दान देने वाला मनुष्य मृत्यु के बाद भी अमर हो जाता है: प्रज्ञा सागर महाराज

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कोटा। दान एक ऐसा पुण्य कार्य है, जो न केवल इस जीवन में बल्कि मृत्यु के पश्चात भी व्यक्ति को अमर बना देता है। दान देने से निर्धन भी धनवान बनता है, क्योंकि वह अपनी आत्मा को समृद्ध करता है। वहीं, जिसने अपने जीवन में परोपकार और सेवा का मार्ग अपनाया हो, उसे निधन के बाद भी लोग श्रद्धा से याद करते हैं। यह बात शास्त्री मार्केट स्थित श्री अग्रवाल दिगंबर जैन मंदिर मे धर्म सभा में तपोभूमि प्रणेता आचार्य प्रज्ञा सागर महाराज ने कही।

शास्त्री मार्केट स्थित श्री अग्रवाल दिगंबर जैन मंदिर में सिंह द्वार का शिलान्यास आचार्य प्रज्ञा सागर महाराज के सानिध्य में संपन्न हुआ। इस पवित्र कार्य के पुण्यार्जक मोहन लाल , कैलाश, यतीश जैन (खेड़ा वाला परिवार) और भानु कुमार, लीला देवी, सौरभ कुमार जी (इटावा वाला परिवार) रहे।

मंदिर के मुख्य शिखर निर्माण का पुण्यार्जन राजेश, वंदना, कुशल सर्राफ, माणक चंद, कैलाश चंद जैन (सर्राफ परिवार) द्वारा किया गया। मंदिर के शिखर की भव्य चित्रकारी का पुण्यार्जन समाज अध्यक्ष चेतन कुमार जैन, विशाल कुमार, अर्पित कुमार जैन (सर्राफ परिवार) द्वारा किया गया। इस शुभ अवसर पर मंदिर समिति द्वारा सभी पुण्यार्जक परिवारों का स्वागत एवं सम्मान किया गया।