कोटा। रेलवे महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा के लिए ट्रेनों के 15000 कोच में सीसीटीवी कैमरे व पैनिक बटन लगाने की तैयारी कर रहा है। कुछ प्रीमियम ट्रेनाें के कोच में लगा भी दिए हैं। अब रूट के बड़े स्टेशनों पर रेलवे सुरक्षा बल की महिला कर्मी कोच में सवार महिला यात्रियाें का फीडबैक लेती हैं। रेलवे ने इसके लिए मेरी सहेली योजना चलाई है।
महिला अकेली या छाेटे बच्चों के यात्रा करती है तो सुरक्षा संबंधी चिंता रहती है। सामान की चोरी, छेड़छाड़ के मामले सामने आते रहे हैं। इसे देखते हुए मेरी सहेली याेजना बनाई। अंधेरे में भी तस्वीर कैप्चर करने वाले हाईटेक सीसीटीवी कैमरों में कोच की गतिविधियां देखेंगे जिनसे अपराधी को पकड़ने में मदद मिलेगी। अभी तक 2930 कोचों में कैमरे लग चुके हैं।
कोटा समेत मंडल के सवाईमाधोपुर व भरतपुर स्टेशन पर फीडबैक लिया जाने लगा है। ट्रेन के कोच में दो पैनिक बटन लग रहे हैं। बटन दबते ही सबसे नजदीकी आरपीएफ पोस्ट व डेटा सेंटर काे अलर्ट मिल जाएगा। इस तरह यात्री तक जल्द से जल्द मदद पहुंचेगी।
कोटा समेत मंडल के सवाईमाधोपुर व भरतपुर रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट से जुड़ी महिला आरपीएफ कर्मचारी दिल्ली-मुंबई रूट पर चलने वाली महत्वपूर्ण ट्रेनों की महिला यात्रियों से फीडबैक लेती हैं। आरपीएफ ने बताया कि महिला कांस्टेबल के पास कोच में सवार महिला यात्री के पीएनआर से पहले सूचना मिलती है। यदि यात्रा के दाैरान महिला किसी तरह की समस्या की शिकायत करती है तो महिला कांस्टेबल सूचना आरपीएफ पोस्ट, कंट्रोल रूम व रेल मदद पर करती है।

