डॉ. दीपक लाइब्रेरीज सर्विंग पर्सन विद प्रिंट डिसएबिलिटी स्टेण्डिंग कमेटी के सदस्य बने

कोटा। भारत की वैश्विक पुस्तकालय नेतृत्व में बढ़ती उपस्थिति को मजबूती देते हुए संभागीय पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. दीपक कुमार श्रीवास्तव को इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ लाइब्रेरी एसोसिएशंस एंड इंस्टीट्यूशंस ( IFLA) की प्रोफेशनल सेक्शन राजकीय पुस्तकालय एवं प्रिंट अक्षम व्यक्तियों की सेवा करने वाले पुस्तकालयों की स्थायी समिति के लिए 2025–2029 कार्यकाल के लिए निर्वाचित किया गया है।

यह पहला मौका हे जब राजस्थान के किसी सार्वजनिक पुस्तकालय अध्यक्ष को वैश्विक पटल पर जीत मिली | इससे ना केवल देश अपितु हमारे राजस्थान समेत भाषा एवं पुस्तकालय विभाग का गौरव बढ़ा है |

डॉ. श्रीवास्तव का यह चयन भारत की सार्वजनिक पुस्तकालय प्रणाली के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। उनका कार्यकाल 5 मई, 2025 को इफ्ला की जनरल असेंबली के बाद औपचारिक रूप से आरंभ होगा। वह विश्वभर के पुस्तकालय विशेषज्ञों के साथ मिलकर राजकीय पुस्तकालयों एवं प्रिंट अक्षम व्यक्तियों के लिए समावेशी और सुलभ सेवाओं को बढ़ावा देने के लिए नीतियां निर्माण करेंगे।

डॉ. श्रीवास्तव को भारत के अग्रणी नवाचारशील पुस्तकालयाध्यक्षों में गिना जाता है। उन्होंने विशेष रूप से हाशिए पर मौजूद समुदायों और दृष्टिबाधित उपयोगकर्ताओं के लिए सार्वजनिक पुस्तकालयों को समावेशी ज्ञान केंद्रों में बदलने की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किया है।

ग्रीन कोटा के लिए लायंस क्लब लाएगा स्थायी परियोजना: सीपी विजयवर्गीय

सीपी विजयवर्गीय के वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर बनने पर किया अभिनंदन

कोटा। लायंस क्लब कोटा द्वारा नवनिर्वाचित वाइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर (VDG-II) सी.पी. विजयवर्गीय के सम्मान में एक भव्य अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। क्लब अध्यक्ष प्रमोद विजय ने बताया कि विजयवर्गीय ने वीडीजी द्वितीय के चुनाव में भारी मतों से विजय प्राप्त की, जिसके उपलक्ष्य में यह समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम की विशिष्टता 14 से अधिक पूर्व गवर्नरों की उपस्थिति से और बढ़ गई।

क्लब सदस्यों ने विजयवर्गीय का 21 किलोग्राम फूलों की माला से स्वागत किया। अजमेर, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, उदयपुर सहित हाड़ौती क्षेत्र के विभिन्न लायंस क्लबों के प्रतिनिधियों ने भी उन्हें मालाएं और पुष्पगुच्छ भेंट कर शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम का प्रारंभ विश्व शांति की प्रार्थना एवं ध्वज वंदना से हुआ।

सीपी विजयवर्गीय ने अपनी सफलता का श्रेय संपूर्ण लायंस परिवार को देते हुए सभी को एकजुट होकर सेवा कार्यों के लिए समर्पित रहने का आह्वान किया। उन्होंने ‘ग्रीन कोटा’ के लिए एक स्थाई परियोजना पर बल देते हुए इसे अपनी प्राथमिकताओं में शामिल करने की बात मंच से दोहराई।

उन्होंने बताया कि वन विभाग और लायंस क्लब कोटा संयुक्त रूप से एमओयू पर हस्ताक्षर कर विशेष बंजर वन भूमि पर लाखों वृक्ष लगाने का प्रोजेक्ट लाकर ग्रीन कोटा अभियान में अपना महत्वपूर्ण योगदान देंगे।

