दूसरे देशों पर निर्भरता हमारी एकमात्र दुश्मन, आत्मनिर्भरता से ही निकल सकता है हल
भावनगर। गुजरात के भावनगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘समुद्र से समृद्धि’ कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने आत्मनिर्भर भारत पर खास जोर दिया। इस दौरान उन्होंने ये भी बताया कि भारत का असली दुश्मन कौन है। इसी के साथ उन्होंने मिलकर इस दुश्मन को हराने की बात भी कही। पीएम मोदी ने कहा, भारत आज विश्वबंधु की भावना से आगे बढ़ रहा है। दुनिया में हमारा कोई बड़ा दुश्मन नहीं है।
उन्होंने आगे कहा, सच्चे अर्थ में अगर हमारा कोई दुश्मन है तो वो है दूसरे देशों पर हमारी निर्भरता। यही हमारा सबसे बड़ा दुश्मन है और हमें मिलकर भारत के इस दुश्मन को हराना ही होगा। पीएम मोदी ने कहा, जितनी ज्यादा विदेशी निर्भरता का मतलब है उतनी ज्यादा देश की विफलता। विश्व में शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाले देश को आत्मनिर्भर बनना ही होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, भारत में सामर्थ्य की कोई कमी नहीं है, लेकिन आजादी के बाद कांग्रेस ने भारत के हर सामर्थ्य को नजरअंदाज किया, इसलिए आजादी के 6-7 दशकों बाद भी भारत वो सफलता हासिल नहीं कर पाया, जिसके हम हकदार थे। इसके दो बड़े कारण रहे- लंबे समय तक कांग्रेस सरकार ने देश को लाइसेंस कोटा राज में उलझाए रखा। दुनिया के बाजार से अलग-थलग रखा। कांग्रेस सरकार की नीतियों ने देश के नौजवानों का बहुत नुकसान किया।
पीएम मोदी ने जोर देते हुए कहा कि अगर 2047 तक हमें विकसित होना है तो भारत को आत्मनिर्भर होना ही होगा। इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है। 140 करोड़ देशवासियों का एक ही संकल्प होना चाहिए- Chip हो या Ship। हमें भारत में ही बनाने होंगे। इसी सोच के साथ आज भारत समुद्री क्षेत्र भी नेक्स्ट जेनरेशन रिफॉर्म करने जा रहा है। देश के समुद्री क्षेत्र को मजबूती देने के लिए एक बहुत ऐतिहासिक निर्णय हुआ है। अब सरकार ने बड़े जहाजों को इंफ्रास्ट्रक्चर के रूप में मान्यता दे दी है।

