नई दिल्ली। देश में रूसी वैक्सीन Sputnik V की पहली डोज दीपक सपरा को लगी है। दीपक डॉ रेड्डीज लैब में कस्टम फार्मा सर्विसेज के ग्लोबल हेड हैं। उन्हें हैदराबाद में वैक्सीन की पहली डोज दी गई।
स्पूतनिक V रूसी वैक्सीन है। इसका ज्यादातर उत्पादन भारत में होगा। इस साल वैक्सीन की 85 करोड़ डोज तैयार किए जाने की उम्मीद है। जल्द ही Sputnik V Lite काे भारत में लॉन्च किया जाएगा। रशियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड (RDIF) के सीईओ किरिल देमेत्रीव ने यह जानकारी दी। RDIF के ऊपर ही इस वैक्सीन की मार्केटिंग का जिम्मा है। यह देश में उपलब्ध होने वाली कोरोना की तीसरी वैक्सीन होगी। अभी देशवासियाें काे काेवैक्सीन और काेविशील्ड दी जा रही है।
स्पूतनिक V वैक्सीन के ट्रायल पर ‘द लैंसेट’ में एक रिपाेर्ट छपी है। इसके अनुसार, वैक्सीन के मामूली साइड इफेक्ट्स हैं। यह वैक्सीन 91.6 फीसदी कारगर है। इससे कोविड-19 के गंभीर इन्फेक्शन से पूरी सुरक्षा का दावा है। Sputnik V की दो डोज इंजेक्शन के जरिए 21 दिन के गैप पर लगाई जाती हैं। एक डोज 0.5 ml की होती है।
रूस से डेढ़ लाख डोज की पहली खेप 1 मई को भारत पहुंच चुकी थी। दूसरी खेप शुक्रवार (14 मई) को पहुंचनी है। नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल के अनुसार, यह वैक्सीन अगले हफ्ते से भारतीय बाजार में उपलब्ध हो सकती है।
डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज के अनुसार, आयातित वैक्सीन की एक डोज 948 रुपये+5% जीएसटी यानी कुल 995.40 रुपये की पड़ेगी। इसमें इंजेक्शन लगाने का खर्च शामिल नहीं है।