अध्यक्ष प्रमोद विजय, सचिव वीरेन्द्र विजय, कोषाध्यक्ष लायन शिव नुवाल सहित वरिष्ठ लायन सदस्यों ने मंचासीन गवर्नर रामकिशोर गर्ग एवं पूर्व गवर्नरों को माला, शॉल व साफा पहनाकर स्वागत किया और महिला लायन सदस्यों ने श्रीफल भेंट किया। कार्यक्रम का संचालन एमजेएफ अशोक नुवाल एवं सुधाकर बहेड़िया ने किया। इस अवसर पर मई माह में जन्मदिवस एवं विवाह की वर्षगांठ मनाने वाले सदस्यों को भी सम्मानित किया गया।

पूर्व महापौर महेश विजय ने अपने उद्बोधन में कहा, विजयवर्गीय की यह सफलता कोटा शहर के लिए गौरव का क्षण है। उनकी दूरदर्शिता और समाजसेवा के प्रति समर्पण भाव से कोटा को एक नई पहचान मिलेगी। उन्होने विजयवर्गीय समाज में सेवा, ईमानदारी और संगठन क्षमता की जो मिसाल पेश की है, वह सभी के लिए प्रेरणास्रोत है। प्रांत 3233ई2 को उनके अनुभव का लाभ मिलेगा। कोटा की प्रगति और विकास में लायंस क्लब का योगदान सदैव अविस्मरणीय है।”

समारोह के मुख्य अतिथि मल्टीपल काउंसिल चेयरमैन संजीव जैन ने विजयवर्गीय की सफलता का श्रेय उनकी “संकल्पशक्ति और जिद” को देते हुए उनकी प्रशंसा की। प्रांतपाल रामकिशोर गर्ग ने सी.पी. विजय को जीत के लिए बधाई देते हुए प्रांत की ओर से क्लब के विकास में सहयोग का आश्वासन दिया।

पूर्व प्रांतपाल राजेन्द्र अग्रवाल ने 10 वर्षों के बाद कोटा से प्रांतपाल मिलने पर बधाई दी। अनिल नाहर ने 14 पूर्व गवर्नरों की मौजूदगी में आयोजित समारोह को ऐतिहासिक बताया। वीडीजी प्रथम निशांत जैन ने इंटरनेशनल के स्लोगन “आओ खुशियां बांटो” के संदेश को साझा किया।

डी.सी. चौधरी ने कहा कि लायंस एक अंतरराष्ट्रीय आंदोलन है और उन्होंने लायंस वाद को प्रस्तुत किया। अविनाश शर्मा ने सी.पी. विजय की जिजीविषा की प्रशंसा की। संजय भण्डारी ने संकल्प व साधना पर जोर दिया। अरविंद चतुर, सतीश बंसल, पूर्णिमा खण्डेलवाल, डीके त्रिवेदी, एसएन लड्डा, पानाचंद जैन, सुरेश गोयल सहित सभी पूर्व प्रांतपालों ने सी.पी. विजय की जीत, संघर्ष और उनके प्रेरणादायक व्यक्तित्व को रेखांकित किया।

Kota Mandi: मिलर्स की लिवाली से कोटा मंडी में गेहूं और चना तेज रहा

कोटा। Kota Mandi Price Today: भामाशाह अनाज मंडी में बुधवार को मिलर्स की लिवाली से गेहूं 25 रुपये और चना 50 रुपये तेज रहा। देसावरी मांग से लहसुन 200 रुपये ऊंचा बिका। मंडी में सभी कृषि जिन्सो की मिलाकर करीब एक लाख कट्टे और लहसुन की 15000 कट्टे की आवक रही। जिंसों के भाव रुपये प्रति क्विंटल इस प्रकार रहे-

गेहूं नया 2420 से 2751 ज्वार शंकर 2200 से 2700, ज्वार सफेद 4000 से 4500, बाजरा 2100 से 2300, मक्का 2000 से 2300, जौ 2000 से 2300 रुपये प्रति क्विंटल। धान सुगन्धा 2200 से 2551, धान (1509) 2200 से 2901 धान (1718) 2800 से 3450, धान पूसा 2700 से 3101 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन 3800 से 4251, सरसों नई 5500 से 6000, अलसी 6000 से 6500 तिल्ली 8500 से 11000 रुपये प्रति क्विंटल। मूंग 6500 से 7200, उड़द 4000 से 7000, चना देशी 5100 से 5351, चना मौसमी 5000 से 5400, चना पेप्सी 5200 से 5400 रुपये प्रति क्विंटल।

