नई दिल्ली। सोने की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी के बीच आरबीआई ने नए साल की शुरुआत यानी जनवरी में फिर से सोना खरीदा। इससे पहले बीते साल दिसंबर में लगातार 11 महीने की खरीद के बाद केंद्रीय बैंक ने खरीदारी से परहेज किया था।
फिलहाल आरबीआई के कुल विदेशी मुद्रा भंडार (फॉरेक्स रिजर्व) में गोल्ड की हिस्सेदारी बढ़कर 11 फीसदी के पार (11.31 फीसदी) पहुंच गई है। एक साल पहले यह हिस्सेदारी 7.7 फीसदी थी। इसी अवधि के दौरान देश के कुल फॉरेक्स रिजर्व में फॉरेन करेंसी एसेट (FCAs) की हिस्सेदारी 88.5 फीसदी से घटकर 85.2 फीसदी पर आ गई ।
केंद्रीय बैंक के ताजा आंकड़ों के अनुसार नए साल की शुरुआत में उसकी तरफ से 2.8 टन सोने की खरीद की गई। जनवरी 2025 के अंत में देश का गोल्ड रिजर्व बढ़कर 879.01 टन पर पहुंच गया। पिछले साल के मुकाबले यह 8 फीसदी ज्यादा है। 2 फरवरी 2024 को देश का गोल्ड रिजर्व 812.33 टन था।
| अवधि | गोल्ड रिजर्व (टन) | गोल्ड रिजर्व (अरब डॉलर ) |
| 2 फरवरी 2024 | 812.33 टन | 48.09 |
| 27 दिसंबर 2024 | 876.18 टन | 66.27 |
| 3 जनवरी 2025 | 876.18 टन | 67.09 |
| 10 जनवरी 2025 | 877.14 टन | 67.88 |
| 17 जनवरी 2025 | 877.14 टन | 68.94 |
| 24 जनवरी 2025 | 877.14 टन | 69.65 |
| 31 जनवरी 2025 | 879.01 टन | 70.89 |
जानकारों के अनुसार बदलते जियो-पॉलिटिकल परिदृश्य के मद्देनजर भारत जैसे विकासशील देश अपने गोल्ड रिजर्व में लगातार इजाफा कर रहे हैं। फॉरेक्स रिजर्व में गोल्ड की हिस्सेदारी में लगातार बढ़ोतरी फॉरेक्स रिजर्व को डायवर्सिफाई करने की रणनीति का भी हिस्सा है। विदेशी निवेशकों की बिकवाली और रुपये में गिरावट के बीच फॉरेक्स रिजर्व में गोल्ड की हिस्सेदारी का बढ़ना महत्वपूर्ण है।
इससे पहले रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने लगातार सातवें साल 2024 में अपने गोल्ड रिजर्व में इजाफा किया। बीते साल आरबीआई की तरफ से 72.6 टन गोल्ड की खरीदारी की गई। सालाना आधार पर देखें तो 2001 के बाद यह केंद्रीय बैंक की तरफ से सोने की तीसरी सबसे बड़ी खरीद है। इससे ज्यादा खरीदारी 2021 और 2009 में देखने को मिली थी। आरबीआई ने 2021 में 77 टन जबकि 2009 में 200 टन सोना खरीदा था।
| कैलेंडर ईयर | सोने की खरीद (टन) |
| 2024 | 72.6 |
| 2023 | 16 |
| 2022 | 33 |
| 2021 | 77 |
| 2020 | 38 |
| 2019 | 32.7 |
| 2018 | 40.5 |
(स्रोत: आरबीआई)

