सुदूर क्षेत्रों में एकल विद्यालय के माध्यम से विद्या भारती जगा रही शिक्षा की अलख

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कोविड़ पीड़ित बच्चों को देते हैं निशुल्क शिक्षा, जिले में चलते हैं 20 संस्कार केन्द्र

कोटा। विद्या भारती शिक्षण संस्थान देशभर में वंचित और दूरदराज क्षेत्रों में शिक्षा देने का काम कर रहा है। देशभर में संचालित 12 हजार स्कूलों में 35 लाख से अधिक बच्चे अध्ययनरत हैं। जो सरकारी क्षेत्र के बाद सबसे बड़ा शिक्षा का मॉडल है। संस्थान के प्रांत सह मंत्री डॉ. विमल कुमार जैन ने मीडिया से बात करते हुए यह बात कही।

उन्होंने पत्रकारों को बताया कि विद्या भारती द्वारा प्रदेश के सीमांत जिले और पहाड़ी, आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा पहुंचाने का काम किया जा रहा है। प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ में 800 एकल विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं। जिनमें जनजातीय बालक बालिका अध्ययन कर रहे हैं। सुदूर क्षेत्रों में भी विद्या भारती ने पहुंचकर एकल विद्यालय के माध्यम से शिक्षा का उजाला फैलाने का काम किया है।

कोटा जिला सचिव सतीश कुमार गौतम ने बताया कि कोटा जिले में 20 संस्कार केंद्र चलाए जा रहे हैं। जिनमें बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार भी दिए जाते हैं। वहीं रोजगारपरक शिक्षा देने का काम किया जाता है। जिला मंत्री देवेंद्र कुमार जैन ने बताया कि विद्या भारती शिक्षा के साथ-साथ समाज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों का शिक्षण देते हुए बालक बालिका के सर्वांगीण विकास पर ध्यान केंद्रित करता है।

विद्या भारती से बड़ी संख्या में खेलकूद में बालक बालिकाएं सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनकर निकले हैं। अभी हाल ही में कोटा शहर के छावनी स्थित विद्यालय से रौनक राठौर ने राष्ट्रीय खेलकूद मलखंब प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता है।

जिला सहसचिव डॉ. महेश कुमार शर्मा ने बताया कि कोविड महामारी के समय से स्कूल के द्वारा 21 बालक बालिकाओं को गोद लेकर निशुल्क शिक्षा दी जा रही है। जो अभी भी जारी है। इसके अलावा घुमंतू जनजातीय क्षेत्र के भी 400 बच्चों को रियायती दरों पर शिक्षा देने का काम किया जा रहा है। इन बच्चों को संस्कार और आधुनिक शिक्षा का समावेश करते हुए संपूर्ण विकास करने का उद्देश्य लेकर कार्य किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय स्तर पर सैनिक स्कूल खोलने को लेकर चर्चा हुई है। अभी प्रदेश में जोधपुर में एनडीए अकैडमी की स्थापना की गई है। जल्दी ही अन्य स्थानों पर सैनिक स्कूल और एनडीए अकेडमी खोले जाने की शुरुआत होगी।