लहसुन 2000 से 10500 बोक्स पेकिंग 3500 से 11000 मैथी 4000 से 4600 कलौंजी 13000 से 17850 रुपये प्रति क्विंटल। धनिया नया सूखा बादामी 5800 से 6500 धनिया नया ईगल 6200 से 7000 रंगदार 7100 से 10500 रुपये प्रति क्विंटल।

आतंकियों के जनाजे में दिखा लश्कर का सरगना, पाक फौज के अफसर भी शामिल

नई दिल्ली। Operation Sindoor : भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में एयरस्ट्राइक की है। एक साथ 9 ठिकानों पर हमला किया गया है। इस हमले में पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों में छिपे करीब 90 आतंकी मारे गए हैं। भारत के ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों में कई आतंकी मारे गए।

भारतीय सेनाओं ने मुरीदगे में लश्कर के ठिकाने को भी अपना निशाना बनाया। आतंकियों के जनाजे में लश्कर का सरगना हाफिज अब्दुल रऊफ भी शामिल हुआ। इसके अलावा पाकिस्तान फौज के कई बड़े अफसर भी दिखे। इस हमले में लश्कर के किसी बड़े आतंकी के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। भारतीय सेना ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि कैसे भारत ने इस एयरस्ट्राइक को अंजाम दिया है।

सरकार ने बुधवार को एक बयान में कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। इस बीच पीएम मोदी ने कैबिनेट की बैठक की। वहीं पूरी स्थिति की जानकारी राष्ट्रपति मुर्मू को दी है।

जम्मू-कश्मीर के बारामुल्ला में कल रात पाकिस्तान की ओर से की गई गोलाबारी में एक बच्चा सहित कई लोग घायल हुए। घायलों का बारामुल्ला के जीएमसी में इलाज चल रहा है। 06-07 मई 2025 की रात के दौरान, पाकिस्तानी सेना ने मनमाने ढंग से गोलीबारी की, जिसमें जम्मू-कश्मीर के सामने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार चौकियों से गोलाबारी भी शामिल थी।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के दौरान पर्यटकों की रक्षा करते हुए अपने जान गंवाने वाले सैयद आदिल हुसैन शाह के पिता ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी शिविरों पर सैन्य कार्रवाई ने उनके बेटे की हत्या का बदला लिया है। पहलगाम के बैसरन में आदिल हुसैन शाह खच्चर पर पर्यटकों को घुमाता था। शाह के परिवार ने जवाबी कार्रवाई के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सशस्त्र बलों का आभार व्यक्त किया।

मसूद अज़हर के परिवार के सदस्य और करीबी मारे गए
जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मसूद अज़हर का कहना है कि भारतीय मिसाइल हमले में उनके परिवार के 10 सदस्य और चार करीबी सहयोगी बहावलपुर में मारे गए.
भारतीय मिसाइल हमलों में मारे गए लोगों में जेइएम चीफ की बड़ी बहन और उनके पति, एक भतीजा और उसकी पत्नी शामिल हैं.

कोटा स्टेशन के प्लेटफ़ॉर्म सं. 1 पर 10 मई से 21 जून तक ब्लॉक

ब्लॉक अवधि में प्लेटफ़ॉर्म 1 की ट्रेनें अन्य उपलब्ध प्लेटफ़ॉर्म से होंगी संचालित

कोटा। विश्वस्तरीय तर्ज पर कोटा स्टेशन का पुनर्विकास कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। यात्रियों की सुरक्षा एवं संरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस पुनर्विकास कार्य के लिए कोटा स्टेशन के प्लेटफ़ॉर्म संख्या 1 पर ब्लॉक लिया जा रहा है।

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ जैन ने बताया कि 43 दिन का यह ब्लॉक 10 मई सुबह 08.00 बजे से 21 जून को रात 12 बजे तक रहेगा। ब्लॉक अवधि के दौरान कोटा स्टेशन के प्लेटफ़ॉर्म संख्या 1 से संचालित की जाने वाली यात्री गाड़ियों का संचालन अन्य उपलब्ध प्लेटफ़ॉर्म से किया जाएगा।

