कोटा। पश्चिम मध्य रेलवे महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय द्वारा रामगंज मंडी- भोपाल नई रेल लाइन परियोजना का संबंधित अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया गया।
गौरतलब है कि 276 किलोमीटर लंबी रामगंज मंडी- भोपाल नई रेल परियोजना की कुल लागत ₹3,035 करोड़ है। इस परियोजना में कोटा से नरसिंहपुर तक 165 किलोमीटर का क्षेत्र कोटा मंडल के अंतर्गत आता है, जबकि शेष खंड भोपाल मंडल में आता है।
महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय ने भोपाल-रामगंज मंडी नई रेल परियोजना के अंतर्गत नवनिर्मित राजगढ़ स्टेशन का विधिवत निरीक्षण किया। राजगढ़ स्टेशन एनएसजी-5 के तहत रामगंजमंडी-व्यावरा खंड का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है इस स्टेशन यार्ड में 4 लाइन है। जो यात्री एवं गुड्स ट्रेनों को परिचालन के अनुरूप निर्मित किया गया है।
जीएम ने निरीक्षण दौरे के दौरान राजगढ़ स्टेशन पर वृक्षारोपण भी किया इस स्टेशन परिसर में सौंदर्यीकृत गार्डन विकसित किया गया है। इस नई रेल लाइन के राजगढ़-व्यावरा के बीच सबसे बड़े नेवज ब्रिज का महाप्रबंधक द्वारा निरीक्षण किया। यह ब्रिज 1200 मीटर लम्बा तथा 26-41 मीटर ऊँचा है। जीएम ने स्टेशन बिल्डिंग एवं नेवज ब्रिज के सभी तकनीकी पहलुओं का विधिवत निरीक्षण किया।
रामगजमंडी-भोपाल नई रेल लाईन पर 26 स्टेशन
रामगजमंडी-भोपाल नई रेल लाईन परियोजना के तहत कुल 26 स्टेशन आते हैं जिनमे रामगजमंडी, जुल्मी, झालावाड, झालारापाटन, जूनाखेडा, अमेठा, अकलेरा, पचोला, घाटोली, नयागॉव, भोजपुर, देवपुरा, खिलचीपुर, राजगढ, नरसिंहपुर, व्यावरा, पीपलखेड़ा, सोनकच्छ, नरसिहगढ, जमुनियागणे, कुरावर, श्यामपुर, दुराहा, जरखेड़ा, मुगलियाहाट एवं संत हिरदाराम नगर शामिल है।

