लोकसभा अध्यक्ष ने की कोटा-बून्दी क्षेत्र में 1641 करोड़ के सड़क कार्यों की समीक्षा
कोटा। कोटा-बून्दी संसदीय क्षेत्र में सड़क निर्माण और अन्य विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा को लेकर गुरुवार को एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई इस बैठक की अध्यक्षता लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने की।
बैठक में राजस्थान सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रवीण गुप्ता, सार्वजनिक निर्माण विभाग, राजस्थान राज्य सड़क विकास एवं निर्माण निगम (RSRDC) सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
बैठक में कोटा और बून्दी जिलों में सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा स्वीकृत 1641.74 करोड़ रुपये की लागत के 402 कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई। बिरला ने कहा कि क्षेत्र में सड़क और अन्य ढांचागत परियोजनाओं को लोगों की अपेक्षाओं और भविष्य की जरूरतों के अनुरूप गति दी जा रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि हर गांव और हर गली तक बेहतर सड़क और परिवहन सुविधा पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी लंबित स्वीकृतियों और निविदाओं की प्रक्रिया को विभागीय समन्वय से शीघ्र पूरा किया जाए, ताकि आमजन को योजनाओं का समय पर लाभ मिल सके।
लोकसभा अध्यक्ष ने मानसून के बाद क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बारिश के कारण जिन सड़कों की हालत खराब हुई है, उनकी जांच कर शीघ्र प्रस्ताव भिजवाए जाए तथा मरम्मत तुरंत शुरू की जाए ताकि लोगों को असुविधा न हो।
उन्होंने यह भी कहा कि अच्छी सड़कें सिर्फ आवागमन का माध्यम नहीं हैं, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार, कृषि और पर्यटन जैसे सभी क्षेत्रों के विकास की नींव होती हैं। गांव से शहर तक सड़कों के मजबूत नेटवर्क से ही समग्र विकास संभव है।
बिरला ने कहा कि सभी स्वीकृत कार्यों के लिए स्पष्ट समयसीमा तय की जाए और उनकी नियमित निगरानी हो। निर्माण कार्यों में गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए। जिन परियोजनाओं को वन्य जीव बोर्ड या अन्य एजेंसियों से स्वीकृति मिल चुकी है, उनका काम तुरंत शुरू किया जाए। जिन कार्यों की निविदाएं प्रक्रिया में हैं, उन्हें भी जल्द पूरा कर निर्माण कार्य प्रारंभ किए जाएं।
कोटा में 900 करोड़ से अधिक के कार्यों की समीक्षा
कोटा जिले में 900 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से चल रहे 319 कार्यों की स्थिति पर चर्चा हुई। इनमें वर्ष 2024-25 की बजट घोषणाओं के अंतर्गत 204 कार्य शामिल हैं, जिनकी कुल लागत 312.70 करोड़ रुपये है। इन कार्यों में मिसिंग लिंक सड़कें, नॉन पेचेबल मरम्मत, नगरीय सड़कों का विकास, अटल पथ, CRIF और अन्य योजनाएं शामिल हैं। इनमें से 133 कार्य पूरे हो चुके हैं और बाकी कार्य दिसंबर 2025 तक पूरे करने का लक्ष्य है। इसके अतिरिक्त, वर्ष 2025-26 के लिए 73 नए कार्यों के लिए 308.95 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। इनमें भी अधिकांश कार्यों की निविदाएं जारी की जा चुकी हैं।
कोटा जिले की प्रमुख परियोजनाओं में कोटा-झालावाड़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर दरा घाटी में रेलवे आरयूबी, खैराबाद से गोयन्दा सड़क का चौड़ाईकरण, कनवास–देवली और कैथून–अडूसा सड़क निर्माण, कालीसिंध ढीपरी–बिनायका–इटावा–तालाब खातौली मार्ग, उम्मेदगंज से दाढ़देवी तक सीसी सड़क और मण्डावरा–सुल्तानपुर मार्ग शामिल हैं।
रोठेदा–सोगरिया मार्ग पर रेलवे फाटक पर आरओबी तथा गोठड़ा कला में 256.46 करोड़ रुपये की लागत से ब्रिज निर्माण जैसे कार्यों को वन्य जीव बोर्ड से स्वीकृति मिल चुकी है और इन्हें शीघ्र शुरू किया जाना है।
बून्दी जिले में 741.74 करोड़ रूपए के सड़क कार्य
बून्दी जिले में भी 741.74 करोड़ रुपये की लागत से 83 कार्यों की समीक्षा की गई। इनमें ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को जोड़ने वाली प्रमुख सड़कें और पुल शामिल हैं। इनमें NH-148D से बामनगांव–करवर तक MDR-410 का निर्माण, पेच की बावड़ी–पगारा मार्ग, गेण्डोली–झालीजी का बराना मार्ग, बंसी–देई–खजूरी–पीपरवाला मार्ग, धनावा–नैनवां मार्ग, और बूंदी शहर में फ्लाईओवर निर्माण शामिल हैं।
इसके अलावा SH-125 और MDR-340 का सदृढीकरण, मैंगली और कुरेल नदियों पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण और कई ग्रामीण सड़कों का दो-लेन में विस्तार जैसे कार्य भी शामिल हैं। बैठक में बताया गया कि कोटा और बून्दी जिलों के सभी कार्यों पर तेजी से काम किया जा रहा है।
कई परियोजनाओं की निविदा प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और कई पर निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। बिरला ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि इन परियोजनाओं को समय पर और गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए ताकि क्षेत्र के नागरिकों को बेहतर और सुरक्षित सड़क सुविधा उपलब्ध हो सके।

