कोटा। बच्चों में मोबाइल फोन के अत्यधिक उपयोग और इसके कारण होने वाले मानसिक व शारीरिक प्रभावों को लेकर अभिभावकों को जागरूक करने के उद्देश्य से एक शॉर्ट फिल्म का निर्माण चंद्रभागा फिल्म्स के बैनर तले किया जा रहा है।
फिल्म के निर्देशक वकार अहमद ग़ौरी और निर्माता डॉ. महेन्द्र माहेश्वरी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह फिल्म बच्चों और उनके माता-पिता को स्क्रीन टाइम के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से बनाई जा रही है।
फिल्म में स्थानीय कलाकारों को प्राथमिकता दी गई है। प्रमुख भूमिकाओं में सौरभ, सिम्मी कश्यप और बाल कलाकार इंशा गौरी नजर आएंगे। कहानी लेखक डॉ महेंद्र माहेश्वरी हैं। जबकि छायांकन की जिम्मेदारी संजय वर्मा निभा रहे हैं।
फिल्म में कुछ प्रतिष्ठित चिकित्सकों की विशेषज्ञ राय को भी शामिल किया गया है। ताकि इसका प्रभाव और अधिक प्रामाणिक हो सके।निर्देशक वकार अहमद ने बताया कि यह कहानी एक सामान्य शहरी परिवार की पृष्ठभूमि पर आधारित है। जहां माता-पिता की व्यस्तता के कारण बच्चा मोबाइल में उलझता चला जाता है। कहानी में यह दिखाया गया है कि किस तरह एक अभिभावक की जागरूकता और समझदारी समय रहते बच्चे की जीवनशैली में बदलाव ला सकती है।
वहीं, निर्माता संजय गोयल और डॉ. महेन्द्र माहेश्वरी ने बताया कि फिल्म के माध्यम से यह संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है कि डिजिटल डिवाइसेज से पूरी तरह दूरी बनाना व्यावहारिक नहीं है, लेकिन समय और मर्यादा में रहकर उनका उपयोग करना अत्यंत आवश्यक है। फिल्म अभिभावकों को यह सोचने पर मजबूर करेगी कि कहीं वे अनजाने में बच्चों को डिजिटल दुनिया की लत तो नहीं लगा रहे।
संजय गोयल ने बताया कि फिल्म का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। जल्द ही इसे विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर रिलीज किया जाएगा। फिल्म न केवल मनोरंजक होगी, बल्कि सामाजिक रूप से भी एक सार्थक पहल मानी जाएगी।

