NEET UG Fraud: डमी कैंडिडेट से लिखवाई परीक्षा, MBBS छात्र गिरफ्तार

जोधपुर। NEET UG Fraud: एम्स जोधपुर में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे एक छात्र का नाम एक बड़ी धोखाधड़ी में सामने आया है। राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET-UG) 2020 में उसने कथित तौर पर अपने स्थान पर किसी और व्यक्ति से परीक्षा दिलवाई थी। राजस्थान पुलिस ने शुक्रवार को इस मामले में उसे और एक डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक अन्य डॉक्टर को हिरासत में लिया गया है।

परीक्षा में हासिल किए थे 667 अंक
जयपुर के पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) अमित कुमार ने बताया कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA), नई दिल्ली से एक रिपोर्ट प्राप्त हुई थी, जिसमें कहा गया कि नीट यूजी 2020 में 667 अंक हासिल करने वाला सचिन गोरा असल में परीक्षा में शामिल ही नहीं हुआ था। उसकी जगह किसी डमी कैंडिडेट ने परीक्षा दी थी।

जांच में सामने आया कि सचिन के एडमिट कार्ड पर डॉ. अजीत गोरा की फोटो लगी हुई थी। सचिन इस समय एम्स जोधपुर मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के अंतिम वर्ष का छात्र है।
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स्वास्थ्य अधिकारी है सुभाष सैनी
वर्तमान में नागौर के घाटवा में स्वास्थ्य अधिकारी के रूप में कार्यरत डॉ. सुभाष सैनी ने इस फर्जीवाड़े में कथित रूप से अजीत को शामिल किया और इसके बदले पैसे लिए। डॉ. अजीत गोरा, जिनकी एमबीबीएस की पढ़ाई भरतपुर मेडिकल कॉलेज से पूरी हो चुकी है, वर्तमान में एक साल की अनिवार्य इंटर्नशिप कर रहे हैं।

GST New Rules: जुलाई 2025 से तीन साल बाद नहीं भर सकेंगे रिटर्न

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नई दिल्ली। अब तीन साल की समय-सीमा समाप्त होने के बाद मासिक और वार्षिक जीएसटी रिटर्न दाखिल नहीं किया जा सकेगा। गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स नेटवर्क (जीएसटीएन) ने शनिवार को कहा कि जुलाई 2025 की टैक्स अवधि से यह लागू हो जाएगा। इसका मतलब है कि करदाता जुलाई 2025 की टैक्स अवधि के लिए अगस्त 2025 में मासिक रिटर्न दाखिल करेंगे। यह इस नई व्यवस्था के अंतर्गत आएगा।

जीएसटीएन ने बताया कि करदाता रिटर्न दाखिल करने की निर्धारित तिथि से तीन साल की अवधि के बाद जीएसटीआर-1, जीएसटीआर 3बी, जीएसटीआर-4, जीएसटीआर-5, जीएसटीआर-5ए, जीएसटीआर-6, जीएसटीआर 7, जीएसटीआर 8 और जीएसटीआर 9 जैसे रिटर्न दाखिल नहीं कर पाएंगे।

समय सीमा में यह संशोधन माल और सेवा कर (जीएसटी) वित्त अधिनियम, 2023 के तहत लागू किए जा रहे हैं। इसके अनुसार, बाहरी आपूर्ति रिटर्न, देयता भुगतान से संबंधित रिटर्न, वार्षिक रिटर्न और स्रोत पर जमा किए गए कर से जुड़े रिटर्न अब समय सीमा समाप्त होने पर दाखिल नहीं किए जाएंगे। यह प्रतिबंध जुलाई 2025 की कर अवधि से जीएसटी पोर्टल पर लागू किया जाएगा।

अपने रिकॉर्ड का मिलान करें करदाता
करदाताओं को सलाह दी गई कि अपने रिकॉर्ड का मिलाने करें। देखें अगर अब तक जीएसटी रिटर्न दाखिल नहीं किया गया है, तो जितनी जल्दी हो सके दाखिल कर लें। पिछले साल अक्तूबर की शुरुआत में जीएसटीए ने करदाताओं को आगाह किया था कि 2025 की शुरुआत में कर प्रतिबंध पर उक्त प्रावधान को लागू किया जाएगा।

