कोटा। गणिनी आर्यिका विभाश्री माताजी एवं आर्यिका विनयश्री माताजी ससंघ (12 पिच्छि) का मंगल विहार सोमवार प्रातः कोटा विज्ञान नगर स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर से रिद्धि सिद्धि जैन मंदिर कुन्हाडी हुआ।
कुन्हाडी जैन मंदिर के अध्यक्ष राजेन्द्र गोधा ने बताया कि माताजी ससंघ प्रातः 5:30 बजे मंगल विहार पर निकले और श्रद्धालुओं के जयघोष, भक्ति गीतों व पुष्पवृष्टि के बीच नयापुरा से रिद्धि सिद्धि नगर पहुंचे। वहां सुबह 7 बजे ससंघ का भव्य स्वागत किया गया। जैन समाज के लोगों ने मंगल प्रवेश के दौरान आरती व गुरु भक्ति के स्वर गूंजाए।
मार्ग में कई स्थानो पर माताश्री के पादपक्षालन किया गया। सकल समाज के सकल समाज के संरक्षक विनोद टोरडी, महामंत्री पदम बडला,मंदिर अध्यक्ष राजेन्द्र गोधा,मंत्री पंकज खटोड़,कोषाध्यक्ष ताराचंद बडला,मनोज जैसवाल,अनिल जैन ठोरा, अशोक सांवला,पारस कासलीवाल, निर्मल अजमेरा,संजय लुहाडिया आदि लोग विहार में उपस्थित रहे।
मंदिर महामंत्री पंकज खटोड ने बताया कि विभाश्री छात्रावास (श्री चन्द्रप्रभु दिगंबर जैन परमार्थिक ट्रस्ट) एवं श्री चन्द्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर समिति, रिद्धि सिद्धि नगर आयोजित पूज्य विभाश्री माताजी के सानिध्य में 151 मंडलीय अतिशयकारी 1008 श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान का आयोजन अष्टाह्निका महापर्व के अवसर पर 28 अक्टूबर से 5 नवम्बर तक रिद्धि सिद्धि नगर जैन मंदिर प्रांगण में चलेगा।
इस अवसर पर सोमवार दोपहर 1 बजे से माताजी के सानिध्य में “मेहंदी रस्म” महिलाए हरा रंग की साडी और शाम 7:30 बजे “हल्दी रस्म” में पीले रंग की साडी पहनकर शामिल हुई। पारस आदित्य एंव पारस कासलीवाल ने बताया कि मंगलवार को प्रातः 7 बजे अभिषेक और शांतिधारा,7:30 बजे घटयात्रा, 9 बजे मंडप उद्घाटन और शुद्धि, 10 बजे ध्वजारोहण और मंगल प्रवचन सायं 6 बजे होगा।

