कोटा। 132वें राष्ट्रीय दशहरे मेले में दशहरा मैदान के फेज-2 में लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला की पहल पर आयोजित किए जा रहा ‘‘नव-उत्सव‘‘ भारतीय खिलौना उद्योग के उत्कर्ष की झलक प्रस्तुत करेगा। टॉय एसोसिएशन ऑफ इंडिया के बैनर तले भारत के 20 प्रमुख खिलौना निर्माता इस पैवेलियन में विभिन्न प्रकार के खिलौने प्रदर्शित करेंगे।
मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने बताया कि मेले में नवाचार के रूप में इस वर्ष दशहरा मैदान के फेज-2 में नव-उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसमें आयोजित होने वाली विभिन्न गतिविधियों में टॉय एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा स्थापित किया जाने वाले इंडियन टॉय पैवेलियन भी प्रमुख आकर्षण का केंद्र होगा।
टॉय एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया कि कोटा में इंडियन टॉय पैवेलियन की स्थापना का प्रमुख उद्देश्य दशहरे मेले के माध्यम से भारत में बने खिलौनो को बढ़ावा देना है।
इस आयोजन में दिल्ली, यूपी, हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट और कर्नाटक सहित कुछ और राज्यों से 20 से अधिक खिलौना निर्माता एक ही छत के नीचे अपने खिलौनों को प्रदर्शित भी करेंगे और उनकी बिक्री भी होगी।
श्री अग्रवाल ने बताया कि प्रदर्शनी में मॉर्डन और परम्परागत दोनों प्रकार के खिलौने देखने को मिलेंगे। इनमें सॉफ्ट टॉय, वुडन टॉय, प्लास्टिक टॉय, बोर्ड गेम्स, एजुकेशनल गेम्स, डीआयवाई गेम्स, इलेक्ट्रोनिक टॉयज, साइंस गेम्स सहित विभिन्न प्रकार के खिलौने और गेम्स होंगे। यह प्रदर्शनी यह भी सिद्ध करेगी कि भारत में बने खिलौने क्वालिटी, प्राइस और पैकेजिंग में विश्व स्तरीय हैं।
राजस्थान में पहली बार होगा आयोजन
टॉय एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया कि यह पहली बार है जब एसोसिएशन राजस्थान में कोई बी-2-सी आयोजन में भाग ले रही है। अब तक एसोसिएशन ने बी-2-बी आयोजनों में ही हिस्सा लिया था। लेकिन कोटा आने का एक प्रमुख आकर्षण यहां का राष्ट्रीय दशहरा मेला है। यह मेला विश्व विख्यात है और इसमें पहली बार नव-उत्सव का आयोजन हो रहा है जिसमें भागीदार बनना टॉय एसोसिएशन ऑफ इंडिया के लिए एक गौरव की बात है।

