफेक्ट मिड-वे विकल्प है।

स्टाइल, परफॉर्मेंस और बजट का परफेक्ट मेल
2025 TVS स्पोर्ट ES+ उन लोगों के लिए एक बेहतरीन ऑप्शन है, जो रोजाना के सफर के लिए कम कीमत में माइलेज, आराम और स्टाइल सब कुछ चाहते हैं। TVS ने इस वैरिएंट के जरिए हीरो स्प्लेंडर (Hero Splendor) को टक्कर देने की पूरी तैयारी कर ली है।

टेमसुलोसिन दवा ले रहे मरीज मोतियाबिंद ऑपरेशन से पहले नेत्र चिकित्सक को बताएं

नेत्र सर्जन सुरेश पाण्डेय का अंतर्राष्ट्रीय नेत्र महाधिवेशन में विशेष व्याख्यान

कोटा। एशिया पैसिफिक एकेडमी ऑफ ऑप्थेलमोलोजी एवं ऑल इण्डिया ऑप्थेलमोलोजीकल सोसायटी द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित नेत्र महाधिवेशन यशोभूमि कनवेंशन सेन्टर, नई दिल्ली में सम्पन्न हुआ। इस नेत्र महाधिवेशन कार्यक्रम में देश-विदेश के 12 हजार से अधिक नेत्र विशेषज्ञों ने भाग लिया। ऑल इण्डिया ऑप्थेलमोलोजीकल सोसायटी के इस नेत्र महाधिवेशन में सुवि नेत्र चिकित्सालय, कोटा के वरिष्ठ नेत्र सर्जन डाॅ. सुरेश पाण्डेय ने भी भाग लिया।

डाॅ. सुरेश पाण्डेय ने प्रोफेसर चार्ल्स मेकगी एवं प्रोफेसर फ्रेंक मार्टिन को अपनी पुस्तक एन आई फाॅर द स्काई भेंट की, जिसकी उन्होंने प्रशंसा की। डाॅ. सुरेश पाण्डेय ने पके हुए मोतियाबिन्द एवं दो वर्ष से कम उम्र वाले छोटे बच्चों में जेप्टो प्रीसिजन नेनोपल्स नामक अत्याधुनिक तकनीक द्वारा मोतियाबिन्द ऑपरेशन एवं लेंस प्रत्यारोपण नामक विषय पर विडियो के माध्यम से अपने 10 वर्ष के अनुभवों को साझा किया।

डाॅ. पाण्डेय ने छोटी पुतली वाले रोगियों में जटिल मोतियाबिन्द ऑपरेशन की विधि को विडियो के माध्यम से दर्शाया। उन्होंने बताया कि प्रोस्टेट ग्रन्थि की वृद्धि से पीड़ित टेमसुलोसिन नामक दवा का सेवन कर रहे रोगियों को मोतियाबिन्द ऑपरेशन के दौरान पुतली छोटी हो जाने के कारण काॅम्पलीकेशन होने की सम्भावनाऐं बढ़ जाती हैं। जिसे फ्लोपी आइरिस सिंन्ड्रोम कहा जाता है।

अतएव यदि आप प्रोस्टेट ग्रन्थि के बढने से पेशाब में रूकावट दूर करने के लिए टेमसुलोसिन नामक दवा खा रहे हो तो इसकी जानकारी मोतियाबिन्द ऑपरेशन कराने से पहले नेत्र चिकित्सक को अवश्य दें। जिससे मोतियाबिन्द ऑपरेशन के दौरान पुतली छोटी होने के कारण उत्पन्न जटिलताओं को दूर किया जा सके। वर्तमान में आजकल मेल्यूगिन रिंग, आईरिस हुक्स के माध्यम से छोटी पुतली को फैलाया जा सकता है।

डाॅ. सुरेश पाण्डेय ने महाधिवेशन में देश-विदेश से आए नेत्र विशेषज्ञों के सम्मुख मुख्य वक्ता के रूप में श्फेकोइमलसिफिकेशन इन डिफिकल्ट एवं चैलेंजिंग कैसेजश् नामक विषय पर आयोजित इंस्ट्रक्शन कोर्स में अपना व्याख्यान वीडियो प्रेजेन्टेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया। इस कोर्स में डाॅ. जगतराम, डाॅ. नम्रता शर्मा, डाॅ. वीरेन्द्र अग्रवाल, डाॅ. पार्थ विश्वास, डाॅ. हर्षुल टाॅक, डाॅ. सौरभ भार्गव आदि विशेषज्ञों ने भी अनुभव साझा किये। डाॅ. सुरेश पाण्डेय ने प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान विशेषज्ञों द्वारा पूछे गये प्रश्नों का भी उत्तर दिया।

Special Train: सोगरिया से दानापुर के बीच समर स्पेशल ट्रेन शुरू, संचालन 30 जून तक

कोटा। Summer special Train: रेल प्रशासन द्वारा गर्मी के दौरान अतिरिक्त यात्री यातायात को क्लियर करने और उनकी यात्रा मांग को पूरा करने के उद्देश्य से समर स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है। यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को कम करने के लिए सोगरिया से दानापुर के मध्य समर स्पेशल ट्रेन संचालित की जा रही है।