इस बदलाव से अनुशासन आएगा
एएमआरजी एंड एसोसिएट्स के वरिष्ठ सदस्य रजत मोहन ने कहा कि यह कदम अनुशासन को बढ़ाता है और लंबे समय नियम न मानने वालों पर रोक लगाएगा। साथ ही, उन्होंने कहा कि यह उन करदाताओं के लिए समस्या खड़ी कर सकता है, जो मुकदमेबाजी, सिस्टम के मुद्दों या वास्तविक निरीक्षण के कारण उनकी फाइल अभी भी पेंडिंग। मोहन ने कहा ऐसे असाधारण मामलों को अलग से संभालने का कोई तरीका नहीं होने से उन्हें इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) हमेशा के लिए नहीं मिल पाएगा और वित्तीय नुकसान उठाना पड़ सकता है।

सुंदर नौका में विराजे ठाकुर जी, श्रृंगारित मथुराधीश प्रभु को निहारते रहे भक्त

कोटा। बल्लभ संप्रदाय की शुद्धाद्वैत प्रथम पीठ श्री बड़े मथुराधीश मंदिर पाटनपोल पर निर्जला एकादशी शनिवार को मनाई गई। इस दौरान प्रभु का नौका विहार मनोरथ किया गया तो प्रभु के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु उमड़ पड़े। मथुराधीश प्रभु के जयकारों से आसमान गूंजता रहा।

मनोरथ के दौरान प्रभु के बगीचे को जल से भरा गया। जिसमें फूलों से सुसज्जित नौका का अधिवासन कर सुंदर बिछावट की गई। जल में विविध प्रकार के इत्र घोले गए। मोगरे, गुलाब, कमल आदि के पुष्प, खरबूजे और जलीय जीवों की भावना के साथ लकड़ी से बने हुए मगरमच्छ और कछुए समेत विभिन्न खिलौने तैराए गए। तैरते हुए बतखें मनोहारी लग रहीं थीं।

ग्वाल बाल और सखियां भी मौजूद रहीं। फूलों से सुसज्जित सुंदर नौका में विराजित ठाकुर जी के विग्रह स्वरूप श्री मथुराधीश प्रभु वैष्णवों पर आनंद की वर्षा कर रहे थे। ट्रस्ट के महामंत्री मोनू व्यास ने बताया कि रविवार को भी प्रभुका जल मनोरथ होगा। शाम 5.30 बजे मनोरथ के दर्शन होंगे।

महिलाओं के गौरव के लिए बालिका शिक्षा को एक आंदोलन बनाना होगा

विद्या भारती राजस्थान क्षेत्र का बालिका शिक्षा अभ्यास वर्ग

कोटा। विद्या भारती राजस्थान क्षेत्र के स्वामी विवेकानंद विद्या निकेतन महावीर नगर तृतीय में चल रहे बालिका शिक्षा अभ्यास वर्ग के दौरान भारतीय चिंतन में महिला विषय पर चर्चा की गई।

प्रधानाचार्य एवं चित्तौड़ प्रांत बालिका शिक्षा संयोजिका नीता गौतम ने बताया कि कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अखिल भारतीय बालिका शिक्षा सह संयोजिका सुनीता पांडेय, राजस्थान क्षेत्र उपाध्यक्ष रजनी मीणा थे। मुख्य वक्ता अखिल भारतीय सह संगठन मंत्री यतीन्द्र शर्मा रहे।

यतीन्द्र शर्मा ने भारतीय चिंतन में महिला विषय पर कहा कि ऋग्वेद में 27 महिलाओं का वर्णन है। जिन्होंने ऋचाएं लिखी हैं। नारी को सर्वश्रेष्ठ माना गया है। ब्रह्मा से ही नर व नारी का उदय हुआ है। विवाह पद्धति भी सूर्या सावित्री नाम की विदुषी महिला द्वारा दी गई है।

महिलाओं के गौरव को बढ़ाने के लिए बालिका शिक्षा को शैक्षिक जगत में एक आंदोलन बनाना होगा। जिला सचिव सतीश गौतम ने बताया कि 8 जून को प्रातः 8 बजे वर्ग का समापन होगा। जिसमें राजस्थान क्षेत्र के संगठन मंत्री गोविंद कुमार का सानिध्य मिलेगा।

