वॉशिंगटन। ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में यहूदी समुदाय पर हुए घातक हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनियाभर के देशों से इस्लामिक कट्टरपंथ के खिलाफ एकजुट होने की अपील की है।
वॉइट हाउस में यहूदियों के हनुक्का कार्यक्रम के दौरान ट्रंप ने कहा,’ सभी देशों को कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवाद की बुरी ताकतों के खिलाफ एक साथ खड़े होना चाहिए और हम ऐसा कर रहे हैं।’
रविवार शाम को सिडनी के बॉन्डी बीच पर हुए आतंकवादी हमले में 15 लोगों की जान चली गई और 25 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने इसे इस्लामिक स्टेट से प्रेरित आतंकवादी हमला कहा है।
ट्रंप ने हनुक्का सेलीब्रेशन के दौरान अपने संबोधन में कहा, ‘मैं कुछ पल निकालकर अपने पूरे देश, ऑस्ट्रेलिया के लोगों और इस भयानक यहूदी विरोधी आतंकी हमले से प्रभावित सभी लोगों को प्यार और प्रार्थनाएं भेजना चाहता हूं।’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि ‘हम उन सभी लोगों के दुख में शामिल हैं जो मारे गए और हम घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना कर रहे हैं। कुछ लोग बहुत बुरी तरह घायल हुए हैं।’
ट्रंप ने इस दौरान यहूदी लोगों को हमेशा समर्थन देने का वादा किया और सभी देशों से कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ खड़े होने की अपील की। इसके पहले ऑस्ट्रेलियाई अधिकारियों ने कहा है कि यह हमला देश के यहूदियों के बीच दहशत फैलाने के लिए किया गया था।
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने मंगलवार को कहा कि हमलावर बाप-बेटे इस्लामिक स्टेट (ISIS) की विचारधार से प्रेरित थे। अल्बनीज ने कहा कि ISIS लिंक का आकलन मिले सबूतों पर आधारित था। पुलिस को जब्त की गई हमलावरों की गाड़ी में इस्लामिक स्टेट का झंडा भी मिला है।
रविवार शाम को जब हमला किया गया उस दौरान बॉन्डी बीच पर यहूदी लोगों का हनुक्का कार्यक्रम चल रहा था। अधिकारियों ने बताया कि हमलावर पिता और बेटा था जिनकी उम्र 50 और 24 साल थी। पिता की पहचान अधिकारियों ने साजिद अकरम के रूप में की है।
उसे गोली मार दी गई और उसकी मौत हो गई। बेटे का एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। हालांकि अधिकारियों ने औपचारिक रूप से उसका नाम नहीं बताया है, लेकिन मीडिया ने उसकी पहचान नवीद अकरम के रूप में की है।

