राष्ट्रीय गुरु आस्था परिवार का दो दिवसीय आध्यात्मिक महोत्सव आज से

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कोटा। शैक्षणिक नगरी कोटा शनिवार एवं रविवार को आध्यात्मिक ऊर्जा केंद्र में परिवर्तित हो जाएगी।आचार्य प्रज्ञानसागर मुनिराज के पावन सान्निध्य में आयोजित इस दो दिवसीय कार्यक्रम में कोरल पार्क बारां रोड पर देशभर से हजारों गुरुभक्त अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएंगे। अधिवेशन का मुख्य उद्देश्य धर्म संवर्धन, संत सरंक्षण, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक सहयोग को बढ़ावा देना होगा।

पांच प्रमुख संकल्पों पर चर्चा
चैयरमेन यतीश जैन खेडावाला ने बताया कि अधिवेशन में पांच महत्वपूर्ण उद्देश्यों पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा। जिनमें एक करोड़ वृक्षारोपण का महत्वाकांक्षी संकल्प, साधु-संतों के लिए विहार धामों का निर्माण, उनके आहार-विहार में सहयोग, धर्म संवर्धन और जैन प्रतिभाओं को प्रोत्साहन प्रमुख रहेंगे।

गुरुदेव का मंगल विहार
शुक्रवार को प्रज्ञासागर महाराज ससंघ का मंगल विहार प्रज्ञा लोक से प्रारंभ हुआ। गुरुदेव ने डीसीएम जैन मंदिर के दर्शन करते हुए राष्ट्रीय अधिवेशन को सान्निध्य एवं आशीर्वाद प्रदान करने हेतु कोरल पार्क पहुंचे। नगरवासियों ने पूरे मार्ग में गुरुदेव का भावभीना स्वागत किया।

पहले दिन का कार्यक्रम
महामंत्री नवीन जैन दौराया ने बताया कि 4 अक्टूबर को प्रातःकालीन सत्र की शुरुआत ध्वजारोहण और दीप प्रज्वलन के साथ होगी। परंपरागत स्वागत सत्कार, भजन प्रस्तुति और गुरुदेव के प्रवचन ने वातावरण को भक्ति व आध्यात्म से जुडेगा। द्वितीय सत्र में गुरुभक्ति चालीसा और विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। क्षेत्रिय गुरू आस्था परिवारो का गठन एवं अतिथियो का उद्बोधन किया जाएगा। पहले दिन का समापन सुप्रसिद्ध भजन गायक रूपेश जैन की भजन संध्या से जैन धर्म प्रभावना को बढायेंगे।

दूसरे दिन गुरुदेव का मार्गदर्शन
कोषाध्यक्ष अजय जैन खटकीडा ने बताया​ कि 5 अक्टूबर को प्रातःकालीन सत्र में गुरुदेव प्रज्ञानसागर मुनिराज राष्ट्रीय दृष्टिकोण से गुरु आस्था परिवार की भावी नीतियों और रणनीतियों पर विस्तृत मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। समापन सत्र में विशिष्ट गुरुभक्तों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया जाएगा। पुरस्कार समारोह के पश्चात महाआरती से अधिवेशन को भव्य समापन प्रदान किया।