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ जैन ने बताया कि गाड़ी संख्या 09819 सोगरिया-दानापुर साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन 30 जून 2025 तक प्रत्येक सोमवार को दोपहर 12:45 बजे सोगरिया से रवाना होकर और दूसरे दिन सुबह 10:00 बजे दानापुर पहुँच रही है।

वापसी में गाड़ी संख्या 09820 दानापुर-सोगरिया साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन आगामी 01 जुलाई 2025 तक प्रत्येक मंगलवार को दोपहर 12:45 बजे दानापुर से रवाना होकर और दूसरे दिन सुबह 11:00 बजे सोगरिया पहुँच रही है।

दिन, महीने, साल गुजरते जाएंगे.. हम नीट के सपने में जीते-जीते, उसी में कहीं खो जाएंगे..”

वरिष्ठ नेत्र चिकित्सक सुरेश पाण्डेय

कोटा। दिन, महीने, साल गुजरते जाएंगे… यह सिर्फ अवतार फिल्म का गीत नहीं, बल्कि 4 मई 2025 को नीट परीक्षा देकर लौटे लाखों विद्यार्थियों की मौन व्यथा है। हर साल भारत में 23–24 लाख विद्यार्थी नीट की दौड़ में शामिल होते हैं, लेकिन सरकारी मेडिकल सीटें महज 1 लाख। हर सीट के लिए 24 सपना, 24 संघर्ष, 24 कहानियां। नीट अब परीक्षा नहीं, एक युद्ध बन चुका है, जहाँ हर सवाल एक तलवार है और हर गलती एक घाव।

इस लड़ाई में विद्यार्थी अकेला नहीं होता, मां की नींद, पिता की जमा-पूंजी, भाई-बहन की खुशियां सब दांव पर लग जाते हैं। कक्षा 9वीं-11वीं से शुरू हुई तैयारी कई बार 3-4 साल या उससे अधिक समय तक खिंचती है। त्यौहार, दोस्त, मस्ती, सब नीट की तैयारी के तप में भस्म हो जाते हैं।

वर्ष 2025 की नीट परीक्षा के बाद जब बच्चों की आँखों में आँसू दिखे, तो वह सिर्फ कठिन फिजिक्स या केमिस्ट्री पेपर की वजह से नहीं थे, बल्कि उसमें झलक रही थी वर्षों की तपस्या, परिवार की उम्मीदें और भविष्य का डर। पिछले कुछ वर्षों में कुछ दिल दहला देने वाली खबरें: “नीट स्टूडेंट ने ……. की…”—ये सिर्फ हेडलाइन नहीं, एक टूटती हुई पीढ़ी की चीख है।

लेकिन क्या संघर्ष मेडिकल कॉलेज में दाख़िला मिलने के बाद खत्म होता है? बिल्कुल नहीं! फिर शुरू होती है MBBS की कठिन पढ़ाई, PG की तैयारी, सुपर-स्पेशलिटी का सफर। एक स्पेशलिस्ट या सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर जब अपने करियर की शुरुआत करता है, तब वह अक्सर 32–35 वर्ष का हो चुका होता है। मानसिक रूप से थका हुआ, लेकिन उम्मीदों से भरा।

इस लेख का उद्देश्य किसी को दोष देना नहीं, बल्कि आत्म-अवलोकन की पुकार है। क्या अभिभावकों ने कभी अपने बच्चों से पूछा, “तुम्हारा दिल क्या चाहता है?” क्या हम डॉक्टर, इंजीनियर या IAS जैसे लेबल्स के पीछे उनके सपनों को कुचल रहे हैं?

हर बच्चा नीट की जंग नहीं लड़ सकता और न ही उसे जबरदस्ती इस राह पर धकेला जाना चाहिए। डॉक्टर वही बने, जो सचमुच इस कठिन मेडिकल शिक्षा की इस चुनौतीपूर्ण यात्रा के लिए तैयार हो, जिसके भीतर इस लंबी यात्रा को पूरा कर पाने का जुनून हो।

अभिभावकों से विनम्र आग्रह: बच्चों की आवाज़ सुनिए, पैशन समझिए और उनकी उड़ान में सहयात्री बनिए, चाहे वह लेखक बनना चाहें, वैज्ञानिक, उद्यमी या कलाकार। हर बच्चा कुछ न कुछ खास विशेषताओं को लेकर आया है, बस ज़रूरत है उसे पहचानने और स्वीकार करने की।

अभिभावक जब अपने बच्चों को उनके पैशन को पूरा करने में सहायक होंगे और तब एक दिन सभी बच्चे गर्व से गुनगुनाएंगे, “दिन, महीने, साल गुजरते जाएंगे… हम अपने सपनों को जीकर, उड़ान भरते जाएंगे… देखेंगे, देख लेना…।”