इस दौरान अतिथि परिचय जयपुर प्रांत बालिका शिक्षा संयोजिका दीप्ति आनंद ने कराया। जयपुर, जोधपुर, चित्तौड़ प्रांत संयोजिका दीदीयो ने प्रांत के व्रृत को सभी के समक्ष रखा। कार्यक्रम में राजस्थान क्षेत्र के संगठन मंत्री गोविंद कुमार, राजस्थान क्षेत्र बालिका शिक्षा संयोजिका प्रमिला दीदी व जिला सचिव सतीश गौतम उपस्थित रहे।

Kota Mandi: लिवाली के अभाव में कोटा मंडी में सरसों और चना 50 रुपये मंदा रहा

कोटा। Kota Mandi Price Today: भामाशाह अनाज मंडी में शनिवार को आवक की कमी से धान (1718) 50 रुपये तेज बिका। लिवाली के अभाव में सरसों और चना 50 रुपये मंदा रहा। मंडी में सभी कृषि जिन्सो की मिलाकर करीब 65000 कट्टे और लहसुन की 12000 कट्टे की आवक रही। जिंसों के भाव रुपये प्रति क्विंटल इस प्रकार रहे-

गेहूं नया 2451 से 2701 ज्वार शंकर 2200 से 2700, ज्वार सफेद 4000 से 5000, बाजरा 2000 से 2300, मक्का 2000 से 2200, जौ 2000 से 2200 रुपये प्रति क्विंटल। धान सुगन्धा 2200 से 2751 ,धान (1509) 2200 से 3301 धान (1718) 3200 से 3951, धान पूसा 2700 से 3351 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन 3800 से 4300 सरसों 5800 से 6200, अलसी 6000 से 6800 तिल्ली 8500 से 11000 रुपये प्रति क्विंटल। मूंग 6500 से 7000, उड़द 4000 से 6700, चना देशी 5100 से 5351, चना मौसमी 5100 से 5300, चना पेप्सी 5200 से 5400 रुपये प्रति क्विंटल।

लहसुन 2500 से 9500, बोक्स पेकिंग 4500 से 10000 रहा। मैथी 3800 से 4500 कलौंजी 16000 से 22500 रुपये प्रति क्विंटल। धनिया नया सूखा बादामी 5800 से 6500 धनिया नया ईगल 6200 से 6700 रंगदार 6700 से 9000 रुपये प्रति क्विंटल।

अगस्त माह से सोगरिया-दानापुर स्पेशल ट्रेन परिवर्तित कोच संरचना के साथ चलेगी

कोटा। रेल प्रशासन द्वारा यात्रियों द्वारा उठाई गयी मांग को पूरा करने के उद्देश्य से गाड़ी संख्या 09819/09820 सोगरिया-दानापुर-सोगरिया साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है।
वर्तमान में गाडी संख्या 09819/09820 सोगरिया-दानापुर-सोगरिया स्पेशल ट्रेन को 15 वातानुकूलित तृतीय श्रेणी इकोनोमी, 01 जनरेटर कार, 01 एसएलआरडी सहित कुल 17 एलएचबी कोचों के साथ गरीब रथ स्पेशल के तौर पर चलाया जा रहा है ।

उल्लेखनीय है कि यात्रियों की मांग को देखते हुए दिनांक 04 अगस्त से इस गाडी के कोच संरचना में बदलाव करने का निर्णय लिया गया है I इस परिवर्तन के पश्चात इस गाड़ी में 02 वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी, 02 वातानुकूलित तृतीय श्रेणी, 07 वातानुकूलित तृतीय श्रेणी इकोनोमी, 05 स्लीपर, 04 सामान्य श्रेणी, 01 जनरेटर कार एवं 01 एसएलआरडी सहित कुल 22 एलएचबी कोच के साथ चलायी जाएगी।

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ जैन ने बताया कि कोच संरचना में किया गए इस परिवर्तन से वातानुकूलित श्रेणी में यात्रा करने वाले यात्रियों के साथ साथ अब सामान्य श्रेणी में यात्रा करने वाले यात्रियों को भी इस ट्रेन की सेवाओं का लाभ मिलता रहेगा। यात्रियों को गाड़ी संख्या 09819 में 5 अगस्त से तथा गाड़ी संख्या 09820 में दिनांक 05 अगस्त से अग्रिम आदेश जारी होने तक मिलता रहेगा ।

इस गाड़ी संख्या 09819/09820 सोगरिया-दानापुर-सोगरिया साप्ताहिक ट्रेन आन डिमांड स्पेशल ट्रेन को 22 एलएचबी कोच के साथ चलाने का निर्णय लिया गया I

