कोटा-बूंदी दुग्ध सहकारी संघ अध्यक्ष राठौड़ का लाडपुरा ग्राम समितियों का दौरा
कोटा। कोटा-बूंदी दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के अध्यक्ष चैनसिंह राठौड़ ने लाडपुरा क्षेत्र की विभिन्न ग्रामीण समितियों और जीएसएस का दौरा किया। इस दौरान ग्रामीणों ने उनका भव्य स्वागत किया और फूल-मालाओं से लाद दिया। राठौड़ के साथ कोटा मार्केटिंग सोसायटी के अध्यक्ष निहाल सिंह राठौड भी रहे।
राठौड़ ने अपने दौरे के दौरान डोलिया, पुथ्वीपुरा, गिरधरपुरा सहित कई ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया और ग्रामीणों की समस्याओं को सुना। इस अवसर पर उन्होंने डोलिया के ग्रामीणों को सौगात देते हुए बोराबास से जीएसएस को डोलिया हस्तांतरित करवाया। बोराबास जीएसएस की बोर्ड बैठक भी आयोजित की गई।
अध्यक्ष जसंतव सिंह व सचिव सतीश सिंह सहित कई लोग उपस्थित रहे। जसवंत सिंह ने बताया कि मार्केटिंग सोसायटी के अध्यक्ष निहल सिंह राठौड़ ने भी कई अपने विचार व्यक्त कर समिति को सुदुड़ बनने के बात कहींं।
जीएसएस की सौगात मिलने पर ग्रामीणों में हर्ष की लहर दौड़ गई और उन्होंने आतिशबाजी कर अपनी खुशी व्यक्त की। ग्रामीणों ने अध्यक्ष चैनसिंह राठौड़ को फूल-माला व साफा पहनाकर आभार प्रकट किया।
इसके बाद राठौड़ चांद बावड़ी पहुंचे, जहां ग्रामीणों ने उनका स्वागत किया और नई दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति खोलने की मांग रखी। राठौड़ ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि जल्द ही आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर समिति की स्थापना की जाएगी।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहा है संघ
राठौड़ ने इस अवसर पर कहा, “दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों का सशक्तिकरण ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हमारी सरकार और सहकारी संघ का मुख्य उद्देश्य किसानों और पशुपालकों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाना है। हमने डोलिया को जीएसएस की सौगात दी है और आगे भी ग्रामीण क्षेत्रों में दुग्ध उत्पादकों के हित में कार्य करते रहेंगे।” उन्होंने ग्रामीणों से आह्वान किया कि वे दूध उत्पादन को बढ़ावा दें और सहकारी समितियों से अधिक से अधिक जुड़ें, ताकि उन्हें उचित मूल्य और सुविधाएं मिल सकें।
ठाकुरजी के मंदिर में हुआ स्वागत
डोलिया, किशनपुरा और चांद बावड़ी के लोगों ने ठाकुरजी के मंदिर में अध्यक्ष चैनसिंह राठौड़ का भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर भर्दू सिंह, भेरू सिंह, मनोहर सिंह और मोहन सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।राठौड़ के दौरे से ग्रामीणों में उत्साह देखने को मिला।