  1. ब्लॉक अवधि के दौरान कोटा होकर जाने वाली डाउन दिशा कोटा-मथुरा की ओर जाने वाली अधिकांश एक्सप्रेस ट्रेनें प्लेटफ़ॉर्म संख्या 1 की बजाय प्लेटफ़ॉर्म 2 अथवा अन्य उपलब्ध प्लेटफ़ॉर्म संख्या से जाएगी।
  2. प्लेटफ़ॉर्म संख्या 1 से जाने वाली गाड़ी संख्या 22982 कोटा-श्रीगंगानगर, गाड़ी संख्या 20155 नई दिल्ली-डॉ अम्बेडकर नगर, गाड़ी संख्या 19803 कोटा-श्री माता वैष्णों देवी कटरा, गाड़ी संख्या 22997 झालावाड़ सिटी-श्रीगंगानगर, गाड़ी संख्या 59833 कोटा-मंदसौर, गाड़ी संख्या एवं कुछ वाया कोटा वाली ट्रेने प्लेटफ़ॉर्म संख्या 1 की बजाय प्लेटफ़ॉर्म 3 अथवा अन्य उपलब्ध प्लेटफ़ॉर्म संख्या से जाएगी।
  3. गाड़ी संख्या 12059 कोटा-हजरत निजामुद्दीन जनशताब्दी एवं गाड़ी संख्या 19822 कोटा-असारवा एक्सप्रेस प्लेटफ़ॉर्म संख्या 1 की बजाय प्लेटफ़ॉर्म 4 अथवा अन्य उपलब्ध प्लेटफ़ॉर्म से जाएगी।
  4. गाड़ी संख्या 61615 नागदा-कोटा मेमू एवं गाड़ी संख्या 61614 कोटा-घाटोली मेमू को ब्लॉक अवधि के दौरान प्लेटफ़ॉर्म संख्या 1 की बजाय प्लेटफ़ॉर्म 3 ए अथवा अन्य उपलब्ध प्लेटफ़ॉर्म पर शिफ्ट कर संचालित किया जाएगा।
  5. ब्लॉक अवधि के दौरान कोटा होकर जाने वाली अप दिशा कोटा-नागदा की ओर जाने वाली अधिकांश एक्सप्रेस ट्रेनें प्लेटफ़ॉर्म संख्या 2 की बजाय प्लेटफ़ॉर्म 3 अथवा अन्य उपलब्ध प्लेटफ़ॉर्म से जाएगी।
  6. कोटा टर्मिनेट होने वाली गाड़ी संख्या 19814 सिरसा-कोटा एवं गाड़ी संख्या 19804 श्री माता वैष्णों देवी-कोटा, गाड़ी संख्या 19808 सिरसा-कोटा एक्सप्रेस कोटा के प्लेटफ़ॉर्म संख्या 2 की बजाय प्लेटफ़ॉर्म संख्या 4 अथवा अन्य उपलब्ध प्लेटफ़ॉर्म पर आएगी।
  7. गाड़ी 12963 हजरत निजामुद्दीन मेवाड़ एक्सप्रेस, गाड़ी संख्या 14814 भोपाल-जोधपुर एक्सप्रेस, गाड़ी संख्या 59834 मंदसौर-कोटा, गाड़ी संख्या 61622 सवाई माधोपुर-कोटा, गाड़ी संख्या 22982 श्रीगंगानगर-कोटा, गाड़ी संख्या 19815 मंदसौर-कोटा एवं गाड़ी संख्या 229884 इंदौर-कोटा का आवागमन प्लेटफ़ॉर्म संख्या 3 की बजाय प्लेटफ़ॉर्म संख्या 4 अथवा अन्य उपलब्ध प्लेटफ़ॉर्म से होगा।

Gold Price: सीमा पर तनाव के बीच सोने ने छुआ एक लाख का आंकड़ा, चांदी भी चमकी

नई दिल्ली। Gold Price Today: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते बुधवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखा गया। सोना 1000 रुपये चढ़कर एक लाख 750 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। इससे पहले मंगलवार को सोने का बंद भाव 99750 रुपये था। यह बढ़त निवेशकों की तरफ से सुरक्षित निवेश के तौर पर सोना खरीदने के कारण आई है।

