पारीक रथयात्रा: भगवान जगन्नाथ बहन सुभद्रा भाई बलदेव के साथ निकले नगर भ्रमण को

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कोटा। पारीक पंचायत के तत्वावधान में भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलराम की भव्य रथयात्रा भक्ति भाव के साथ निकाली गई। प्रवक्ता राहुल पारीक ने बताया कि शहर के मुख्य मार्गों से निकली इस शोभायात्रा में श्रद्धा, समर्पण और सांस्कृतिक समरसता के रंग नजर आए।

जयकारों से गूंजते वातावरण में रथ को खींचते हुए श्रद्धालु भावविभोर दिखे। यात्रा में पारंपरिक वेशभूषा में सजी भक्तों की टोलियों, भजन मंडलियों और झांकियों ने नगरवासियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर शतायु घासी लाल पारीक को पंचायत द्वारा सम्मनित किया गया। संरक्षक के के पारीक का सानिध्य प्राप्त हुआ।

भक्तों का उत्साह देखते ही बनता था। विनोद पारीक ने बताया कि हजारों श्रद्धालु रथ खींचते हुए यात्रा में सम्मिलित हुए। महिलाएं मंगल गीत गाती रहीं और रास्तेभर भजन-कीर्तन की ध्वनि गूंजती रही। कार्यक्रम के अंत में मंदिर परिसर में महाआरती का आयोजन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।

विधायक संदीप शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने रथयात्रा को भारतीय संस्कृति और सामुदायिक एकता का प्रतीक बताया। शर्मा ने कहा कि “यह उत्सव न केवल धार्मिक आस्था का उत्सव है, बल्कि सामाजिक समरसता और एकजुटता का अद्भुत उदाहरण भी है। समाज को ऐसी परंपराओं के संरक्षण व संवर्धन हेतु आगे आना चाहिए।”

रथयात्रा मार्ग व प्रमुख आकर्षण
अध्यक्ष रासबिहारी पारीक ने बताया कि यह यात्रा श्रीपुरा स्थित जगदीश मंदिर से सायं 6 बजे प्रारंभ होकर, मोखापाड़ा, कैथूनीपोल थाना, फर्नीचर मार्केट, लाल बुर्ज, गांधीजी की पुल, सुभाष सर्किल, टिप्पन चौकी होते हुए पुनः मंदिर परिसर में सम्पन्न हुई। शोभायात्रा में घोड़े, ऊंटगाड़ियां, बग्गियों पर विराजमान भगवानों की झांकियां, पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन, बैंड और वेदपाठी बटुक यात्रा को अलौकिक बना रहे थे।