कोटा। मोशन एजुकेशन की ओर से सोमवार शाम द्रोणा-1 कैम्पस में 10वीं कक्षा के लिए खास तौर पर डिज़ाइन की गई एनसीईआरटी प्रैक्टिस बुक्स लॉन्च की गई। ये बुक्स सीबीएसई बोर्ड और ओलंपियाड दोनों के हिसाब से तैयार की गई हैं। साइंस के तीनों मुख्य विषय-फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी-का पूरा कोर्स इन बुक्स में एक नए, आसान और उपयोगी फॉर्मेट में मिलेगा।
मोशन एजुकेशन के फाउंडर और सीईओ नितिन विजय ने बताया कि इन पुस्तकों की सबसे बड़ी खासियत इनकी दो स्तरीय संरचना है। इनके एक पेज पर एनसीईआरटी का मूल कंटेंट और सामने वाले पेज पर उसी टॉपिक से जुड़े लॉन्ग, शॉर्ट और एमसीक्यू दिए गए हैं। पुस्तक में उनके सॉल्यूशन भी मौजूद हैं।
नितिन विजय ने बताया कि यह मॉडल बच्चों को रटने की आदत से निकालकर समझकर सीखने की तरफ ले जाएगा। यह बुक्स सिर्फ बोर्ड एग्ज़ाम तक सीमित नहीं है, जो छात्र दसवीं के बाद इंजीनियरिंग, मेडिकल या अन्य विज्ञान आधारित प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं, उनके लिए मजबूत नींव का काम करेंगी। वे चाहते हैं कि बच्चे समस्या-समाधान स्किल और साइंटिफिक टेंपरामेंट के साथ आगे बढ़ें। जब वे कॉन्सेप्ट को पकड़ लेते हैं, आगे की पढ़ाई आसान हो जाती है।
मोशन की डायरेक्टर डॉ. स्वाति विजय ने बताया कि इन बुक्स को मोशन की टीम ने एआई की मदद से इस तरह तैयार किया है कि हर सवाल छात्र की समझ को टेस्ट करने के साथ उसकी कमजोरियों की ओर भी इशारा करे। यह कॉम्पैक्ट सेटअप स्टूडेंट्स को खुद ही यह समझने में मदद देगा कि वे कहां मजबूत हैं और कहां सुधार की जरूरत है।
लॉन्चिंग के दौरान मौजूद मोशन के कंटेंट हेड जयंत चितौड़ा और फाउंडेशन डिवीजन के अकेडमिक हेड मुकेश गौड़ ने कहा कि यह सीरीज क्लासरूम टीचिंग को भी बड़ा सपोर्ट देगी। मोशन एजुकेशन पहले से ही अपनी टेक-इंटीग्रेटेड टीचिंग के लिए जाना जाता है।
बोर्ड स्तर पर ऐसी संरचित और वैल्यू-एडेड बुक्स की मांग लंबे समय से उठ रही थी। यह लॉन्च ऐसी किताबें, जो सिर्फ परीक्षा पास करने के लिए नहीं बल्कि आगे की पढ़ाई की ठोस नींव के रूप में काम आएं, की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।
फिलहाल इन बुक्स पर 15% डिस्काउंट दिया जा रहा है। स्टूडेंट्स इन्हें मोशन लर्निंग ऐप, मोशन एजु स्टोर और अमेज़न-फ्लिपकार्ट जैसी प्रमुख ई-कॉमर्स साइट्स से खरीद सकते हैं। लॉन्चिंग में मौजूद फैकल्टी सदस्यों ने उम्मीद जताई कि यह नई सीरीज कोटा और देशभर के छात्रों के लिए बोर्ड और प्रतियोगी परीक्षाओं के बीच की खाई पाटने में मदद करेगी।

