हर बार मात खाकर भी भारत को फिर जंग के लिए उकसा रहा पाक, जानिए किसके दम पर

0
22

इस्लामाबाद। पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने अपनी पत्नी बेनजीर भुट्टो की पुण्यतिथि पर जमकर जहर उगला है। उन्होंने मई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पाकिस्तान को रोटी खाने वाली नसीहत पर भी टिप्पणी की। जरदारी ने मई में हुए भारत-पाकिस्तान संघर्ष का जिक्र करते हुए भारत को गीदड़ भभकी भी दी।

उन्होंने शेखी बघारते हुए कहा कि चार दिनों तक भारत की टांगें खड़ी नहीं हो सकी। जबकि, पूरी दुनिया ने देखा कि भारतीय मिसाइलों और ड्रोन ने पाकिस्तान को कैसे तबाह किया था। इस दौरान पाकिस्तान के 11 एयरबेस तबाह हुए, कम से कम 5 लड़ाकू विमान नष्ट हुए और 100 से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों की भी मौत हुई थी।

जरदारी ने कराची में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, “… मुझसे आकर कहा कि सर!जंग शुरू हो गई है। वैसे तो मैंने उसको चार दिन पहले बोला था कि जंग होने वाली है। मगर उसने मुझे आकर कहा कि सर, वो बंकर में चलें। मैने कहा कि शहादत आनी है तो यहीं आएगी। बंकरों में नहीं मरते लीडर, मैदानों में मरते। यहां नहीं मरते, बंकरों में बैठ के। फौज ने आंखों में आंखें डाल के, हमारी सरकार की देखरेख में भारत को ऐसा मुंहतोड़ जवाब दिया कि उनको पता पड़ गया कि ये … नहीं हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “मोदी को पता पड़ गया कि ये सब वर्कर (पीपीपी कार्यकर्ता) जंग के मैदान के लिए खुद तैयार हैं। हम खुद हथियार लेकर लड़ने के लिए तैयार हैं। हम अपनी जानों की कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं। इस मुल्क को बचाने के लिए तैयार हैं।

ये भूल जाओ कि “रोटी होगी-गोली होगी। रोटी होगी गोली होगी”। हम गोलियां मारेंगे, तुम क्या गोली मारोगे। तुमने देखा कि चार दिन तुम्हारी टांगें खड़ी नहीं हो सकीं। चार दिन तुम जंग नहीं कर सके। इतनी बड़ी इकॉनमी, 10 गुना हमसे बड़ा मुल्क अपने को कहलाते हो। मगर वो दिल-गुर्दा कहां से लाओगे।”

जरदारी ने कहा, “हम जंग के शौकीन नहीं हैं। हम किसी मुल्क से लड़ना नहीं चाहते। मगर कोई हमारी गिरेबान में हाथ डालेगा, तो हम उसको धोबी पछाड़ मारेंगे, जिस तरह हमने इंडिया को मारा था। अब इनको भी मारेंगे। जो भी हमारी धरती की तरफ नासूर आंखों से देखेगा, तो हमारा ऐसा चीफ बैठा है, जो उनको चने चबा देगा।

पाकिस्तान की आर्मी उनको चने चबा देगी और एयरफोर्स चने चबा देगी। हमारी नेवी चबा देगी। ये सब बीबी साहिबा (बेनजीर भुट्टो) और हमने पहले से बंदोबस्त करके रखे हैं। भुट्टो साहब (जुल्फिकार अली भुट्टो) से लेके आजतक हम इसकी तैयारी करके बैठे हैं कि हो सकता है कि कभी हमारी जरूरत पड़ जाए।”