बुधवार सुबह भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। इनमें जैश-ए-मोहम्मद का बहावलपुर ठिकाना और लश्कर-ए-तैयबा का मुरिदके बेस भी शामिल है। इस सैन्य कार्रवाई के बाद निवेशक सोने जैसे सुरक्षित साधनों की तरफ भागे हैं।
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99.5% शुद्धता वाले सोने की कीमत भी 1050 रुपये बढ़कर एक लाख 350 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई। मंगलवार को इसका बंद भाव 99 हजार 300 रुपये था। यह उछाल सोने के लिए अब तक के रिकॉर्ड स्तर के करीब है। इससे पहले 22 अप्रैल को सोना एक लाख एक हजार 600 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंचा था।

चांदी की कीमतों में भी तेजी देखी गई। चांदी 440 रुपये महंगी होकर 98940 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। मंगलवार को इसका भाव 98500 रुपये था। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में चांदी के दाम थोड़े गिरे हैं।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना गिरा
वैश्विक स्तर पर स्पॉट गोल्ड बुधवार को 1.8% गिरकर $3,369.65 प्रति औंस पर आ गया। विशेषज्ञों के मुताबिक, अमेरिका और चीन के बीच व्यापार वार्ता की उम्मीदों से वैश्विक बाजारों में थोड़ी राहत आई है, जिससे सोने में नरमी आई। लेकिन भारत-पाक तनाव और अन्य वैश्विक संकटों के चलते भारत में सोने की मांग बनी हुई है।

Black Pepper: कालीमिर्च का उत्पादन 75 हजार टन के करीब होने का अनुमान

वायनाड। Black Pepper Price: एक अग्रणी व्यापारिक संगठन- भारतीय कालीमिर्च एवं मसाला व्यापार संघ के अध्यक्ष ने 2024-25 के वर्तमान मार्केटिंग सीजन के दौरान कालीमिर्च का कुल घरेलू उत्पादन 75,000 टन के आसपास होने का अनुमान लगाते हुए कहा है कि प्रमुख उत्पादक इलाकों में लगभग 50 प्रतिशत फसल की तुड़ाई-तैयारी पूरी हो चुकी है।

इसमें अपरिपक्व (टेंडर) तथा परिपक्व (मैच्योर्ड) दोनों ही श्रेणी का माल शामिल है। केरल में नए माल की तुड़ाई-तैयारी का अभियान दिसम्बर में ही आरंभ हो गया था जो अब अंतिम चरण में पहुंच गया है। तमिलनाडु में भी नई कालीमिर्च की तुड़ाई-तैयारी लगभग समाप्त हो चुकी है लेकिन सबसे प्रमुख उत्पादक प्रान्त- कर्नाटक में इसकी प्रक्रिया अभी जोर शोर से जारी है।

उल्लेखनीय है कि भारत में कालीमिर्च के सकल उत्पादन में कर्नाटक की भागीदारी करीब 55 प्रतिशत तथा केरल की हिस्सेदारी लगभग 40 प्रतिशत ही रहती है जबकि शेष 5 प्रतिशत का योगदान तमिलनाडु सहित अन्य राज्यों का होता है।

भारत के दक्षिणी पड़ोसी देश श्रीलंका में जून-जुलाई से कालीमिर्च की नई फसल की तुड़ाई-तैयारी आरंभ होने की संभावना है और उसके बाद वहां से भारत में इसका विशाल आयात शुरू हो सकता है।

तब तक घरेलू फसल पूरी तरह आ चुकी होगी। उधर वियतनाम में भी नई कालीमिर्च बाजार में आ रही है। भारत में दाम ऊंचा होने से इन दोनों देशों से सस्ती कालीमिर्च का भारी आयात होने की आशंका है।

हालांकि सरकार ने कालीमिर्च का न्यूनतम आयात मूल्य (मिप) 500 रुपए प्रति किलो निर्धारित कर रखा है मगर घरेलू बाजार भाव 690-715 रुपए प्रति किलो के बीच होने से आयातकों को माल मंगाने में कोई कठिनाई नहीं होगी।

स्वदेशी उत्पादक सरकार से कालीमिर्च का न्यूनतम आयात मूल्य बढ़ाने की मांग कर रहे हैं ताकि इसके विशाल आयात पर अंकुश लगाया जा सके। प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश भारतीय बाजार में अपनी कालीमिर्च का निर्यात बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं

स्वदेशी उत्पादक सरकार से कालीमिर्च का न्यूनतम आयात मूल्य बढ़ाने की मांग कर रहे हैं ताकि इसके विशाल आयात पर अंकुश लगाया जा सके। प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक देश भारतीय बाजार में अपनी कालीमिर्च का निर्यात बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं जिसमें श्रीलंका और वियतनाम के साथ-साथ इंडोनेशिया एवं ब्राजील तक शामिल है।

