33/11 GSS का शिलान्यास, कोटा शहर में निर्बाध विद्युत आपूर्ति की दिशा में प्रयास

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कोटा। नए कोटा शहर की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को मजबूती देने के उद्देश्य से जयपुर डिस्कॉम की फ्रेंचाइजी कंपनी कोटा इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (केईडीएल) द्वारा स्वामी विवेकानंद नगर में नवीन 33/11 केवी ग्रिड सब-स्टेशन (जीएसएस) की आधारशिला शनिवार को रखी गई।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर तथा अध्यक्षता शिक्षा एवं पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर ने की। इस अवसर पर कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा, भाजपा शहर जिला अध्यक्ष राकेश जैन एवं नेता प्रतिपक्ष विवेक राजवंशी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा जीएसएस का शिलान्यास एवं भूमि पूजन किया गया।

अपने संबोधन में ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि हाड़ौती क्षेत्र बिजली उत्पादन में अग्रणी है, फिर भी कोटा शहर में बिजली संकट पूर्ववर्ती सरकार की लापरवाही का परिणाम है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को बेहतर करने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।

उन्होंने कोटा शहर की जनसंख्या एवं घनत्व को देखते हुए अभी और नए 33 केवी जीएसएस की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि बजट घोषणा में सुभाष नगर के लिए 132 केवी जीएसएस की भी घोषणा की गई है। जिसके लिए भूमि भी चिन्हित कर ली गई है। जिसका कार्य जल्द से शुरू किया जाएगा।

उन्होंने कहा स्वामी विवेकानंद नगर में बन रहे इस जीएसएस से लगभग 5,500 लोगों को लाभ मिलेगा। क्षेत्र में कम वोल्टेज और ट्रिपिंग की समस्या के समाधान के लिए यह जीएसएस एक कारगर कदम होगा।

ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि अभी भी कोटा शहर में 5- 6 नए जीएसएस की आवश्यकता है। फ्रेंचाइजी कंपनी केईडीएल इन पर तुरंत काम करें और आवश्यकता के समय बिजली उपलब्ध कराए। श्रीनागर ने कहा कि हमारी सरकार की नीतियों के कारण संपन्नता बढ़ी है। इस कारण से बिजली की मांग भी बढ़ रही है, जो प्रदेश की प्रगति की भी द्योतक है।

उन्होंने केईडीएल को चेताते हुए कहा कि अच्छा काम करोगे तो आगे बढ़ोगे, नहीं तो टर्मिनेशन भी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि शहर में बिजली की मांग और जरूरत के अनुसार प्लानिंग करें, जहां जमीन की आवश्यकता है वहां सरकार को बताएं।

उपभोक्ता और मांग के अनुरूप बिजली की उपलब्धता बढ़ाएं। लेकिन कोटा को किसी भी कीमत पर निर्बाध बिजली आपूर्ति देनी ही होगी। इस 3अवसर पर मंडल अध्यक्ष रामचंद्र नागर, राजेश पाटौदी, एसई शिवचरण जांगिड़, केईडीएल के प्रबंधक टेक्निकल आरुमित्र डाली भी कार्यक्रम में मौजूद रहे।

निर्बाध बिजली से निखरेगा छात्रों का भविष्य
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि स्वामी विवेकानंद नगर क्षेत्र में जीएसएस की स्थापना से आमजन को राहत मिलेगी और छात्रों को निर्बाध रूप से अध्ययन के लिए बिजली उपलब्ध हो सकेगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा और ऊर्जा दोनों समाज को आलोकित करने वाले स्तंभ हैं, और इनकी सुदृढ़ता से युवाओं का भविष्य उज्ज्वल होता है।

कार्यक्रम के दौरान उन्होंने वक्फ बोर्ड संशोधन बिल का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की मंशा है कि इस विधेयक के माध्यम से वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता बढ़े, जवाबदेही सुनिश्चित हो, और मुस्लिम समुदाय की महिलाएं सशक्त बनें। उन्होंने कहा कि यह कदम मुस्लिम समुदाय के समग्र विकास की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है।

केईडीएल कर रही है अत्याधुनिक तकनीक से कार्य
केईडीएल के टेक्निकल हेड अनोमित्रो ढाली ने जानकारी दी कि विवेकानंद नगर जीएसएस के निर्माण में लगभग 5 करोड़ रुपए की लागत आएगी। यह जीएसएस स्वामी विवेकानंद नगर विस्तार, टैगोर नगर, चाणक्यपुरी, रानी लक्ष्मीबाई योजना, मेडिकल कॉलेज, सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, कोटा यूनिवर्सिटी सहित आसपास के क्षेत्रों को बेहतर और निर्बाध विद्युत आपूर्ति प्रदान करेगा।

भूमि जयपुर डिस्कॉम द्वारा केईडीएल को उपलब्ध
जेवीवीएनएल के अधीक्षण अभियंता एस सी जांगिड़ ने बताया जीएसएस निर्माण के लिए जयपुर डिस्कॉम द्वारा कल्पना चावला सर्किल के पास लगभग 830 वर्गमीटर भूमि केईडीएल को उपलब्ध कराई गई है, जिस पर यह अत्याधुनिक ग्रिड सब-स्टेशन बनाया जाएगा।। उन्होंने कहा कि विभाग सरकार की मंशा अनुरूप, प्रतिबद्धता के साथ कोटा वासियों को निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए निष्ठा से कार्य कर रही है।