राष्ट्रसेवा और राष्ट्र नव निर्माण में वैश्य समाज का अहम योगदान : बिरला
कोटा। कोटा जिला वैश्य महासम्मेलन द्वारा वैश्य अन्नकूट महोत्सव व वैश्य महासंगम का भव्य आयोजन रविवार को सीएडी ग्राउंड में आयोजित किया गया, जिसमें वैश्य समाज के सभी घटको के प्रतिनिधियों ने भाग लेकर समरसता का संदेश दिया।
मुख्य संयोजक महेश गुप्ता एवं जिलाध्यक्ष दिनेश विजय ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला रहे। इस अवसर पर समाज की प्रतिभाओं, समाज के वयोवृद्ध मार्गदर्शकों का सम्मान किया गया। इस दौरान विशेष रूप से एसआईआर को लेकर जिला प्रशासन का काउंटर आकर्षण का केन्द्र रहा।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि वैश्य समाज देशभर में मार्गदर्शन का कार्य करता है। आजादी के पूर्व भी पूर्वजों ने सेवा की और आजादी के बाद राष्ट्रसेवा और राष्ट्र के नव निर्माण में वैश्य समाज का अहम योगदान है। सेवा और संस्कार हमे पूर्वजों से मिले हैं, जिसे युवा आगे बढा रहे हैं। व्यक्ति जीवन में अपने लिए नहीं जिए, वह सभी वर्गों के कल्याण की भावना से सभी की मदद करे।यही हमारी संस्कृति रही है।
पूर्व महापौर महेश विजय ने कहा कि हम सभी मिलकर सतानत संस्कृति को आगे बढाएं और राष्ट्र निर्माण में सहयोगी बने। भाजपा के वरिष्ठ नेता पंकज मेहता ने भी सम्बोधित किया। जगदीश अग्रवाल चूनेवाला ने बताया कि इस अवसर पर भजन संध्या का भी आयोजन किया गया, जिसमें पंकज मारवाडी, इंडियन आयडल फेम व उनकी टीम द्वारा मनमोहक नृत्यों की प्रस्तुति दी गई। जिला महामंत्री भुवनेश गुप्ता ने बताया कि इस पूरे आयोजन का लाइव प्रसारण देश- विदेश में उत्साह के साथ देखा गया। अन्नकूट के विहंगम दृश्य को देख देशभर के लोग अभिभूत हो गए।
इनका हुआ सम्मान
मल्टीमेटल के निदेशक राजेन्द्र अग्रवाल, गोयल प्रोटीन के निदेशक ताराचंद गोयल, डॉ. आरके अग्रवाल एवं राकेश जिंदल को वैश्य रत्न से सम्मानित किया गया। वैश्य शिरोमणि का सम्मान मदन लाल दलाल एवं आचार्य धीरेन्द्र को दिया गया, जबकि वैश्य गौरव का सम्मान वैश्य समाज के राष्ट्रीय महामंत्री मुकेश विजय को दिया गया। समारोह में विवाह के 50 वर्ष पूर्ण कर चुके दम्पत्ति और 80 वर्ष से अधिक के व्यक्तियों का सम्मान किया गया।
मेहमान को पग-पग पर मिला सम्मान
भोजन समिति के रामविलास जैन व द्वारका प्रसाद खंडेलवाल ने बताया कि 25 हजार लोगों के लिए भोजन प्रसादी बनाई गई, जिसको सहर्ष लोगों ने स्वीकार किया। रजनी गुप्ता एवं दर्शना गांधी ने बताया कि महिलाओं ने पारम्परिक परिवेश में जहां सतानत संस्कृति का संदेश दिया, वहीं पग-पग पर मेहमान नवाजी कर अतिथि देवो भव: की परिकल्पना को साकार किया। इस अवसर पर श्रीनाथ जी की मनमोहक झांकी सजाई गई, भोग के लिए महिलाएं घर से अलग-अलग प्रकार के 150 तरह के व्यंजन बनाकर लाई, जिसका भोग श्रीनाथ जी को लगाया गया।
संकल्पों के साथ हुआ समापन
सह संयोजक हेमंत जैन व एके गुप्ता ने बताया कि वैश्य समाज के अन्नकूट महोत्सव व वैश्य महासंगम ने समग्र समाज को विभिन्न संदेश दिए। पूरा अन्नकूट प्लास्टिक मुक्त रहा, स्वच्छता का संदेश, एसआईआर का संदेश, बच्चों को मोबाइल की लत से दूर रहने का संदेश, संस्कृति व सभ्यता का संदेश, सभी घटकों को एक मंच पर लाकर समरसता का संदेश, नेत्रदान, देहदान, रक्तदान, अंगदान का संदेश, आत्मनिर्भर भारत का संदेश दिया गया। साथ ही संकल्प लिया गया कि समाज इन संदशों को आत्मसात कर देश की प्रगति में भागीदार बनेगा।



