नई दिल्ली। बड़ी इलायची की कीमतों में 40/50 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है। हालाँकि, यह बढ़ोतरी माँग के कारण नहीं, बल्कि नेपाल में बिगड़ते राजनीतिक हालात के कारण हुई है। सूत्रों का कहना है कि सीमाओं पर सतर्कता के कारण नेपाल से बड़ी इलायची का आयात बंद हो गया है। जिसके कारण स्टॉकिस्ट ज़्यादा दाम लगाने लगे हैं।
लेकिन नेपाल में हालात सामान्य होने के बाद कीमतों में गिरावट आने की उम्मीद है। क्योंकि चालू सीजन में देश ही नहीं, बल्कि नेपाल में भी पिछले साल के मुकाबले बड़ी इलायची का उत्पादन ज़्यादा होने की खबर है।
फिलहाल, उत्पादक केंद्रों की मंडियों के साथ-साथ खपत केंद्रों पर भी नए माल की आवक शुरू हो गई है। देश में सिक्किम, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश में बड़ी इलायची का उत्पादन होता है। इसके अलावा, नेपाल में भी बड़ी इलायची का उत्पादन होता है। नेपाल में खपत कम होने के कारण ज़्यादातर माल भारतीय बाजारों में ही खप जाता है।
चालू सप्ताह के दौरान बड़ी इलायची की कीमतों में 40/50 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है। फिलहाल दिल्ली के बाजारों में कीमतें बढ़कर 1500/1510 रुपये प्रति किलो हो गई हैं। जो एक हफ्ते पहले 1460/1470 रुपये किलो बोली जा रही थीं। एक महीने पहले कीमतें 1530/1540 रुपये किलो चल रही थीं।
उत्पादन केंद्रों पर नए माल की आवक के साथ ही कीमतों में गिरावट शुरू हो गई और पिछले कुछ दिनों में दिल्ली के बाजारों में कीमतें घटकर 1450/1460 रुपये किलो रह गई हैं। सूत्रों का कहना है कि फिलहाल बाजार में मजबूती बनी रहेगी।
लेकिन आने वाले दिनों में आयात शुरू होने के साथ ही देश के बाजारों में नई बड़ी इलायची की आवक भी बढ़ने लगेगी। जिससे कीमतों में फिर से गिरावट आएगी। व्यापारिक सूत्रों का मानना है कि मौजूदा हालात को देखते हुए उम्मीद जताई जा रही है कि आवक के दबाव के समय बड़ी इलायची की कीमत 1400/1425 रुपये किलो हो सकती है।
आयात लागत में बढ़ोतरी
पिछले दो सालों से कम उत्पादन के कारण नेपाल में बड़ी इलायची के दाम ऊंचे थे। जिससे आयात भी कम हो रहा था। प्राप्त जानकारी के अनुसार, वर्ष 2022-23 में 9403 टन बड़ी इलायची का आयात किया गया। आयातित बड़ी इलायची पर 488.40 करोड़ रुपये खर्च किए गए।
जबकि वर्ष 2023-24 के दौरान 518.18 करोड़ रुपये खर्च करके 6534 टन बड़ी इलायची का आयात किया गया। वर्ष 2024-25 में केवल 4957 टन बड़ी इलायची का आयात किया गया और आयात लागत बढ़कर 578.92 करोड़ रुपये हो गई है। सूत्रों का मानना है कि चालू सीजन में बड़ी इलायची के आयात में वृद्धि होने की संभावना है।
निर्यात में 7 प्रतिशत की गिरावट
चालू सीजन में देश ही नहीं, विदेशों में भी बड़ी इलायची का उत्पादन अधिक होने के कारण, अप्रैल-जून-2025 के पहले तीन महीनों के दौरान निर्यात में 7 प्रतिशत की गिरावट आई है जबकि आय में 3 प्रतिशत की कमी आई है। मसाला बोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-जून-2025 के दौरान बड़ी इलायची का निर्यात 322.97 टन हुआ और 52.6 करोड़ रुपये की आय प्राप्त हुई।
जबकि पिछले वर्ष अप्रैल-जून-2024 के दौरान बड़ी इलायची का निर्यात 346.98 टन हुआ और 54.16 करोड़ रुपये की आय प्राप्त हुई। वर्ष 2024-25 (अप्रैल-मार्च) के दौरान बड़ी इलायची का निर्यात 1368.34 टन हुआ और निर्यातक से प्राप्त आय 229.44 करोड़ रुपये रही। वर्ष 2023-24 में निर्यात 1280.82 टन हुआ और आय 148.15 करोड़ रुपये रही।

