कोटा। नेत्र चिकित्सक ऐश्वर्या पार्थसारथी मुम्बई से मेडिकल रेटिना एवं युविआईटिस नामक फैलोशिप हेतु सुवि नेत्र चिकित्सालय एवं लेसिक लेज़र सेन्टर कोटा पहुंची।
डाॅ. ऐश्वर्या पार्थसारथी संस्थान के रेटिना एवं युविआईटिस विशेषज्ञ डाॅ. निपुण बागरेचा के मार्गदर्शन में इनडायरेक्ट ऑपथेलमोस्कोपी, एन्टी-वेज़एफ इंजेक्शन, रेटिनल लेज़र फोटोकोगुलेशन, बराज रेटिनल लेज़र, आदि नवीनतम विधियाँ सीखेंगी। संस्थान के रेटिना विशेषज्ञ डाॅ. निपुण बागरेचा ने बताया कि विगत् तीन वर्षो में 20 नेत्र चिकित्सक मेडिकल रेटिना एवं युविआईटिस फैलोशिप ट्रेनिंग हेतु सुवि नेत्र चिकित्सालय कोटा आ चुके है।
सुवि नेत्र चिकित्सालय एवं लेसिक लेज़र सेन्टर, कोटा के निदेशक एवं वरिष्ठ नेत्र सर्जन डाॅ. सुरेश पाण्डेय और डाॅ. विदुषी शर्मा एवं डाॅ. एस. के. गुप्ता, डाॅ. डिम्पल भाकुनी ने बताया कि वे फेकिक लैन्स इम्पलान्टेशन, टोपिकल फेको कैटरेक्ट सर्जरी एवं प्रीमियम टोरिक, ट्राइफोकल लैन्स इम्पलान्टेशन, लेसिक लेज़र सर्जरी आदि पद्धतियों को सीखेंगी।
डाॅ. ऐश्वर्या पार्थसारथी ने बताया कि उन्होंनें मुंबई से कोटा आकर सुवि नेत्र चिकित्सालय एवं लेसिक लेज़र सेन्टर कोटा के चिकित्सकों द्वारा नेत्र चिकित्सा जगत की अत्याधुनिक पद्धति को सीखकर नेत्र रोगियों को रोशनी लौटाने में सहायक बनना है।
संस्थान के निदेशक डाॅ. सुरेश पाण्डेय ने डाॅ. ऐश्वर्या पार्थसारथी को अपनी पुस्तक ‘एन्टरप्रोन्योरशिप फाॅर डाॅक्टर्स’ एवम् ‘एक आई सर्जन की डायरीः भारत, अमेरिका, आस्ट्रेलिया में मेरे अनुभव’ भी भेंट की।

