संकट की घड़ी में भी उपभोक्ताओं के साथ रहते हैं खुदरा व्यापारी: ओम बिरला

0
9

कोटा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने रविवार को खुदरा किराना व्यापार संघ के प्रदेश अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि खुदरा व्यापारी उपभोक्ताओं के सबसे करीब रहते हैं। वे न केवल उनकी जरूरतों को समझते हैं, बल्कि हर परिस्थिति में सहयोग भी करते हैं। इसी कारण उपभोक्ता और व्यापारी के बीच भावनात्मक व सामाजिक संबंध गहरे होते हैं।

बिरला ने कहा कि शहर हो या गांव, हर जगह खुदरा दुकानदार उपभोक्ताओं की मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। जब उपभोक्ता को उचित मूल्य पर सामान नजदीक ही उपलब्ध हो जाए, तो इससे बड़ा सेवा कार्य कोई नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि संकट की घड़ी में भी व्यापारी हमेशा उपभोक्ताओं के साथ खड़े रहते हैं।

कोविड काल में निभाई बड़ी भूमिका
बिरला ने कोविड महामारी का उल्लेख करते हुए कहा कि उस समय जब सब कुछ ठप था, तब भी किराना व्यापारियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर जरूरी वस्तुएं उपलब्ध कराईं। यही कारण है कि समाज में उनका योगदान महत्वपूर्ण माना जाता है। उन्होंने कहा कि समय के साथ ऑनलाइन व्यापार बढ़ा है, लेकिन उसमें उपभोक्ता से भावनात्मक जुड़ाव नहीं होता। जबकि खुदरा व्यापारी जरूरत पड़ने पर उधार पर भी सामान देकर परिवार का सहारा बनते हैं। यही भरोसा उनकी असली ताकत है।

स्वदेशी को बढ़ावा देने की अपील
बिरला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए “स्वदेशी” के नारे का उल्लेख करते हुए कहा कि खुदरा व्यापारी इस अभियान के सबसे बड़े आधार हैं। उन्होंने दुकानदारों से अपील की कि वे अपनी दुकानों पर स्थानीय और भारत निर्मित वस्तुओं को प्राथमिकता दें। इससे उपभोक्ताओं को बेहतर सामान मिलेगा और स्थानीय कारीगरों व उद्यमियों को भी रोजगार मिलेगा। उन्होंने गुजरात में बने व्यापारी कल्याण बोर्ड का उदाहरण देते हुए कहा कि इसी तरह राजस्थान और देशभर में व्यापारियों की कठिनाइयों को दूर करने के लिए कदम उठाए जाएंगे।