कृषि व पशुपालन भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़: चैनसिंह राठौड़

कृषि व पशुपालन क्षेत्र में समृद्धि के लिए कोटा-बूंदी दुग्ध संघ में महामृत्युंजय व शनि जाप अनुष्ठान

कोटा। किसानों व पशुपालकों के जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और रोगों से मुक्ति की कामना को लेकर कोटा-बूंदी दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ परिसर स्थित दूधेश्वर महादेव मंदिर में शुक्रवार को महामृत्युंजय जाप व शनि मंत्र अनुष्ठान का आयोजन श्रद्धापूर्वक संपन्न हुआ।

संघ के अध्यक्ष चैनसिंह राठौड़ ने सपत्नीक नरेश कंवर राठौड़ के साथ इस दिव्य अनुष्ठान में भाग लिया और 64,000 महामृत्युंजय मंत्र तथा 1,05,000 शनि मंत्र जाप कर समस्त पशुपालकों और किसानों की उन्नति, रोगों की निवृत्ति व जीवन में आने वाली बाधाओं के निवारण की कामना की।

इस अवसर पर अध्यक्ष राठौड़ ने कहा, “कृषि व पशुपालन हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। वर्तमान समय में जब प्राकृतिक आपदाएं व पशु रोग बढ़ रहे हैं, ऐसे में आध्यात्मिक उपायों के माध्यम से हम सामूहिक सकारात्मक ऊर्जा का निर्माण कर सकते हैं, जिससे न केवल किसानों के जीवन में सुख-शांति आएगी, बल्कि पशुधन की रक्षा भी सुनिश्चित होगी।”

अनुष्ठान आचार्य राकेश शर्मा के निर्देशन में पांच विद्वान पंडितों द्वारा वैदिक विधि से संपन्न कराया गया। पूर्णाहुति एवं हवन के साथ इस अनुष्ठान का समापन किया गया। उपस्थित पंडितों ने रुद्राभिषेक एवं विशेष हवन द्वारा मंत्र शक्ति के माध्यम से वातावरण को रोग व व्याधि मुक्त करने का प्रयास किया।

इस पावन अवसर पर डेयरी संघ के अधिकारीगण, कर्मचारी व ग्रामीण क्षेत्र के अनेक पशुपालक जन मौजूद रहे। अंत में सामूहिक आरती कर विश्व शांति, प्राकृतिक संतुलन तथा समाज के कल्याण की कामना की गई।

20 हजार मीटर लंबा तिरंगा फहराने का अभियान, अखंड भारत मिशन पोस्टर जारी

कोटा। राष्ट्रीयता मानवता अखंडता समृद्धि फाउंडेशन की ओर से आराध्य गोविंद देव जी के प्रांगण में शुक्रवार को “अखंड भारत मिशन” का पोस्टर विमोचन किया गया। इस महत्वाकांक्षी अभियान के तहत 14 अगस्त को अल्बर्ट हॉल से लेकर जवाहर सर्किल,जयपुर तक 20 हजार मीटर लंबा तिरंगा फहराया जाएगा, जिसमें 30 हजार नागरिक अपने हाथों में तिरंगा लेकर भाग लेंगे।

कोटा में रेडक्रॉस के संस्थापक राजेश कृष्ण बिरला, कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी, लघु उघोग भारती के कोटा के अध्यक्ष अंकुर गुप्ता, रानपुर ईकाई अध्यक्ष मनोज अग्रवाल, हाडौती सोलर पावर एसोसिएशन के अध्यक्ष धीरज गुप्ता ने पोस्टर का विमोचन किया।

पोस्टर विमोचन समारोह में रेड क्रॉस सोसायटी के स्टेट चैयरमेन राजेश कृष्ण बिरला ने अपने उद्बोधन में कहा कि “अखंड भारत मिशन जैसे अभियान देश की युवा पीढ़ी में राष्ट्रप्रेम की भावना जगाने का काम करते हैं।

कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि “व्यापारिक समुदाय भी इस राष्ट्रीय मिशन का पूरा साथ देगा। यह गर्व की बात है कि राजस्थान में इतने बड़े पैमाने पर राष्ट्रीय एकता का यह अभियान चलाया जा रहा है।

