सड़क सुरक्षा को लेकर आमजन को जागरूक करने पर पुलिस द्वारा नवाजा जाएगा
कोटा। सड़क सुरक्षा को लेकर आमजन को जागरूक करने पर राजस्थान पुलिस द्वारा समाजसेवी भुवनेश गुप्ता व हेड कांस्टेबल द्वारका लाल को राज्य स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।
सड़क सुरक्षा माह के दौरान लोगों को समझाइश कर यातायात नियमों की जानकारी देने, नुक्कड नाटक कर आमजन को समझाने, चिकित्सकों के व्याख्यान करवाने और दुर्घटना के दौरान मरीज के सम्बंध में जानकारी देने, पुष्प भेंट कर समझाइश करने सहित विभिन्न आयोजन करने पर अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एवं निदेशक, राजस्थान पुलिस अकादमी, जयपुर के आदेशानुसार कपैसिटी बिल्डिंग ट्रेनिंग प्रोग्राम ऑन रोड सेफ्टी विषय पर आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किए जाने वाले यातायात पुलिसकर्मी एवं नागरिक जन को सम्मानित किया जाता है।
इस बार कोटा के समाजसेवी व कोटा सड़क सुरक्षा समिति के सहसचिव भुवनेश गुप्ता एवं कोटा पुलिस के हेड कांस्टेबल द्वारकालाल को सम्मानित किया जाएगा। राजस्थान पुलिस अकादमी, जयपुर में 22 एवं 23 जनवरी 2025, तक कपैसिटी बिल्डिंग ट्रेनिंग प्रोग्राम ऑन रोड सेफ्टी विषय पर 2 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करवाया जा रहा है। जिसमें सड़क सुरक्षा एवं सड़क दुर्घटनाओं में उत्कृष्ट योगदान करने पर इन्हें सम्मानित किया जाएगा।
भुवनेश गुप्ता द्वारा लगाता यातायात माह के दौरान जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। वहीं कॉलेज में भी युवाओं को समझाया जा रहा है। वहीं जन जागरूकता लाने के लिए आम जन को माला पहनाकर व फूल देकर तथा पम्पलेट वितरण व वाहनों पर रिफ्लेक्टर टेप लगाकर यातायात नियमों की जानकारी देते हुए नियमों का पालन करने की समझाईश की गई।
शराब पीकर, बिना हेलमेट, बिना सीट बेल्ट, वाहन चलाते समय मोबाईल का प्रयोग, गलत दिशा में वाहन चलाना इत्यादि यातायात नियमों की पालना करने की समझाईश की और आम जन को नुक्कड़ नाटक के माध्यम से नियमों की पालना करने के लिए जागरूक किया गया।
परिवहन विभाग के कर्मियों के साथ मिलकर समुचित प्रवर्तन की कार्यवाही की गई। इसके साथ ही भुवनेश गुप्ता ने कई संस्थाओं के साथ मिलकर लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता के लिए जन जागरूकता रैली व नुक्कड़ नाटक का आयोजन कर यातायात नियमों की जानकारी दी तथा वाहनों चालकों की नि:शुल्क आंखों की चैकिंग का शिविर लगवाया गया।
रक्त दान शिविर लगाकर आमजन को जागरूक किया गया तथा वाहन चालकों को गांधीगिरी तरीके से सडक पर चलने के नियमों का पालन करने की समझाईश की गई तथा लगातार यातायात पुलिस का सहयोग कर आमजन को अन्य कई तरीकों से जागरूक करने का कार्य किया गया।

