सोने से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी में निवेश बढ़ा रहे निवेशक

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मुंबई। दुनियाभर में सोने को निवेश का सबसे सुरक्षित साधन माना जाता है। लेकिन अब लोग सोने से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को अहमियत देते हुए दिख रहे हैं। खासकर, बिटक्वाइन के प्रति निवेशकों की दिलचस्पी लगातार बढ़ रही है। हाल ये है कि एसेट मैनेजमेंट कंपनियां भी अब इसमें निवेश करती दिख रही हैं। 

अमेरिकन इंवेस्टमेंट कंपनी Jefferies के ग्लोबल हेड क्रिस्टोफर वुड ने फंड से अतिरिक्त पांच फीसदी राशि का बिटक्वॉइन क्रिप्टो करेंसी में निवेश किया है। खास बात ये है कि वुड ने यह अतिरिक्त फंड गोल्ड से निकाला है। मतलब, सोने से पैसा निकालकर उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन में निवेश करने को बेहतर समझा है। 

सोने के प्रति भरोसा अभी भी बरकरार
क्रिस्टोफर वुड ने दिसंबर 2020 में बिटक्वॉइन में फंड का 5 फीसदी एलोकेशन किया था। ग्रीड एंड फीयर नाम के साप्ताहिक नोट में उन्होंने निवेशकों से कहा कि उनका भरोसा गोल्ड पर घटा नहीं है, लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि बिटक्वॉइन आज के जमाने का सोना है। यह एक स्टोर फॉर वैल्यु की तरह है।

रिटर्न कम मिलने पर लिया फैसला 
क्रिस्टोफर ने बताया कि अमेरिका में बिटक्वॉइन ईटीएफ की शुरुआत हो चुकी है। इसके साथ ही पूरी दुनिया में अब क्रिप्टोकरेंसी की स्वीकार्यता तेजी से बढ़ रही है। इस साल सोने ने निवेशकों को निराश किया है और उनके अनुमान के मुताबिक रिटर्न नहीं दिया है। वहीं दूसरी ओर बिटक्वॉइन ने निवेशकों को मालामाल कर दिया। इसीके चलते उन्होंने सोने से पैसा निकालकर बिटक्वाइन में निवेश किया है। 

क्रिप्टो के प्रति बढ़ी निवेशकों की दिलचस्पी 
क्रिप्टोकरेंसी ने पिछले कुछ समय में मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। यही वजह है कि निवेशकों की दिलचस्पी इसके प्रति बढ़ी है। क्रिप्टो में निवेश की सबसे खास बात ये है कि यह आपके डिजिटल वॉलेट में स्टोर रहता है। गोल्ड की तरह इसे सुरक्षित रखने के लिए बैंक लॉकर की जरूरत बिल्कुल भी नहीं होती है। इसके अलावा क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग 24 घंटे होती है। ऐसे में आप जब चाहें इसे बेच और खरीद सकते हैं।