आरमास फाउंडेशन के संयोजक जितेंद्र गोयल ने बताया कि यह अभियान देशभक्ति की भावना को मजबूत बनाने और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मिशन का मुख्य लक्ष्य देश के नागरिकों में राष्ट्रप्रेम की भावना को जगाना और राष्ट्रीय गौरव को बढ़ाना है।

यह कार्यक्रम राजस्थान प्रदेश में अपनी तरह का पहला और अनूठा आयोजन होगा। उन्होंने कहा कि हमारे वीर सैनिक सीमा पर अपने शौर्य से देश के दुश्मनों के नापाक इरादों को नाकाम करते हैं, और यह अभियान उन्हीं के सम्मान में तथा देश के कत्तव्य नागरिकों की ओर से शहीदों की होत्सला अफजाई के लिए आयोजित किया जा रहा है।

महिलाएं देश के लिए संस्कारित और श्रेष्ठ नागरिक तैयार कर सकती हैं: उपाध्याय

विद्या भारती राजस्थान क्षेत्र का तीन दिवसीय बालिका शिक्षा अभ्यास वर्ग शुरु

कोटा। विद्या भारती राजस्थान क्षेत्र का बालिका शिक्षा अभ्यास वर्ग स्वामी विवेकानंद विद्या निकेतन महावीर नगर तृतीय पर प्रारम्भ हुआ। जो 8 जून तक चलेगा। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि प्रशासनिक अधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक कोटा शिवा उपाध्याय थीं। मुख्य वक्ता विद्या भारती राजस्थान के मंत्री शिवजी थे।

इस अवसर पर मुख्य वक्ता शिवजी ने कहा कि बालिका शिक्षा के महत्व को समझने से पहले हमें पुराने समय के इतिहास को समझना चाहिए। उस जमाने में स्त्रियों की दशा एवं भारतीयों के इतिहास के बारे में जानना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जब भारत में अंग्रेजों का शासन काल था।

उस समय यहां के तीन प्रमुख वर्ग रॉयल मुस्लिम वर्ग इंटेंशनल चर्च एवं मार्क्सवादी वर्ग के द्वारा भारतीयों में स्वजागरण की भावना को समाप्त करने का प्रयास किया गया। इसके लिए उन्होंने परिवार की रीढ़ की हड्डी महिलाओं की वैचारिक भावनाओं को बदलने का प्रयास किया। जिससे परिवार, समाज, देश की बुनियाद कमजोर हो जाए।

उन्होंने बताया कि यदि परिवार की महिलाएं जागृत हो जाएं तो परिवार समाज और देश जागृत हो जाएगा। हिंदुत्व की भावना पूरे विश्व में फैल जाएगी। इन्ही भावनाओं के साथ विद्या भारती शिक्षण संस्था ने बालिका शिक्षा पर जोर देकर बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास प्रारंभ किया है।

मुख्य अतिथि शिवजी उपाध्याय बताया कि महिलाओं का जागृत होना समाज के विकास के लिए आवश्यक है। यदि गांधारी अपने पति का अनुसरण न करते हुए आंख पर पट्टी नहीं बांधी होती और अपने पुत्रों को अच्छे संस्कार देती तो शायद महाभारत नहीं होती।

हमारे देश में कुंती, जीजाबाई, लक्ष्मीबाई जैसी अनेक वीरांगनाएं एवं ज्ञानी महिलाएं हुई हैं। जिन्होंने समाज को व देश को जागृत करने का प्रयास किया है। एक महिला ही है जो अपने पुत्रों को अच्छे संस्कार देकर देश के लिए एक अच्छा नागरिक तैयार कर सकती है।

कार्यक्रम की संयोजिका स्थानीय बालिका विद्यालय की प्रधानाचार्य एवं चित्तौड़ प्रान्त बालिका शिक्षा संयोजिका नीता गौतम ने बताया कि इस वर्ग में जयपुर, जोधपुर, चित्तौड़ प्रांत की लगभग 80 बालिका शिक्षा प्रमुख दीदियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की प्रस्तावना दीप्ति आनंद राजस्थान क्षेत्र की बालिका शिक्षा सहसंयोजक ने प्रस्तुत की। अतिथि परिचय जोधपुर प्रांत बालिका शिक्षा सहसंयोजी का धनपूर्ण जी ने करवाया।

