पुण्य संचय, तपशक्ति व आत्मकल्याण का अवसर है चातुर्मास: प्रज्ञा सागर महाराज

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कोटा। जैसे वर्षा ऋतु के पूर्ण होने पर कृषक को फसल रूपी परिणाम प्राप्त होता है, वैसे ही संतों के लिए वर्षायोग (चातुर्मास) साधना का काल होता है। यह समय पुण्य संचय, तपशक्ति व आत्मकल्याण का श्रेष्ठ अवसर होता है।

आचार्य प्रज्ञासागर महाराज ने गुरुधाम फाटाखेड़ा में प्रवचन में कहा कि जीवन के दुखों, भय व भ्रम को दूर करने के लिए तप-साधना आवश्यक है। उन्होंने वर्षायोग को आत्मशुद्धि का माध्यम बताते हुए सभी समाजजनों से दोनों चातुर्मासों (आचार्य संघ एवं आर्यिका संघ) को सामूहिक समर्पण एवं श्रद्धा से स्वीकार कर, किसी प्रकार की प्रतिस्पर्धा से दूर रहते हुए पूर्ण सहयोग देने का आह्वान किया।

धार्मिक एवं शैक्षणिक नगरी कोटा को वर्ष 2025 में एक अनमोल धार्मिक सौभाग्य प्राप्त हुआ है। पुष्पगिरी प्रणेता आचार्यश्री 108 पुष्पदंतसागर जी महामुनिराज के सुशिष्य, तपोभूमि प्रणेता आचार्यश्री 108 श्री प्रज्ञासागर जी महाराज ससंघ का अमृतमय पावन चातुर्मास कोटा में संपन्न होगा।

इस वर्ष कोटा में आचार्य संघ और आर्यका संघ मिलाकर कुल 22 संतों का चातुर्मास हो रहा है। गुरुदेव ने समाज जनों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि जिन शासन की महिमा और धर्म प्रभावना कोटा में होनी चाहिए। सभी समाज जनों ने एकमत होकर दोनों चातुर्मास को भाव से भव्य बनाने का संकल्प लिया।

कलशो का निर्धारण
चातुर्मास को भव्य बनाने के लिए गुरूआस्था परिवार एवं सकल जैन समाज द्वारा मीटिंग का आयोजन किया गया। मीटिंग में मंगलाचरण अंकित जैन द्वारा किया गया। मीटिंग की अध्यक्षता आदरणीय राजमल पाटोदी ने की। सकल दिगम्बर जैन समाज समिति के अध्यक्ष प्रकाश बज, महामंत्री पदम बडला, संरक्षक विमल नान्ता एवं विनोद टोरडी के साथ यतीश खेड़ा, लोकेश सीसवाली, नवीन जैन रानपुर एवं निशा वेद आदि वक्ताओं ने अपने विचार रखे और चातुर्मास को भव्य बनाने में अपने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।

अमृतमय चातुर्मास में कुल 11 कलशों की स्थापना होगी, जिसमें तीन मुख्य कलश बोलियों द्वारा और 08 विभिन्न कलश पूर्व निर्धारित राशि में स्थापित किए जाएंगे। जिनेंद्र प्रभु की कृपा और आचार्यश्री के आशीर्वाद से मीटिंग के दौरान ही निर्धारित राशि वाले सभी 8 कलशों के पुण्यार्जक निश्चित हो गए।

लगभग 400 से अधिक समाजबंधुओं की उपस्थिति में आगामी चातुर्मास को भव्यतिभव्य बनाने पर विस्तृत चर्चा की गई।कोटा में सकल समाज के पदाधिकारियों ने वर्षायोग में बन रहे पाण्डाल का जायजा भी लिया। सकल समाज के अध्यक्ष प्रकाश बज सहित गुरू आस्था परिवार व सकल समाज के पदाधिकारी अवलोकन में मौजूद रहे।