दाने-दाने को मोहताज पाकिस्तान भारत के इस कदम से तिलमिलाया, जानिए क्यों

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इस्लामाबाद। सिंधु जल समझौते को स्थगित करने के भारत के फैसले ने पाकिस्तान की हालत खराब कर दी है। अब एक बार फिर पाकिस्तान ने भारत पर समझौते का उल्लंघन का आरोप लगाया है। पाकिस्तान ने कहा है कि भारत पानी का बहाव रोक रहा है।

पाकिस्तान ने इस मामले को लेकर भारत को पत्र लिखा है। एक साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ताहिर हुसैन अंद्राबी ने इसकी जानकारी दी और बताया कि इसमें चिनाब नदी के प्रवाह में हुए अचानक बदलाव के बारे में स्पष्टीकरण मांगा गया है। दरअसल पाकिस्तान की तिलमिलाहट यूं ही नहीं है। पाकिस्तान के पंजाब में अलग-अलग हिस्सों में गेहूं की फसल बुरी तरह प्रभावित हुई है।

पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट डॉन की रिपोर्ट में पंजाब सिंचाई विभाग के सीनियर अधिकारी के हवाले से बताया है कि स्थिति सच में परेशान करने वाली है। नाम न बताने की शर्त पर अधिकारी ने कहा, जब भारत बिना बताए बांधों से नीचे (पाकिस्तान) की ओर पानी छोड़ता है तो बहाव अचानक बढ़ जाता है। कभी-कभी वे कई दिनों तक पानी रोक लेते हैं, जिससे बहाव बहुत कम हो जाता है।

पाकिस्तानी अधिकारी ने आगे कहा कि यह स्थिति हमारे लिए बहुंत गंभीर और अजीब है क्योंकि पानी के बहाव में कमी के चलते कई गांवों में किसान गेहूं की फसलों को पानी नहीं दे पाए, जो उन्हें नहरों से मिलता था। एक किसान ने डॉन को बताया कि नहरों में पानी नहीं होने पर उन्हें ट्यूबवेल मालिकों से पानी खरीदना पड़ता है।

पाकिस्तान की खाद्य सुरक्षा को खतरा
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ताहिर हुसैन अंद्राबी ने कहा, पाकिस्तान इन बदलावों को बहुत चिंता और गंभीरता से देखता है। उन्होंने कहा कि नदी के बहाव में कोई भी हेरफेर, खासकर हमारे कृषि चक्र के महत्वपूर्ण समय में, सीधे तौर पर हमारे लोगों के जीवन और आजीविका के साथ ही खाद्य और आर्थिक सुरक्षा के लिए खतरा है। इस दौरान अंद्राबी ने सिंधु जल संधि को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से गुहार लगाई।

उन्होंने कहा, ‘अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को भारत द्वारा एक द्विपक्षीय संधि की लगातार अनदेखी पर ध्यान देना चाहिए और भारत को जिम्मेदारी से और अंतर्राष्ट्रीय कानून और स्थापित मानदंडों के साथ-साथ अपने स्वयं के दायित्वों के अनुसार कार्य करने की सलाह देनी चाहिए।’