राष्ट्र को परम वैभव पर पहुंचाने का माध्यम बनेगी शिक्षा: ओमप्रकाश

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विद्या भारती शिक्षा संस्थान के नवीन आचार्य प्रशिक्षण वर्ग का दूसरा दिन

कोटा। विद्या भारती शिक्षा संस्थान कोटा द्वारा चल रहे नवीन आचार्य प्रशिक्षण वर्ग के दूसरे दिन शिक्षा जगत में विद्या भारती के महत्व को लेकर चर्च को है। विद्या भारती कोटा जिला सचिव सतीश कुमार गौतम ने बताया कि बौद्धिक सत्र में मुख्य वक्ता अजमेर के जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश लढ़ढा थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्या भारती कोटा जिले के सह सचिव एवं स्वामी विवेकानंद विद्या निकेतन उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य डॉ. महेश शर्मा ने की।

मुख्य वक्ता ओमप्रकाश लड्ढा ने कहा कि विद्या भारती के कार्य का प्रारंभ तपस्या स्वरूप में हुआ। प्राथमिक शिक्षा में जो संस्कार प्राप्त हुए हैं, वह आज भी बच्चों में निहित हैं। विद्या भारती का प्रारंभ 1952 में प्राथमिक विद्यालय गोरखपुर में हुआ। विद्या भारती कर्तव्यनिष्ठ अनुशासन एवं राष्ट्रभक्ति गुरु दीदियों के तप से विद्यालय उत्तरोतर अग्रसर हो रहे हैं। विद्या भारती भैया बहनों को संस्कार एवं समाज के प्रति जन चेतना बने। ऐसा काम हमारे आचार्य दीदियो कर बड़ी तत्परता एवं तप करके लगे हुए हैं। हमारा लक्ष्य महान है और हमें हमारे समाज व राष्ट्र को परम वैभव तक पहुंचाना है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि हमें मानसिक एवं शारीरिक रूप से मजबूत होना चाहिए। हमारे विद्यालय हिंदी माध्यम के हैं। परंतु हमारे भैया बहन अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय से किसी भी गतिविधियों में पीछे नहीं है। कार्यक्रम का संचालन आदर्श विद्या मंदिर उच्च माध्यमिक विद्यालय रामगंजमंडी के प्रधानाचार्य कैलाश कुमार पारेता ने किया। अतिथि परिचय एवं स्वागत आदर्श विद्या मंदिर उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य नरेश कुमार मेघवाल द्वारा करवाया गया।