श्रीलंका से कालीमिर्च का आयात 2023-24 के 14 हजार टन से उछलकर 2024-25 में 24 हजार टन पर पहुंच गया जिससे स्वदेशी उत्पाद की कीमतों में अच्छी बढ़ोत्तरी नहीं हो सकी। अगले एक दो माह के बाद वहां से आयात पुनः तेजी से बढ़ने लगेगा जिससे कीमतों पर और असर पड़ सकता है।

Red Chilli: आवक घटने एवं निर्यातकों की मांग से लालमिर्च के दाम में तेजी की संभावना

गुंटूर। Red Chilli Price: प्रमुख उत्पादक राज्यों की महत्वपूर्ण मंडियों में लालमिर्च की आवक घटने लगी है जबकि नीचे दाम पर दिसावरी व्यापारियों एवं निर्यातकों द्वारा इसकी खरीद में अच्छी दिलचस्पी दिखाई जा रही है। इसे देखते हुए निकट भविष्य में लालमिर्च का भाव काफी हद तक स्थिर या मजबूत रहने की उम्मीद है।

आंध्र प्रदेश एवं तेलंगाना की मंडियों में लालमिर्च की आपूर्ति का दबाव घटने लगा है। आंध्र प्रदेश की गुंटूर मंडी में इसकी औसत दैनिक आवक घटकर एक लाख बोरी के आसपास रह गई है जबकि पहले 1.25-1.30 लाख बोरी तक पहुंच गई थी।

इसी तरह तेलंगाना के वारंगल में आपूर्ति घटने के संकेत मिल रहे हैं। इसके फलस्वरूप लालमिर्च की कुछ किस्मों के दाम में थोड़ी तेजी आई है। समझा जाता है कि यदि वर्तमान मूल्य स्तर पर लिवाली का अच्छा समर्थन मिलता है तो आगामी समय में लालमिर्च का भाव कुछ और सुधर सकता है।

पिछले कुछ सप्ताहों से लालमिर्च का थोक मंडी भाव सीमित उतार-चढ़ाव के साथ एक निश्चित दायरे में ही घूम रहा है। नई फसल की पीक आपूर्ति का सीजन अब बीतने लगा है इसलिए उत्पादकों द्वारा माल की बिक्री में कटौती की जा रही है।

वैसे गुंटूर मंडी में एक लाख बोरी की दैनिक आवक को भी कम नहीं माना जा सकता है। छोटे-छोटे किसानों ने तो नीचे दाम पर ही उत्पाद बेच दिया लेकिन बड़े-बड़े उत्पादकों के पास अभी अच्छा खासा स्टॉक मौजूद है।

लालमिर्च का निर्यात प्रदर्शन सुधरने लगा है और कुछ देश इसकी खरीद में दोबारा सक्रिय हो गए हैं। चीन, बांग्ला देश, मलेशिया तथा खाड़ी क्षेत्र के देशों पर भारतीय निर्यातकों का ध्यान केन्द्रित है।

यूरोपीय देशों में भी मांग निकलने की उम्मीद है। घरेलू प्रभाग में लग्नसरा का सीजन होने से लालमिर्च की खपत बढ़ सकती है। कुल मिलाकर यदि आपूर्ति में अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी नहीं हुई तथा लिवाली का समर्थन मिलता रहा तो लाल मिर्च के दाम में आगे और नरमी की संभावना क्षीण पड़ जाएगी और बाजार कुछ मजबूत हो सकता है।

Operation Sindoor: आतंकी मसूद को जिंदा बचने का गम, खाक में मिला खानदान

नई दिल्ली। Operation Sindoor: पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारत ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में मौजूद आतंकवाद के बड़े अड्डों पर मंगलवार रात मिसाइलों की बारिश कर दी। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने जिन 9 ठिकानों को निशाना बनाया, उसमें खूंखार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का बहावलपुर स्थित मुख्यालय सुभान अल्लाह मस्जिद भी शामिल है। वर्ष 1999 के कंधार हाईजैक के बाद छुड़ाए गए जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर के परिवार के 10 लोग भी इस हमले में मारे गए हैं।

