ब्रेस्ट मिल्क में मौजूद प्रोटीन कैंसर के इलाज में कारगर, शोध रिपोर्ट

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नई दिल्ली। Breast milk can cure cancer: कैंसर को ठीक करने वाले तरीकों में बढ़ोतरी मिलती जा रही है। साइंस दिन ब दिन इसको असरदार बनाने में लगा हुआ है। अब एक नई उम्मीद और जागती दिखाई दे रही है। शोधकर्ताओं का मानना है कि ब्रेस्ट मिल्क से मिलने वाला प्रोटीन एक कैंसर के ट्रीटमेंट में काफी असरदार साबित हो सकता है।

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक नए क्लीनिकल ट्रायल में इंसानों के ब्रेस्ट मिल्क में मिलने वाले प्रोटीन की नकल पर अध्ययन किया गया। उच्च खुराक में इसे दिए जाने पर इलाज में काफी अच्छे रिजल्ट देखे गए। इस दवा को Alpha1H नाम दिया गया है।

क्या है Alpha1H?
यह ड्रग अल्फा-लैक्टलबुमिन को सिंथेसाइस करके बनाया गया है। अल्फा-लैक्टलबुमिन एक आम प्रोटीन है, जो इंसानों के ब्रेस्ट मिल्क में होता है। जो ओलिएक एसिड नाम के फैटी एसिड से बंधा होता है। इसे हैमलेट बायोफार्मा ने बनाया है, जिसकी प्रमुख स्वीडन के एक राज्य के विश्वविद्यालय की प्रोफेसर Catharina Svanborg हैं।

ब्लैडर कैंसर में मिले आशाजनक परिणाम
​इस स्टडी में ड्रग को ब्लैडर कैंसर के मामलों में असरदार देखा गया है। शोधकर्ताओं ने देखा कि इसने 88 प्रतिशत ब्लैडर कैंसर के शुरुआती स्टेज के ट्यूमर की सेल्स को नष्ट किया। इन मामलों में कंप्लीट या पार्टिशयल रिस्पॉन्स देखने को मिला।

कई कैंसर में हो सकता है असरदार
Svanborg ने कहा कि ब्रेस्ट मिल्क का यह प्रोटीन काफी दिलचस्प मॉलेक्यूल है। यह कई प्रकार की ट्यूमर सेल्स के खिलाफ काम कर सकता है। इसलिए हमें उम्मीद है कि भविष्य में यह दूसरे प्रकार के कैंसर के ट्रीटमेंट में भी मददगार हो सकता है।

नया रिजल्ट क्या है?
इस दवा को असरदार कुछ समय पहले अध्ययन में देखा जा चुका था। मगर अब शोधकर्ताओं ने इसकी सही डोज पता लगा ली है। उनका कहना है कि इसकी डोज बढ़ाकर इलाज के सफल होने की संभावना ज्यादा हो गई है।

बढ़ रहे हैं ब्लैडर कैंसर के मामले
इस कैंसर को ठीक करने के लिए तरीके पहले भी थे, मगर कुछ लोगों में यह असरदार नहीं दिखते, जिस वजह से नया इलाज खोजने की जरूरत महसूस हो रही थी। वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड के मुताबिक 2022 में दुनियाभर में 6,10,000 नए मामले मिले और 2,20,000 से ज्यादा मौतें देखी गई।