दशहरा मेले में जमा पुराने सदाबहार फिल्मी गानों का रंग, प्रोफेशनल्स ने गाए गीत

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कोटा। शीतल चांदनी रात और हल्की ठंडी बयार में मंगलवार को विजयश्री रंगमंच पर सदाबहार गीतों का चित्रहार हुआ। लाईक माइंडेड प्रोफेशनल ग्रुप, कोटा द्वारा आयोजित “एक शाम पुराने गीतों के नाम” कार्यक्रम ने दर्शकों को पुराने हिंदी फिल्मों के स्वर्णिम गीतों की यादों में खो जाने का अवसर दिया। मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने गायको को मंच पर प्रशस्ति पत्र भेट कर सम्मानित किया।

इस दौरान पूर्व मंत्री ओटाराम देवासी, प्रदेश भाजपा मंत्री जितेंद्र गोठवाल, भारतेंदु समिति के महामंत्री सुनील जायसवाल, भाजपा एसटी मोर्चा कोटा शहर जिला अध्यक्ष श्रीराम मीणा, मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी, मेला प्रभारी सत्यनारायण राठौर ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

बच्चों ने णमोकर मंत्र से कार्यक्रम शुरू किया। अजय जैन और उपेंद्र जैन ने मंगलाचरण किया।जैसे- जैसे सुरों की लहरें उठीं, माहौल संगीत और भावनाओं से पूरी तरह रंग गया। वीना जैन ने “खोया खोया चांद..” से चांदनी रात में रोमांच भर दिया। वहीं अनिल मण्डौत की “कभी कभी मेरे दिल में..” ने पुराने प्यार और यादों की हल्की सिहरन जगा दी।

सत्येन्द्र वैष्णव ने “तुझको पुकारे मेरा प्यार..”, सीए योगेश ने “मुझे मेरी मोहब्बत का सहारा..”, अविका ने “चलते चलते यू ही कोई..”, यशस्वी ने “सत्यम शिवम सुंदरम../ डॉ. गिरीश वर्मा ने “कौन है जो सपनों में आया” गाकर पुराने गीतों में भी ताजगी का अहसास कराया।

इसके बाद राजीव मल्हौत्रा ने “सुहानी चांदली राते..”, प्रेमचंद शर्मा ने “रोते हुए आते हैं सब..”, और गरिमा ने “बैदर्दी बालमा तुझको..”, “पानी रे पानी..” तथा “जाने कहां गए वो दिन..” जैसे गीत प्रस्तुत कर दर्शकों को भावों की सौगात दी।

सीए अजय जैन और डॉ. विजय सरदाना ने “मुसाफिर हूँ यारों..”, शिक्षाविद आरके वर्मा ने “एक रास्ता है जिंदगी..”, देवेन्द्र यादव ने “सुनयना सुनयना..” की प्रस्तुति दी। शिक्षाविद गोविंद माहेश्वरी ने “सब कुछ सीखा हमने ना सीखे होशयारी..”, तथा देवेन्द्र यादव व गरिमा ने “ज़िहाल-ए-मिस्कीं मकुन बरंजीश..” का डूएट प्रस्तुति के रूप में मंच पर जीवन और प्रेम के रंग बिखेरे।

इसके अतिरिक्त, अनुपन शर्मा ने “जिंदगी एक सफर है सुहाना.. ”, “पर्दा है पर्दा है..”, सुनिल सैन व मौसमी अधिकारी ने “कौरा कागज था मन मेरा..”, और अमित बंसल ने युवाओं के लिए पुराने गीतों की महक को फिर से जीवंत किया।