देशभर में उर्जा उत्पादन में सिरमोर बनेगा राजस्थान: ऊर्जा मंत्री नागर

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तीन दिवसीय हरित भारत एक्सपो का सफलतापूर्वक समापन

कोटा। एमएसएमई मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से तीन दिवसीय हरित भारत एक्सपो का रविवार को सफलतापूर्ण समापन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उर्जा मंत्री हीरालाल नागर थे। इस आयोजन को हीरालाल नागर ने राजस्थान के लिए महत्वपूर्ण और प्रदेश को आगे जे जाने वाला बताया।

इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि हमारा देश तेजी से आगे बढ़ रहा है, आने वाले समय में हमे एनर्जी की आवश्यकता होगी। 2030 तक माना जा रहा है की डिमांड दुगुनी हो जाएगी। उसकी पूर्ति के लिए हमे ग्रीन एनर्जी की ओर बढ़ना पडेगा, जिसकी अपार संभावना राजस्थान में है। चाहे वह सोलर से हो, चाहे विंड से हो, हमारे पास सोर उर्जा सरप्लस है। हम अब तेजी से बेटरी स्टोरेज की ओर बढ़ रहे हैं। दिन में हमारी सोलर की जो उर्जा बनेगी, लाइट बनेगी उसे हम पीक हावर्स में बेटरी स्टोरज कर रात्रि के समय देंगे।

नागर ने कहा कि राजस्थान में पूरे देश में सबसे ज्यादा बडी मात्रा में बेटरी स्टोरेज के टेंडर दिए हैं। विभाग ने दो हजार मेगावाट के टेंडर हो चुके हैं। 2 हजार के निकाल दिए और आने वाले समय में 2 हजार मेगावाट के टेंडर और किए जाएंगे। केन्द्र सरकार से हमे 6 हजार मेगावाट बेटरी स्टोरेज के टेंडर के लिए सहयोग मिला है। पिछली बार जो टेंडर किए थे, उसमें सबसे कम रेट राजस्थान में आई है। राजस्थान अब हरित राजस्थान की और बढ़ रहा है।

उर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि हमने जमीन की नीति बनाई है, हमने कई सुधार किए हैं। जमीन आवंटन की बजाय, हम जमीन आरक्षित करेंगे। जब वह उत्पादन करेंगें तो जमीन हेंडओवर की जाएगी। जमीन रिजर्व कराएंगे तो उन्हें आसानी होगी। आने वाले 2030 तक 500 गीगावाट का लक्ष्य प्रधानमंत्री ने दिया है, जिसमें 225 गीगावाट राजस्थान करेगा। उन्होंने कहा कि जिन्हें निशुल्क बिजली दी जा रही है, बजट में घोषणा के मुताबिक 150 यूनिट देंगे। हम इन्हें एक किलोवाट का सोलर लगाए जाने पर प्रेरित कर रहे हैं।

3 किलो वाट तक 95 हजार तक की सब्सिडी दे रहे हैं। जो छत पर नहीं लगा सकता हमारा विभाग जीएसएस के पास सोलर लगाकर उनके घर तक बिजली पहुंचाने का काम करेगा। 10 हजार करोड का लोन लेकर चार साल में चुकाएंगे और 25 साल तक बिजली निशुल्क मिलती रहेगी। राजस्थान का रिवेन्यू नहीं जाएगा और हर घर सोलर लगाएंगे। हरित राजस्थान बनाने का काम अब तेज हो गया है।

नागर ने कहा कि 12 हजार मेगावाट के प्लांट लगाने की हमने प्रक्रिया शुरू कर दी है। 4500 मेगावाट के प्लांट लगा दिए और इतने ही और लगाने की प्रक्रिया चल रही है। राजस्थान उर्जा के उत्पादन में सिरमोर बनेगा। राजस्थान अपनी आवश्यकता की पूर्ती के साथ पूरे देशभर में बिजली देने का काम करेगा। राजस्थान में 400 गीगावाट बिजली बनाने की संभावना है, जो देश में कहीं नहीं है। हमारे पास सोलर की सम्पदा है, सूर्यदेव की कृपा है, 325 दिन हमें उर्जा मिलती है। राजस्थान सोलर का हब बन गया है।

उन्होंने कहा कि कोटा में भी कई इन्वेस्टर आ रहे हैं। यहां पानी, बिजली, जगह की कमी नहीं है। नागर ने ग्रीन भारत एक्सपो को सफल आयोजन बताया और कहा कि इस तरह के आयोजन होंगे तो राजस्थान में इन्वेस्टर आएंगे। राजस्थान के युवाओं को रोजगार मिलेगा।

समारोह पूर्वक संपन्न हुआ एक्सपो
रविवार शाम को इस एक्सपो का समारोह पूर्वक समापन हुआ। समापन समारोह के अंतिम सत्र के मुख्य अतिथि द एसएसआई एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंद राम मित्तल थे। अध्यक्षता होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान के संभागीय अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में लघु उद्योग भारती के प्रांत संयोजक पवन गोयल, कैट के अध्यक्ष अनिल मूंदड़ा, सोलर संगठन भारत के अध्यक्ष अरविंद सिंधावा, हाड़ौती सोलर पॉवर सोसाइटी के अध्यक्ष धीरज गुप्ता आदि उपस्थित रहे।