नई दिल्ली/इस्लामाबाद। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को आपत्तिजनक हालत में दिखाया गया है। इसे लेकर पूरे पाकिस्तान में हंगामा मच गया है।
कहा जा रहा है कि पाकिस्तान में यह वीडियो सामने आने के बाद से शहबाज शरीफ से इस्तीफा मांगा जा रहा है। सोशल मीडिया पर इसे लेकर भिड़ंत हो रही है। जानते हैं पूरी बात और इस वीडियो की असली हकीकत।
सोशल मीडिया एक्स पर Baba Banaras™ नाम के एक हैंडल से वीडियो पोस्ट किया गया है। वीडियो के साथ पोस्ट में लिखा गया है- ब्रेकिंग: पाकिस्तान के मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का एक पुराना अंतरंग वीडियो वायरल होने के बाद पाकिस्तानी राजनीति में हलचल मच गई है। अमेरिका की यात्रा और लंदन में प्रॉपर्टी डील करने के बाद लौटे शहबाज शरीफ के इस्तीफे की मांग हो रही है।
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ और फौज के प्रमुख असीम मुनीर हाल ही में वॉशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के बाद इस्लामाबाद लौटे हैं। कहा जा रहा है कि दोनों ने अमेरिका के साथ बलूचिस्तान के रेयर अर्थ मिनरल्स के भंडार की गुपचुप डील की है। इसे लेकर पूरे बलूचिस्तान में पाकिस्तान का विरोध हो रहा है और शरीफ-मुनीर के पुतले जलाए जा रहे हैं।
शहबाज शरीफ के इस अंतरंग वीडियो को देखकर कुछ यूजर्स कह रहे हैं कि ये एकदम सही है। वहीं, ज्यादातर का कहना है कि यह फर्जी वीडियो है। कुछ ने कहा कि पाकिस्तान का पीएम ही ऐसा है। वहीं कुछ ने कहा कि इसमें कोई दम नहीं है, यह एडिटेड है।
जब सोशल मीडिया एक्स पर इस वीडियो के बारे में @grok से सवाल पूछा गया और इसका फैक्ट चेक करने की बात कही तो उसने बताया कि वीडियो को ओवरले, संगीत और प्रभावों के साथ एडिट किया गया लगता है। इससे वीडियो में छेड़छाड़ का संकेत मिलता है।
किसी भी विश्वसनीय समाचार स्रोत (जैसे, डॉन, बीबीसी) ने 6 अक्टूबर, 2025 तक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के किसी प्रामाणिक अंतरंग वीडियो के वायरल होने या इस्तीफे की मांग को लेकर कोई जानकारी नहीं दी है। संभवतः यह मिसइन्फॉर्मेशन है।
शहबाज शरीफ और मुनीर हैं लोगों के निशाने पर
बलूचिस्तान के पासनी पोर्ट को अमेरिका को दिए जाने की भी खबरें हैं। शहबाज शरीफ और असीम मुनीर ने ट्रंप से मुलाकात के दौरान यह डील की थी। फाइनेंशियल टाइम्स के यह खबर छापते ही हंगामा मच गया। पूरे बलूचिस्तान में इसका विरोध होना शुरू हो गया है। अमेरिका इस पोर्ट को बनाएगा और बदले में उसे यहां के रेयर अर्थ की पाकिस्तान अमेरिका को सप्लाई करेगा। पाकिस्तान से आजादी की जंग लड़ रहा बलूचिस्तान इसी वजह से इस गुप्त डील का विरोध कर रहा है।