अजहर मसूद ने बुधवार को जारी एक बयान में बताया है कि हमले में उसकी बड़ी बहन और जीजा समेत 10 परिवारवालों और 4 करीबियों की मौत हो गई है। निहत्थे और निर्दोष लोगों पर कायराना तरीके से आंतकी हमलों को अंजाम दिलाने वाले मसूद अजहर ने अपने जख्मों को अलग रंग देने की कोशिश की और अपनी जान बच जाने पर गम जाहिर किया है।

मसूद बोला- यह सिर्फ गम का वक्त नहीं
मसूद अजहर की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, ‘यह वक्त सिर्फ गम का नहीं बल्कि फक्र और सब्र का भी है। एक ही घर के इतने लोगों को वह मुकाम हासिल हुआ है, जो बहुत ही कम लोगों को नसीब होता है-अल्लाह के मेहमान बनना, शहादत का दर्जा पाना। ये सब वो लोग हैं जिन्हें अल्लाह ने अपने खास मेहमानों की तरह बुला लिया।’

परिवार का कौन-कौन मारा गया?
अजहर ने कहा, ‘हमले में मारे गए लोगों में मेरी बड़ी बहन, उनके पति, भांजे और उसकी पत्नी, एक अन्य भांजी और परिवार के पांच बच्चे शामिल हैं।’ उसने आगे बताया कि इसके अलावा हमले में उसके एक करीबी सहयोगी, उसकी मां और दो अन्य सहयोगी भी मारे गए हैं।

बिल में छिपे मसूद
हमले के डर से पहले ही किसी बिल में छिप चुके मसूद अजहर ने पीएम मोदी पर अपनी बौखलाहट जाहिर करते हुए कहा, ‘बुजदिल मोदी ने मासूम बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को निशाना बनाया है।’ दुनिया के बेहद खूंखार आतंकियों में शामिल अजहर ने कहा कि उसके परिवार के लोगों को अल्लाह ने वो दर्जा दिया, जिसे हर मोमिन चाहता है।

काश! मैं भी इनमें शामिल होता’
मसूद अजहर ने आतंकी गुनाहों की सजा को ‘शहादत’ का लबादा ओढ़ाने की कोशिश करते हुए दुख जाहिर किया कि इसे यह मौका नहीं मिला। उसने लिखा,’इन मासूमों का जाना दुखद है, लेकिन उनका मुकाम बहुत ऊंचा है। बार-बार दिल चाहता है कि काश मैं भी इस ’14 शहीदों’के काफिले का हिस्सा होता। लेकिन अल्लाह का तय किया वक्त कभी आगे-पीछे नहीं होता।’

Operation Sindoor: जिनको शंका हो वह इन वीडियो को देख ले, फौज ने दिए सबूत

नई दिल्ली। Operation Sindoor: भारतीय सेना ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर की गई कार्रवाई के वीडियो जारी किए हैं। सेना ने ये वीडियो सार्वजनिक किए हैं। इसमें दिखाया गया है कि भारतीय सेना ने कैसे आतंकियों के कैंपों को निशाना बनाया। कुल मिलाकर नौ आतंकी कैंपों को निशाना बनाया गया। सेना का कहना है कि ये सभी कैंप पूरी तरह से तबाह हो गए हैं। यानी नौ आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया और वे सफलतापूर्वक नष्ट हो गए।

वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह और भारतीय सेना की लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी ने आतंकी ठिकानों पर किए गए हमले की क्लिप भी दिखाई। कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पीओजेके में पहला लक्ष्य मुजफ्फराबाद में सवाई नाला कैंप था, जो नियंत्रण रेखा से 30 किलोमीटर दूर स्थित है।

यह लश्कर-ए-तैयबा का प्रशिक्षण केंद्र था।20 अक्टूबर 2024 को सोनमर्ग, 24 अक्टूबर 2024 को गुलमर्ग और 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए हमलों में शामिल आतंकवादियों ने यहीं से प्रशिक्षण प्राप्त किया था।

वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया, “रात 1 बजकर पांच मिनट से 1 बजकर 30 मिनट के बीच हमला किया गया। पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और उनके परिवारों को न्याय दिलाने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया था। नौ आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया और सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया।

भारत ने पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। इसमें जैश का मुख्यालय भी शामिल है। भारत के इस एयर स्ट्राइक से पाकिस्तान तिलमिला गया है और हमले की धमकी दे रहा है।