डॉ. अदिति राठी प्रतिष्ठित वीआर खानोलकर पुरस्कार से सम्मानित

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कोटा। डॉ. अदिति राठी को जम्मू में आयोजित अप्कॉन 2025 (APCON 2025 ) समारोह में प्रतिष्ठित वीआर खानोलकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें अंतरराष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित उनके सर्वश्रेष्ठ शोध पत्र के लिए प्रदान किया गया।

डॉ. अदिति राठी का यह शोध स्तन कैंसर में एचईआर2 जीन की पहचान के लिए नई तकनीक ड्यूल डीएनए इन- सीटू हाइब्रीडाइजेशन पर आधारित है। यह तकनीक पारंपरिक तरीकों की तुलना में अधिक सटीक, तेज और विश्वसनीय निदान में सहायक मानी जा रही है। जिससे कैंसर के सही उपचार का मार्ग अधिक प्रभावी ढंग से तय किया जा सकता है।

डॉ. राठी ने पैथोलॉजी में एमडी की पढ़ाई देश के प्रतिष्ठित संस्थान टाटा मेमोरियल सेंटर से पूरी की है। जहाँ उन्होंने कैंसर डायग्नोसिस के क्षेत्र में विशेष प्रशिक्षण प्राप्त किया। वर्तमान में वे कोटा में कंसल्टेंट हिस्टोपैथोलॉजिस्ट के रूप में सेवाएँ दे रही हैं। उन्हें कैंसर निदान में विशेष दक्षता प्राप्त है।

अब तक डॉ. अदिति राठी के तीन शोध पत्र अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित हो चुके हैं। जो उनके निरंतर अनुसंधान और चिकित्सा क्षेत्र में योगदान को दर्शाते हैं। उनकी इस उपलब्धि से कोटा सहित पूरे राजस्थान के चिकित्सकों और युवा शोधकर्ताओं में उत्साह का माहौल है।

डॉ. अदिति राठी के पिता अविनाश राठी भामाशाह मंडी में कोटा ग्रेन एंड सीड्स मर्चेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। वहीं उनके ससुर सुनील बाफना, देश की जानी-मानी पावर सॉल्यूशंस ब्रांड पिक्सल्स के संस्थापक एवं प्रमुख हैं।

चिकित्सा विशेषज्ञों का मानना है कि डॉ. राठी का यह शोध भविष्य में स्तन कैंसर की शुरुआती और सटीक पहचान में मील का पत्थर साबित होगा। इससे हजारों महिलाओं को समय पर सही उपचार मिल सकेगा।