बेलगाम दाम बढ़ने से सलाद की प्लेट से प्याज गायब

0
386

नई दिल्ली। प्याज के आसमान छूते भावों ने सब्जियों का तड़का लगाना महंगा कर दिया है। सलाद की प्लेट से प्याज गायब हो गया है। पिछले एक महीने में प्याज की खुदरा कीमतें 40 से बढ़कर 46 रुपये हो गईं। दो महीने पहले बीस रुपये किलो के आस-पास बिकने वाला प्याज अब लगभग ढाई गुना महंगा हो चुका है। उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक 19 जनवरी को होलसेल में प्याज की औसत कीमत 3352.84 रुपये प्रति क्विंटल थी, वहीं 19 फरवरी को यह 3846.41 रुपये हो गई।

वहीं अगर नासिक स्थित एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी की बात करें तो लासलगांव एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट कमेटी में 20 फरवरी को प्याज अधिकतम 4200 रुपये प्रति क्विंटल के भाव पर बिका। एनसीआर में एक बार फिर सब्जी के दामों ने किचन का बजट बिगाड़ दिया है। दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदबाद और सोनीपत में प्याज समेत कई सब्जियां महंगी हो गई हैं।

बारिश के चलते प्याज की आवक प्रभावित हुई है जिससे इसके भाव चढ़े हैं। फुटकर रेट की बात करें तो 19 फरवरी को प्याज 50 रुपये प्रति किग्रा के भाव पर बिका, जबकि एक महीने पहले ही 19 जनवरी को प्याज 36 रुपये प्रति किग्रा के भाव पर बिक रहा था।

अगले महीने मार्च से प्याज में आएगी नरमी
मंडी में नए प्याज की आवक शुरु हो गई है, लेकिन अभी इसकी मात्रा बहुत कम है। जानकारों के मुताबिक अगले महीने मार्च से इसकी आवक पर्याप्त हो जाएगी और तब इसके भाव में नरमी की उम्मीद की जा सकती है। बता दें 19 फरवरी 2021 को प्याज के खुदरा भाव दिल्ली में 50 रुपये थे जबकि एक साल पहले 19 फरवरी 2020 को 40 रुपये और इसके भी एक साल पहले 19 फरवरी 2019 में प्याज के भाव 20 रुपये थे।