इस अवसर पर राजस्थान क्षेत्र की उपाध्यक्ष डॉ. रजनी मीणा, अखिल भारतीय संगठन मंत्री यतींद्र शर्मा, क्षेत्रीय संगठन मंत्री गोविंद कुमार, बालिका शिक्षा संयोजिका प्रमिला दीदी, कोटा जिला सचिव सतीश गौतम भी उपस्थित रहे।

सरकार ने नहीं कराया जीर्णोद्धार तो तालाब के पुनर्जीवन के लिए आगे आई संस्था

इंटेक का जवाहर बाई तालाब पर श्रमदान, प्राकृतिक धरोहर को बचाने के लिए बढ़ाए हाथ

कोटा। इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चर हेरिटेज इंटेक की ओर से नांता स्थित जौहरबाई तालाब को बचाने, जीर्णोद्धार कराने के लिए विभिन्न सरकारी स्तरों पर प्रयास किए। जब सरकार की ओर से विशेष प्रयास सामने नहीं आए तो अदभुद प्राकृतिक विरासत को बचाने के लिए इंटेक ने खुद ही आगे आकर हाथ बढ़ाए।

इंटेक की ओर से तालाब को पुनर्जीवन देने के लिए श्रमदान किया गया। इंटेक के को- कन्वीनर बहादुर सिंह हाड़ा, तथा प्रोजेक्ट हेड अनिल शर्मा की अगुवाई में शुरू किए गए श्रमदान कार्यक्रम में लोग जुड़ते चले गए। इस दौरान वन विभाग एवं स्थानीय युवाओं के सहयोग से इस समृद्ध धरोहर को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक व्यापक पहल की गई।

इंटेक कोटा चैप्टर के कन्वीनर निखिलेश सेठी ने बताया कि थर्मल द्वारा नष्ट की गई इस प्राकृतिक और ऐतिहासिक संपदा की पुनर्बहाली को क्रमशः तीन खण्डों में संपन्न करने के प्रयास चल रहे हैं। प्रथम खण्ड में, जल निकासी के लिए प्रयुक्त होने वाली उन मोहरियों को बंद करना था।

जो रियासत काल में सिंचाई के लिए प्रयुक्त होती थी। ये मोहरियां वर्तमान में तालाब के जलस्तर को बनाए रखने में सबसे बड़ी बाधा थी। एएच ज़ैदी और बृजेश विजयवर्गीय ने बताया कि श्रमदान से इन्हीं मोहरियों को बंद किया गया है।

लाइफ़ मेंबर गौरव सेन झाला ने बताया कि दूसरे चरण में, तालाब के प्राचीन तटबंध के सुंदर स्वरूप को बनाए रखते हुए इसकी क्षतिग्रस्त प्राचीर की सरकारी स्तर पर मरम्मत करनी होगी। कन्वीनर निखिलेश सेठी के अनुसार तीसरे चरण में तालाब के जलग्रहण क्षेत्र में बनाए गए डाईवर्जन चैनल पर एक एनीकट का निर्माण कराने के लिये प्रशासनिक अधिकारियों को बताया जाएगा।

जोहराबाई तालाब को पिछले लेकर इंटेक की मेहनत से वन विभाग ने इसकी कुछ सुध लेनी शुरू की है। अब इसे वेटलैंड घोषित कर दिया गया है। विभाग ने अपने कार्यक्रमों में इसे शामिल कर लिया है। शीघ्र ही, विभाग की ओर से इंटेक की निगरानी में रियासतकालीन तालाब की पाल की भी मरम्मत कराई जाएगी।

देश विदेश के पक्षी डालते हैं डेरा
कोटा चैप्टर के कन्वीनर निखिलेश सेठी ने बताया कि जौहरबाई का तालाब कोटा शहर के निकट अद्भुत प्राकृतिक विरासत है। जो वर्षा जल संरक्षण का अद्भुद मॉडल है। जहां देश विदेश के पक्षी डेरा डालते हैं। इसे शासन एवं समाज के संयुक्त प्रयासों से बचाया जाना चाहिए। सेठी ने कहा कि पूर्व में थर्मल की राख के कारण यह तालाब भर गया था। अब रख का सदुपयोग होने से तालाब खाली हो गया है। इसमें वर्षा जल भी एकत्रित रहने लगा है। सरकार के मामूली प्रयासों से इस जल राशि को पुनर्जीवित कर कोटा का केवलादेव बनाया जा सकता है। यह तालाब नांता क्षेत्र के भूगर्भ जल का पुनर्भरण करने में भी सहयोगी हो सकता है।