कोटा। जीवन में कभी हमारे मन का होता है, कभी नहीं भी होता है। लेकिन निराश होने की जरूरत नहीं है। आपको असफलता को स्वीकार कर नई शुरुआत का हौसला रखना चाहिए।
यह कहा बुधवार शाम मोशन एजुकेशन के रानपुर स्थित ध्रुव कैंपस में आयोजित मेन्टल हेल्थ अवेयरनेस सेशन के दौरान आदित्य बिरला एजुकेशन ट्रस्ट के एनजीओ एम पवार के मेन्टल हेल्थ एक्सपर्ट और कम्प्यूटर इंजीनियर मोहित औदिच्य ने। वे जेईई और नीट की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मानसिक सेहत की देखभाल शारीरिक स्वास्थ्य जितनी ही आवश्यक है। प्रतिस्पर्धा, अपेक्षाएं या किसी भी दबाव का असर विद्यार्थियों की मानसिक सेहत पर हो सकता है। उन्होंने को सलाह दी कि पढ़ाई के साथ-साथ संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और परिवार व दोस्तों के साथ संवाद जरूरी है।
स्टूडेंट्स को अपनी भावनाओं को दबाने के बजाय माता-पिता, शिक्षकों या दोस्तों से साझा करना चाहिए। जरूरत पड़ने पर काउंसलर की सलाह भी ली जा सकती है। इस दौरान उन्होंने तनाव प्रबंधन, आत्ममूल्यांकन और मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने के उपाय बताए और अपनी भावनाओं को दबाने के बजाय साझा करने की अपील की।
मोशन एजुकेशन के वाइस प्रसिडेंट (टेलेंट नर्चर) और सीनियर फेकल्टी दीपक जोशी ने बताया कि यह आयोजन न केवल छात्रों के लिए जानकारीपूर्ण रहा बल्कि एक नई ऊर्जा और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा भी लेकर आया।
कोचिंग संस्थानों में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सत्र जैसे आयोजनों से से छात्रों और शिक्षकों, दोनों के लिए एक सकारात्मक वातावरण बनाने में मदद मिलती है। मोशन एजुकेशन न केवल शैक्षणिक सफलता बल्कि विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। संस्थान समय-समय पर ऐसे प्रेरणादायी एवं जागरूकता से भरपूर सत्र आयोजित करता रहेगा ताकि छात्र मानसिक रूप से मजबूत बनें और आत्मविश्वास के साथ अपने लक्ष्यों की ओर बढ़ सकें।
सेशन के दौरान स्टूडेंट्स ने खुलकर सवाल पूछे और अपने विचार और अनुभव भी साझा किए। छात्रों ने बताया कि परीक्षा का दबाव कभी-कभी उनके आत्मविश्वास कमजोर कर देता है। ऐसे में इस तरह के सत्र न केवल उन्हें राहत देते हैं बल्कि यह विश्वास भी दिलाते हैं कि वे अकेले नहीं हैं।

