
उत्सव से राष्ट्रप्रेम की ओर सांस्कृतिक कार्यक्रम में दिखे देश भक्ति और संस्कृति के रंग
कोटा। Mahesh Jayanti Mahotsav 2025: श्री माहेश्वरी समाज कोटा के तत्वावधान में आयोजित 7 दिवसीय महेश नवमी महोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। समाज की एकता व आपसी तालमेल को बढाने के लिए विभिन्न आयोजन किए जा रहे हैं।
मुख्य समन्वयक महेश चंंद अजमेरा ने बताया कि भारतवर्षीय माहेश्वरी महासभा (पश्चिमांचल) के उपसभापति राजेशकृष्ण बिरला के नेतृत्व में माहेश्वरी समाज की उत्पत्ति दिवस ‘महेश नवमी’ पर्व बुधवार को आयोजित होगा। समन्वयक संजय सोनी ने बताया कि पूर्व संध्या पर आयोजित रक्तदान शिविर में शिविर मे 51 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया।
सामूहिक महाअभिषेक: राजेश कृष्ण बिरला ने बताया कि महेश नवमी के अवसर पर भगवान शिव का महाअभिषेक विशेष आकर्षक का केन्द्र होता है। इस अवसर पर माहेश्वरी बंधु सपत्निक महाशिवाभिषेक झालावाड़ रोड स्थित माहेश्वरी भवन पर विधि विधान से प्रात: 7.15 बजे करेंगे। महाअभिषेक विद्वान पंडितों द्वारा विधिविधान से सम्पन्न होगा। समन्वयक राजेश जाजू ने बताया कि माहेश्वरी बंधु एकजुट होकर मंगलपाठ, शुद्धीकरण, स्वास्तिक पूजन, संकल्प, गणपति, देव व नवग्रह पूजन से महाअभिषेक प्रारंभ करेंगे। इसी के साथ शहर के विभिन्न मंदिरो में महाअभिषेक किया जाएगा।
शोभायात्रा: समन्वयक कृष्ण गोपाल जाखेटिया व प्रमोद कुमार भंडारी ने बताया कि महेश नवमी पर भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया जाएगा। शोभायात्रा सांय 5.15 बजे ग्लोबल पब्लिक स्कूल इन्द्राविहार से प्रारंभ होगी जो विभिन्न मार्गों से होते हुए माहेश्वरी पब्लिक स्कूल श्रीनाथपुरम पहुंचेगी। शोभायात्रा में महेश भगवान की झांकी आर्कषण का केन्द्र रहेगी। शोभायात्रा में माहेश्वरी समाज सहित अन्य समाज के लोगो द्वारा स्वागत एवं अल्पाहार व जलपान करवाया जाएगा। शोभायात्रा मार्ग में 51 स्वागत द्वार बनाए जाएंगे।

सांस्कृतिक संध्या का आयोजन: महेश नवमी महोत्सव 2025 के उपलक्ष्य में श्री माहेश्वरी समाज कोटा द्वारा आयोजित सांस्कृतिक संध्या “उत्सव से राष्ट्रप्रेम की ओर” का आयोजन मंगलवार को भव्यता के साथ माहेश्वरी पब्लिक स्कूल श्रीनाथपुरम परिसर में संपन्न हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य भारतीय लोक परंपराओं एवं राष्ट्रप्रेम को एक साथ मंच पर प्रस्तुत करना था।
समाज अध्यक्ष बिरला ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, यह आयोजन न केवल हमारी सांस्कृतिक जड़ों को मज़बूत करता है, बल्कि समाज को एक सकारात्मक, शिक्षाप्रद दिशा भी प्रदान करता है। उत्सव से राष्ट्रप्रेम का यह संदेश हर वर्ग के लिए प्रेरणादायक है। महिला मंडल की सक्रियता और रचनात्मकता समाज के लिए गर्व की बात है।
कार्यक्रम का आयोजन माहेश्वरी महिला मंडल कोटा द्वारा किया गया। अध्यक्ष प्रीति राठी और सचिव सरिता मोहता ने बताया कि इस सांस्कृतिक संध्या में राजस्थान की लोक सांस्कृतिक विरासत जैसे तीज, घूमर, गणगौर आदि की मोहक प्रस्तुतियाँ दी गईं। साथ ही, राष्ट्र की समकालीन समस्याओं जैसे महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक एकता जैसे विषयों पर आधारित प्रभावशाली नाटिकाओं का मंचन किया गया।
इन नाटिकाओं का निर्देशन आशा माहेश्वरी, मधु बाहेती और पल्लवी न्याति ने किया। जबकि कार्यक्रम समन्वय में अंजना शारदा और सुमन मर्चूनिया की प्रमुख भूमिका रही। उल्लेखनीय है कि इस संध्या में छह वर्ष से लेकर 74 वर्ष की उम्र तक की करीब 200 महिलाओं, युवतियों और बच्चों ने भाग लिया, जिनकी तैयारी बीते पंद्रह दिनों से निरंतर चल रही थी।
कार्यक्रम की एक अन्य विशेष प्रस्तुति “सिंदूर ऑपरेशन” रही, जिसे नवोदिता मंडल अध्यक्ष उत्कर्षा और सचिव वैशाली के नेतृत्व में मंचित किया गया। इस प्रस्तुति को दर्शकों ने भरपूर सराहा।कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को समाज अध्यक्ष राजेश बिरला द्वारा स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।
