कोटा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के प्रयासों से जिले के किसानों को पर्याप्त उर्वरक उपलब्ध कराया जा रहा है। 29 और 30 अगस्त को नर्मदा बायो केम की यूरिया, कृभको की डीएपी और इफको की यूरिया की नई रैक पहुंचेगी।
इससे जिले को करीब 2600–2600 मैट्रिक टन अतिरिक्त यूरिया और डीएपी मिल सकेगा। वहीं चंबल फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स लिमिटेड, गढेपान, कोटा से प्रतिदिन 400 मैट्रिक टन यूरिया की आपूर्ति पहले से हो रही है।
कैंप कार्यालय की नियमित मॉनिटरिंग और कृषि विभाग के समन्वय से जिले में यूरिया और डीएपी की पर्याप्त उपलब्धता बनी हुई है। किसानों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो रही है और मांग के अनुरूप लगातार आपूर्ति की जा रही है। आने वाले दिनों में भी वितरण व्यवस्था सुचारू रूप से जारी रहेगी।
इस वर्ष धान और मक्का की बुवाई का क्षेत्रफल पिछले साल की तुलना में लगभग दोगुना है। बढ़ी हुई मांग के बावजूद फिलहाल जिले में लगभग 7014 मैट्रिक टन यूरिया उपलब्ध है। इसमें 1910 मैट्रिक टन सहकारी समितियों में और 5104 मैट्रिक टन निजी विक्रेताओं के पास है। इसके अलावा सरकारी और निजी संस्थाओं के पास कुल 4399 मैट्रिक टन डीएपी भी मौजूद है।
कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे निश्चिंत रहें और उचित मूल्य पर समय पर उर्वरक प्राप्त करें। साथ ही धान की खेती करने वाले किसानों को यूरिया के स्थान पर बहुउपयोगी और गुणकारी अमोनियम सल्फेट के उपयोग के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।

