नई दिल्ली। भारत में सोने और चांदी की कीमतों ने हाल के इतिहास में अपना सबसे मजबूत प्रदर्शन किया है। दिसंबर 2025 की शुरुआत तक, सोने की कीमतों में साल-दर-साल 66% की जबर्दस्त बढ़ोतरी हुई है, जबकि चांदी 85% उछल गई है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरें कम करने की नई उम्मीदों, डॉलर के कमजोर पड़ने और भारतीय रुपये के कमजोर होने ने इस रैली को बढ़ावा दिया है, जिसमें चांदी ने सोने को पीछे छोड़ दिया है।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर मंगलवार को सोना और चांदी पिछले सत्र में तेजी के बाद ट्रेडर्स द्वारा मुनाफा वसूली के कारण नीचे खुली। एमसीएक्स सोना 0.41% गिरकर 1,30,109 रुपये प्रति 10 ग्राम पर खुला, जबकि चांदी 0.73% टूटकर 1,80,701 रुपये प्रति किलो पर शुरू हुई।
यह गिरावट उस तेजी के बाद आई है जब सोना सोमवार को छह हफ्ते के उच्चस्तर पर पहुंच गया था। इसके पीछे अमेरिकी फेड द्वारा इसी महीने ब्याज दरें कम करने की उम्मीदें और फेड की नेतृत्व संरचना में बदलाव की अटकलें जिम्मेदार रहीं।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर को छूने वाले कमजोर रुपये ने घरेलू बाजार में कीमतों को और बढ़ा दिया है। वैश्विक स्तर पर, डॉलर इंडेक्स 0.03% गिरकर 99.43 पर पहुंच गया, जिससे सोने-चांदी जैसी डॉलर में दर्ज वस्तुओं को सहारा मिला।
अंतरराष्ट्रीय स्पॉट सोना 0.2% घटकर 4,222.93 डॉलर प्रति औंस हो गया। वहीं, चांदी इस साल का सबसे शानदार प्रदर्शन करने वाली धातु बनी हुई है। पिछले तीन महीनों में अकेले सोना लगभग 25% चढ़ा है, जबकि चांदी 40% से अधिक उछल गई है।
चांदी के 2025 में पहले ही दोगुना हो जाने और एमसीएक्स पर 1.80 लाख रुपये प्रति किलो से अधिक पर कारोबार करने के साथ, अब निवेशक इस बात पर ध्यान दे रहे हैं कि क्या सफेद धातु 2025 में 2 लाख रुपये प्रति किलो को छू सकती है।
एसएस वेल्थस्ट्रीट की संस्थापक सुगंधा सचदेवा का मानना है कि चांदी की संरचनात्मक गति अभी भी बरकरार है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक मांग और वैश्विक गोदामों में तेजी से गिरती सूची मूलभूत कारक हैं।
ब्रोक्रेज फर्मों का आशावादी अनुमान
ब्रोक्रेज फर्म मोतीलाल ओसवाल भी उम्मीद करती है कि यह रैली 2026 तक जारी रहेगी। इसके लेटेस्ट आउटलुक में चांदी के 75 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचने का अनुमान है, जो ग्लोबल सप्लाई घाटे और औद्योगिक खपत में वृद्धि से प्रेरित है। फर्म का अनुमान है कि चांदी भारत में 2.3 लाख रुपये प्रति किलो तक चढ़ सकती है।

