ऊर्जा मंत्री नागर ने पीडब्ल्यूडी और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की बैठक ली
कोटा। ऊर्जा मंत्रीहीरालाल नागर ने शनिवार को इन्द्रविहार स्थित आवास पर पीडब्ल्यूडी और जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान ऊर्जा मंत्री ने सिमलिया, सांगोद, दीगोद, कनवास, विनोद खुर्द में जल भराव वाले क्षेत्रों में नाला एवं डायवर्जन चैनल निर्माण की बजट घोषणा के कार्यों की प्रगति रिपोर्ट ली।
वहीं विधायक कोष, नरेगा के कार्यों की भी समीक्षा की। ऊर्जा मंत्री ने जिला कलेक्टर से फोन पर बात कर ड्रेनेज सिस्टम, नाला सफाई, जल निकासी आदि को लेकर प्रोजेक्ट बनाने के निर्देश दिए। साथ ही, दीगोद क्षैत्र के निमोदा आदि गांवों में इरिगेशन, पीडब्ल्यूडी, सीएडी का जॉइंट सर्वे कराने के लिए भी कहा।
ऊर्जा मंत्री श्री नागर ने अधिकारियों से कहा कि जल भराव वाले स्थानों को अभी से चिन्हित कर भविष्य में जल भराव ना हो यह सुनिश्चित किया जाए। तालाब, नाला, सड़क आदि के निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए। सभी कार्यों की अधिकारी मॉनिटरिंग करें। उन्होंने बरसात के दिनों में उखड़ी हुई सड़कों के तुरंत दुरुस्तीकरण कर तत्काल राहत देने की बात भी कही।
उन्होंने कहा कि पूर्व में लोकसभा स्पीकर श्री ओम बिरला ने भी शमसान को लेकर निर्देश दिए थे। हर गांव में शमशान तक अप्रोच सड़क निर्माण कराया जाए। शमसान को आबादी में मानकर ही कार्य कराए जाएं। श्रीनागर ने कहा कि गांव में कीचड़ का स्थाई समाधान होना चाहिए। वहीं सड़कों की चौड़ाई भी पर्याप्त हो, इसका ध्यान रखें।
सड़कों के किनारों पर जो बंबूल और झाड़ झंकार उगते हैं, उन्हें समय पर हटाया जाए। जल भराव के स्थान पर ड्रेनेज सिस्टम पर्याप्त हो और उनकी सफाई की भी पूर्ण व्यवस्था होनी चाहिए। नहरी पानी सड़कों को खराब ना करें इसको ध्यान में रखा जाना चाहिए।
श्री नागर ने कहा कि जिन डायवर्सन चैनल और नाला निर्माण की स्वीकृतियां हो चुकी हैं। उनकी टेंडर प्रक्रिया पूरी कर शीघ्रता से कार्यों को धरातल उतारा जाए। ज्यादा खराब सड़कों को तुरंत ठीक कराया जाए। पुरानी स्वीकृतियों की क्रियान्विति शीघ्र हो। उन्होंने कहा कि इस बार जहां जल भराव है। वहां आगे की प्लानिंग सभी से बात करके की जाएगी। ताकि किसानों के खेतों में भरने वाले पानी से हुए नुकसान से बचा जा सके।
इस अवसर पर सांगोद प्रधान जयवीर सिंह अमृतकुआं, पीडब्ल्यूडी के एसई जगदीश प्रसाद गुप्ता, जल संसाधन विभाग के एसई एके जेमिनी, एक्सईएन अनिल मीणा, एक्सईएन सांगोद दिनेश कुमार धाकड़, एक्सईएन सुल्तानपुर अंकित बिंदल, एईएन सुनील पारेता, पवन भगत, दीपक दाधीच, नरेंद्र राठौर, प्रतिमा सोलंकी, जितेंद्र अग्रवाल, जेईएन इंदर कुमार गुर्जर, दीपक बेरवा, गोविंद व्यास, शुभम गर्ग, शिवकुमार नागर समेत विभिन्न अभियंता मौजूद रहे।

