रिलायंस रिटेल को 3 साल में 20% सालाना ग्रोथ का भरोसा: ईशा अंबानी

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मुंबई। रिलायंस रिटेल को अगले तीन वर्षों के दौरान खुदरा राजस्व में 20 प्रतिशत से अधिक की सीएजीआर (वार्षिक चक्रवृद्धि दर) हासिल करने का भरोसा है। कंपनी की बढ़ोतरी के इंजन उसकी वृद्धि के हर इंजन से जुड़े हुए हैं, जिनमें ऑफलाइन, ऑनलाइन और बी2बी (बिजनेस-टु-बिजनेस) क्षेत्र शामिल हैं।

रिलायंस रिटेल वेंचर्स की कार्यकारी निदेशक ईशा अंबानी ने शुक्रवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में यह जानकारी दी। उन्होंने उद्घाटन भाषण में शेयरधारकों से कहा, ‘इस अनुमान का आधार हमारी क्षमताओं का पैमाना और हमारे सामने मौजूद अवसरों की व्यापकता है, जो भारत में किसी अन्य खुदरा विक्रेता के पास नहीं है। इसका आधार यह तथ्य भी है कि हमारे विकास का हर इंजन ऑफलाइन, ऑनलाइन और बी2बी पहले ही साबित हो चुका है, बड़े स्तर पर लाभदायक है तथा तीव्र गति के लिए तैयार है।’

उन्होंने यह भी कहा कि किराना, फैशन और जीवनशैली तथा उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स सहित उसके प्रत्येक सबसे बड़े उपभोग क्षेत्र में संरचनात्मक वृद्धि की अनुकूल संभावनाएं हैं। पिछले वित्त वर्ष में कंपनी ने 2,659 नए स्टोर खोले जिससे स्टोरों की कुल संख्या बढ़कर 19,340 हो गई। ये स्टोर 7,000 से अधिक नगरों में 7.7 करोड़ वर्ग फुट के क्षेत्र में हैं।

देश की सबसे बड़ी खुदरा विक्रेता का लगभग 70 प्रतिशत राजस्व अब भी उसके स्टोरों से आता है, जो खुदरा राजस्व का आधार बने हुए हैं। अंबानी ने कहा कि हर साल 2,000 से 3,000 नए स्टोरों के निरंतर विस्तार के जरिये इसमें बढ़ोतरी जारी रहेगी।

वर्तमान में रिलायंस रिटेल का ऑनलाइन चैनल खुदरा राजस्व में एक अंक में ऊंचे स्तर की हिस्सेदारी का योगदान करता है। लेकिन कंपनी का लक्ष्य इसे तीन वर्षों के भीतर 20 प्रतिशत तक पहुंचाना है।

अंबानी ने कहा, ‘हम किसी भी प्रतिस्पर्धी की तुलना में अधिक विश्वसनीय डिलिवरी, तीव्र पेशकश के लिए अपने बेजोड़ स्टोर नेटवर्क, रणनीतिक रूप से स्थित डार्क स्टोरों और गहन उपभोक्ता डेटा का उपयोग करते हुए हाइपरलोकल क्विक कॉमर्स में भी अग्रणी हैं।

हमारा पंजीकृत ग्राहक आधार बढ़कर 34.9 करोड़ हो गया है जो सालाना आधार पर 15 प्रतिशत की वृद्धि है। हमने साल में करीब 1.4 अरब लेनदेन किए जो भारत की जनसंख्या के लगभग बराबर है। यह ऐसा पैमाना है जो फायदे के लिहाज से बढ़ने की हमारी क्षमता को और पुष्ट करता है।’

खुदरा राजस्व के लिए 20 प्रतिशत सीएजीआर की बात करते हुए अंबानी ने कहा कि वृद्धि के आठ पहलू हैं, जिनमें भारतीय उपभोक्ता की जानकारी, उसका उत्पाद विकास इंजन, सोर्सिंग का उसका तंत्र, किराना में खेत से मेज तक और फैशन में 30 दिन का माइंड-टू-शेल्फ चक्र शामिल हैं, जो उत्पाद को अपने प्रतिस्पर्धियों की तुलना में अवधारणा से उपभोक्ता तक तेजी से ले जाने में मदद करते हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी का ओमनी-चैनल आर्किटेक्चर डिजिटल और फिजिकल रिटेल के सर्वश्रेष्ठ पहलुओं को जोड़ता है। आरआईएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने वार्षिक आम बैठक में अपने भाषण में कहा, ‘अपनी ग्राहक-केंद्रित, ओमनी चैनल रणनीति के साथ रिटेल बी2बी और बी2सी दोनों क्षेत्रों में ही बढ़ता रहेगा। मैं आने वाले वर्षों में इसके राजस्व में स्पष्ट रूप से कई गुना वृद्धि देख सकता हूं।’

रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (आरसीपीएल) की निकट भविष्य की महत्त्वाकांक्षा के बारे में बात करते हुए अंबानी ने कहा, ‘हमारी निकट भविष्य की महत्त्वाकांक्षा स्पष्ट है – 5 वर्षों के भीतर 1 लाख करोड़ रुपये के राजस्व तक पहुंचने वाली सबसे तेज कंज्यूमर ब्रांड कंपनी बनना और हमारी दीर्घकालिक महत्त्वाकांक्षा वैश्विक मौजूदगी के साथ भारत की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी बनना है।’