वृक्षाबंधन महोत्सव: मन, वचन और काय से श्रावकों ने लिया वृक्षों के संरक्षण का संकल्प

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कोटा। प्रज्ञा अनुपम वर्षायोग 2025 के अंतर्गत रविवार को ‘वृक्षाबंधन महोत्सव’ का आयोजन मोहन वाटिका, महावीर नगर प्रथम में धार्मिक और उत्साहपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ। प्रज्ञा सागर जी महाराज ससंघ की पावन उपस्थिति में श्रद्धालुओं ने वृक्षों के प्रति संरक्षण और संवर्धन का संकल्प लेते हुए उन्हें राखी बांधी।

गुरु आस्था परिवार अध्यक्ष लोकेश जैन एवं महामंत्री नवीन दौराया ने बताया कि गुरुदेव के साथ श्रद्धालु प्रज्ञालोक से मोहन वाटिका तक शोभायात्रा के रूप में पहुंचे। थाली में कुमकुम, चावल, दीपक और राखी लेकर सभी ने वृक्षों को रक्षा सूत्र अर्पित किया। इसके पश्चात सूर्य वंदन के साथ वृक्ष रक्षा का संकल्प लिया गया। इस कार्यक्रम में मोहन वाटिका लाफ्टर क्लब के सदस्यो का भी सहयोग रहा।

चैयरमैन यतीश जैन खेड़ावाला ने बताया कि प्रतीकात्मक रूप से विष्णुकुमार द्वारा आचार्य अकंपन और उनके 700 मुनि शिष्यों की रक्षा की करुण कथा को दर्शाने वाली एक वृहद राखी का निर्माण सुनीता नगेदा द्वारा किया गया। गुरू भक्तो में आपरेशन सिंदुर की राखी बनाकर पेडो के बांधी गई।

आचार्य प्रज्ञा सागर महाराज ने प्रवचन में कहा कि जैसे रक्षा बंधन परिवारिक संबंधों में प्रेम और सुरक्षा का प्रतीक है, वैसे ही ‘वृक्षाबंधन’ प्रकृति और पर्यावरण संरक्षण के प्रति हमारी जिम्मेदारी का संदेश देता है। उन्होंने उपस्थित श्रावकों को मन, वचन और काय से यह संकल्प दिलाया कि वे कभी भी किसी पेड़ को क्षति नहीं पहुंचाएंगे और यदि किसी अपरिहार्य स्थिति में पेड़ काटना आवश्यक हो, तो उसके बदले कम से कम 10 नए पेड़ अवश्य लगाएंगे।

इस अवसर पर एडीशन एसपी पारस जैन, पार्षद योगेन्द्र शर्मा, सकल समाज के अध्यक्ष प्रकाश बज, संजय जैन मुबंई, शैलेन्द्र जैन, के पी सिंह, योगेश सिंगम, अजय जैन मेहरूवाला, महेन्द्र जैन, अभिषेक पोटल्या, विजय लुहाडिया, नितिन बाबरिया आदि मौजूद रहे।