लॉकडाउन के कारण भारत में स्वर्ण आयात में 81.22 फीसदी की गिरावट

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नई दिल्ली। कोरोनावायरस महामारी और लॉकडाउन के कारण मांग घटने से इस कारोबारी साल के पहले चार महीनों (अप्रैल-जुलाई) में गोल्ड का आयात पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 81.22 फीसदी कम रहा। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक इन चार महीनों में भारत नें महज 2.47 अरब डॉलर (करीब 18,590 करोड़ रुपए) मूल्य के गोल्ड का आयात किया। एक साल पहले की इसी अवधि में भारत ने 13.16 अरब डॉलर (करीब 91,440 करोड़ रुपए) वैल्यू के गोल्ड का आयात किया था।

सरकार गोल्ड का आयात घटाना चाहती है, क्योंकि गोल्ड के आयात से बड़े पैमाने पर देश की मुद्रा बाहर चली जाती है, जिससे देश का चालू खाता घाटा बढ़ता है। चांदी का आयात भी इस कारोबारी साल के पहले 4 महीने में 56.5 फीसदी घटकर महज 68.532 करोड़ डॉलर (करीब 5,185 करोड़ रुपए) का रहा।

व्यापार घाटा 59.4 अरब डॉलर से 13.95 अरब डॉलर पर आया।
गोल्ड और सिल्वर का आयात घटने से देश के व्यापार घाटे को भी कम करने में मदद मिली है। अप्रैल-जुलाई 2020 में देश का व्यापार घाटा 13.95 अरब डॉलर का रहा, जो एक साल पहले की समान अवधि में 59.4 अरब डॉलर था। निर्यात के मुकाबले जब आयात का वैल्यू ज्यादा होता है, तो उसे व्यापार घाटा कहा जाता है। पिछले साल दिसंबर से गोल्ड के आयात में गिरावट दर्ज की जा रही है।

गोल्ड का आयात पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले मार्च में 62.6 फीसदी, अप्रैल में 99.93 फीसदी, मई में 98.4 फीसदी और जून में 77.5 फीसदी कम रहा। हालांकि जुलाई में गोल्ड का आयात मामूली 4.17 फीसदी बढ़कर 1.78 अरब डॉलर वैल्यू पर पहुंच गया, जो पिछले साल जुलाई में 1.71 अरब डॉलर का था।भारत

गोल्ड का सबसे बड़ा आयातक
भारत गोल्ड का सबसे बड़ा आयातक है। भारत में आयातित गोल्ड की खपत मुख्यत: ज्वेलरी इंडस्ट्र्री में होती है। वॉल्यूम के लिहाज से भारत आमतौर पर सालभर में 800-900 टन गोल्ड का आयात करता है।